Agar hum nhi desh ke kaam aaye dhara kya kahegi gagan kya kahega
अगर हम नही देश के काम आए
धरा क्या कहेगी गगन क्या कहेगा ॥
चलो श्रम करे देश अपना सँवारें
युगों से चढी जो खुमारी उतारें
अगर वक्त पर हम नहीं जाग पाएं
सुभा क्या कहेगी पवन क्या कहेगा ॥
मधुर गन्ध का अर्थ है खूब महके
पडे संकटों की भले मार सहके
अगर हम नहीं पुष्प बन मुस्कुराएं
लता क्या कहेगी चमन क्या कहेगा ॥
बहुत हो चुका स्वर्ग भू पर उतारें
करें कुछ नया स्वस्थ सोचें विचारें
अगर हम नहीं ज्योति बन झिलमिलाएं
निशा क्या कहेगी भुवन क्या कहेगा ॥
#SanghGeet
#DeshbhaktiGeet
#PatrioticSong
Негізгі бет अगर हम नहीं देश के काम आएं।
Пікірлер: 43