नेरवा। गुरूवार को बारामूला के जंगलों में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हुए मझौली पंचायत के गौंठ निवासी कुलभूषण मांटा का पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गाँव में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सेना एवम पुलिस की गार्द ने शहीद को अंतिम सलामी दी। शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए एवं पूरा वातावरण जब तक सूरज चाँद रहेगा तब तक कुलभूषण तेरा नाम रहेगा, के नारों से गूँज उठा ।
वीर सैनिक की पत्नी नीतू ने जिस समय अपने शहीद पति को सेल्यूट कर अंतिम विदाई दी, उस समय वातावरण पूरी तरह ग़मगीन हो उठा एवं अंतिम यात्रा में शामिल हजारों लोगों की आँखें छलक उठी।
शहीद को मुखाग्नि उसके चचेरे भाई शमशेर ने दी। बता दें कि जम्मू कश्मीर के बारामूला के तारीपोरा और सुल्तानपोरा के जंगलों में एक आतंक मुठभेड़ में कुपवी क्षेत्र की मझौली पंचायत के गौंठ निवासी कुलभूषण,पुत्र प्रताप,आयु 26 वर्ष शहीद हो गए।
परिजनों से मिले सूचना के अनुसार सर्च अभियान के दौरान कुलभूषण की टांग में आतंकवादी द्वारा चलाई गई एक गोली लग गई थी जिसके बाद साथी उन्हें सेना के बारामूला अस्पताल लेकर गए।
इस दौरान अधिक रक्तस्त्राव की वजह से वह कोमा में चला गया एवं उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत सेना के मुख्य अस्पताल श्रीनगर पंहुचाया गया । अस्पताल में उपचार के दौरान कुलभूषण शहादत का जाम पीकर सदा के लिए अमर हो गए ।
प्रशासन की ओर से उपमंडलाधिकारी कुपवी नारायण सिंह चौहान, एस डी पी ओ चौपाल राज कुमार, खंड विकास अधिकारी कुपवी विनीत ठाकुर, थाना प्रभारी कुपवी शिव शक्ति उपस्थित रहे ।
कुलभूषण अपने पीछे 25 वर्षीय पत्नी नीतू,अढ़ाई महीने का दुधमुँहाँ बेटा, पिता प्रताप, माता दुर्मा देवी, तीन बहनें रेखा, किरण रजनी के अलावा ससुराल पक्ष एवं नानके सहित अन्य परिजनों को रोता बिलखता छोड़ गए हैं।
कुलभूषण की शहादत के बाद उनके ससुराल चइंजन और ननिहाल घाला में भी मातम का माहौल है ।
Негізгі бет शहीद कुलभूषण मांटा की पत्नी ने पति को सेल्यूट कर दी अंतिम विदाई
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