जमाने में रीवा का SAF मैदान हवाई पट्टी हुआ करता था. जिसका संचालन रीवा रियासत के राजा महाराजा किया करते थे. सैकड़ों वर्ष पूर्व रीवा रियासत में तीन बड़े हमले हुए. जिसमें दो युद्ध में हार मिली. जबकि तीसरे युद्ध में विजय हासिल हुई. वर्ष 1650 में ओरछा के महराजा पहाड़ सिंह बुंदेला ने रीवा राज्य में हमला किया था. उस दौरान रीवा रियासत के महाराजा अनूप सिंह हुआ करते थे. दूसरा हमला 1726 में पन्ना के महराजा छत्रसाल के बेटे ह्रदयशाह बुंदेला ने किया था. दोनों युद्ध में रीवा रियासत को शिकस्त मिली थी.
रीवा राज्य में तीसरा हमला वर्ष 1796 में मराठा योद्धा बाजीराव मस्तानी के पोते अली बहादुर ने किया. उस दौरान रीवा राज्य के महाराजा अजीत सिंह जू देव हुआ करते थे. इस युद्ध में रीवा राज्य की विजय हुई.
Негізгі бет 20 अक्टूबर को रीवा को फिर लगेंगे पंख, कभी विश्वयुद्ध में शामिल हुआ था विंध्य का लड़ाकू विमान | rewa
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