पंजाब किंग्स यानी पुरानी किंग्स 11 पंजाब एक ही साल में IPL के टॉप से होकर - हर की ऐसे छड़ी लगा देना
के आप इतिहास की सबसे ख़राब टीम ( २०१४ - २०१५) बन जाओ - ये हे उसकी कहानी
पंजाब किंग्सकी कहानी बस एक अपमान और ज़िल्लत भरी दास्तान हे
बड़े प्लेयर्स (प्लेयर्स) होने के बावजूद
हर बार पॉइंट्स टेबल (points Table ) के बॉटम पर
इसलिए फिर उन्होंने 2014 मे
दो प्लायर्स को छोड़कर अपनी पूरी टीम को निकाल दिया
और जॉर्ज बैली के अन्डर एक नई टीम बनाई गई
ऑस्ट्रेलियन प्लायर्स glenn maxwell (ग्लेन मैक्सवेल ) shaun marsh और mitchell johnson (मिचेल जॉनसन ) को खरीदा गया
david miller ( डेविड मिलर) तो थे ही और virender sehwag ( सेहवाग ) को दिल्ली से लाया गया
याने वही Top heavy explosive बैटिंग टीम जिसका Formula इसके पहले हर एक बार Flop ही हुवा था
पर उस साल की बैटिंग लाइन उप ( line - up ) का तेहेलका कुछ ऐसा था की
17 matches मे से 8 matches मे उन्होंने 190 के ऊपर स्कोर किया था
इसलिए भले ही आखिरकार किंग्स 11 finals मे हार गयी
उस season ने हर किंग्स ११ फैन (Fan ) के दिल में उम्मीद की एक किरण जगा दी
की Finally आने वाला साल उनके टीम का
सिंहासन पर बैठने का साल होगा
पर हुआ तो कुछ और ही
2015 के IPL ( Indian Premier League ) के auction मे
कुछ नए rules थे
गए साल के बचे पैसे
उसपर 3 crore extra
और जो players release होते उनकी salary टीम budget मे add
पर फिर किंग्स ११ ने पैसे होने के बावजूद,जगह होने के बावजूद
१९ प्लेयर्स retain कर लिए - एक opener, एक uncapped wicketkeeper ek All rounder खरीदा और किसी भी बॉलर ( bowler ) जो उसकी वीकनेस ( weakness ) थी उससे ख़रीदे बगैर घर चले गए
इसके मुक़ाबले चेन्नई सुपर किंग्स ( Chennai super kings - CSK ) जब जब २nd आयी तब तब उन्होंने कई स्वीपिंग Changes kiye
यहाँ तक के गए साल के चैंपियंस ( champions ) कोलकत्ता नाइट राइडर्स ( kolkatta knight riders - KKR ) ने भी सिर्फ १५ प्लेयर्स ही retain किये थे
और ये सब क्यों तो
उनके overseas प्लायर्स के वर्ल्ड कप २०१५ ( World Cup 2015 )में performance को देखकर
उन्होंने अपनी गए साल की Strategy पर जोर डालकर
कोई भी change नहीं किया
खास करके जब ऑस्ट्रेलिया वो वर्ल्ड कप जीत गयी
तब किंग्स 11 पंजाब रातो रात अपने desicions के बल पर
ipl जीतने के लिए फैव्रट ( favorite ) बन गई थी
पर फिर हुई वो दुर्घटना
जब जब कोई भी टीम वर्ल्ड कप जीतती हैं
तब तब उनका performance पूरी तरह down हो जाता हैं
ये २००३ के चैंपियंस
६ महीने तक undefeated रही उस ऑस्ट्रेलियन टीम का भी हुआ था
२००७ के उस वर्ल्ड चैंपियन ( world Champion ) के साथ भी
और 2011 की अपनी भारतीय team का भी
पेहेले west indies में हार
फिर england मे जाके whitewash
क्यूंकि वर्ल्ड कप खेलना जीतना
mentally और physically exhausting है.
उतना ही relaxing है, उसे जीतने से मिलने वाली ख़ुशी
और जब आप वर्ल्ड कप खतम होने के 10 दिनों के अंदर
ipl शुरू होना था - बिना किसी Proper ब्रेक के
तब उन वर्ल्ड कप विनिंग टीम के प्लेयर्स का क्या हाल हिना था?
फिर वो टॉप स्कोरर (Top Scorer ) steven smith ( स्टेवन स्मिथ ) हो
david warner ( डेविड वार्नर )
aaron finch हो या johnson
इसलिए फिर जब पंजाब ऐसे प्लेयर्स से भरी टीम लेकर
IPL पोहोची
तब जो उनका हश्र हुआ
जिसने रिकॉर्ड (record ) बनके रख दिए
है Initially वो Shaun Marsh ki बदौलत राजस्तान रॉयल्स (RR )के सामने एक epic मैच Draw जरूर करवा पाए
पर उसके बाद - बर्बादी
जिसके लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया
गए साल के प्लेयर ऑफ़ थे टूर्नामेंट ( Player of the Tournament )
maxwell को
जिन्होंने वर्ल्ड कप मे 182 की strike rate से 65 का average maintain किया था
और जो अब
सिर्फ 12 का average दे रहे थे
यहाँ तक के उनको Bench तक किया गया - जिससे वो ख़ुदक Motivate कर पाए
पर अंत में रिजल्ट ( Result ) वही
और यही हाल जॉनसन का भी
ना विकेट्स ( wickets )
ना economy
वो खेलने के मूड में ही नहीं लग रहे थे
इसलिए
ग्रुप stage के बिचमे
playoff से out होने
उन्होंने और shaun marsh ने घर जाने की मांग तक की
और बचे बाकी प्लेयर्स
तो गए साल में
बाकी सारी teams ने
उनके against strategies बना राखी थी
Plans बना रखे थे
जिसका इस्तेमाल कर उन्होने पुरे पपुंजाब टीम की कबर खोद दी
फिर वो वृद्धिमान सहा हो या सेहवाग
संदीप शर्मा हो या अक्षर पटेल
सबका यही हाल था
और जो एक प्लेयर इन् सब से अलग - एक्चुअल फॉर्म में लग रहा था उससे टीम मैनेजमेंट ने खुद
corner में बिठा के रख दिया
डेविड मिलर ( David Miller ) पूरी टीम से विपरीत - एक सॉलिड फॉर्म में थे
पर इसके बावजूद
उनके टॉप ३ प्लेयर्स यानि ओपनर और 3rd बैट्समैन के फ़ैल होने के बावजूद
नहे एक बार भी प्रमोट नहीं किया गया
जबके उसी टाइम
वैसे ही फॉर्म में खेल रहेA.B.Devilleiers को RCB ने जट से प्रमोट कर - एक legend में तब्दील कर दिया
जिससे वो बड़े बड़े Margins से हारते रहे
CSK के सामने 97 runs से हर
delhi daredevils (दद) के सामने 118 पर all out और 13 overs और 9 wickets से हार गए थे
और फिर
royal challengers bangalore - RCB के सामने 226 का target और 88 पर all आउट
जो आज भी Highest losing margin मे rank 4 पर है
जिससे अंत मे - किंग्स की वो टीम
IPL इतिहास की सबसे ख़राब NRR वाली टीम बनने में कामयाब होगयी
है २००८ के deccan chargers, इनसे एक match कम जरूर जीते थे
पर फिर भी वो नरर में कई ऊपर थे- और कोई रेन करटैलेड मैच नहीं हुई थी
याने पंजाब टीम इतिहास की सबसे ख़राब टीम बन गयी थी
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Негізгі бет 2014-15 Kings XI Punjab | एक ही साल में - राजा से लेकर रंक तक - Finalist से लेकर Bottom तक | Story
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