🇮🇳राष्ट्र के हित में बाबा जयगुरुदेव जी महाराज का संदेश।🇮🇳
हिंदुस्तान में जितने मिशन है। प्रभु नाम को कोई नहीं जानता…।
राजनेताओं और महात्माओं के मुंह पर टैक्स लगा दिया जाए तो कोई नही बोलेगा।
परिर्वतन करने के लिए अन्नतो शक्तियों को लेकर आए हुए है।
अब तो विदेशी कोई नही है। सब स्वदेशी है तो देश का कोई भी काम क्यों नही हो रहा.।
आरक्षण के विषय में…
राशन दो तब भाषण दो… नही तो अपना आसन दो…
बाबा जी की मौज हुई अब बच्चो को सिंहासन दो…।
चुनाव के विषय में क्या बोले बाबा जी…
भारत का खजाना कहा चला गया… भारत की जनता को पुछना चाहिए…
देश के वह तीन लुटेरा कौन कौन है।
दूरदर्शी किसी को भागने नही देगी… कदम कदम पर हिसाब मांगेगी…।
दूरदर्शी तुम्हारे सर पर खड़ी है।
अगर एक मंच पर सब लोग खड़े हो जाएं तो विजई होने से कोई माई का लाल नही रोक सकता…।
भारत सात पुस तक बैठ कर खा सकता है। इतना धन विदेशी बैंको में जमा है।
70 साल की आजादी सोने में चली गई।
राम को मानते हो… राम की क्यों नही मानते…
राम को मानने वालो… राम की राजनीति को भी मानो…।
अगर तुम्हे वोट लेना है तो भारत की जनता को काम कर दे
ये वोट खुद दे देगी… तुम्हे मांगने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
राम की नाम पर लूट घर घर चंदा मांगा जा रहा…।
24 के चुनाव के बाद टेक्सो की भरमार हो जायेगी। तुम्हारी कमर टूट जायेगी।
राम एक महात्मा थे जिन्होंने एक व्यक्ति के शंका के समाधान के लिए उन्होंने अपने प्रिय पत्नी को छोड़ दिया।
जिसको कुछ नही चाहिए वह देश की सच्ची व्यवस्था बनायेगा।
मै केवल लंगोटी में रहने वाला व्यक्ति झोपड़ी में रहता हु…।
जब ऊपर वाला नाराज हो जायेगा तब तुम्हारी सुरक्षा व्यवस्था कुछ नही कर पाएगी।
जब 2 पंचवर्षी में नही कर पाए तो क्या तीसरी में कर पाओगे।
अपने घर में जब कोई पूजा नही कर पा रहा तो क्या अयोध्या जायेगा… कितने दिन अयोध्या जायेगा।
इतना खराब समय आ रहा की आपका जीना मुश्किल हो जायेगा…।
अगर राजा ने शाकाहारी का प्रचार नही किया तो राजा प्रजा में एक दम स्थिति खराब हो जायेगी ।
☀️जयगुरुदेव नाम प्रभु का ☀️
Негізгі бет १६ जनवरी २०२४। राम मंदिर अयोध्या पर क्या बोले बाबा जयगुरुदेव जी महाराज। दूरदर्शी आवाज़।
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