अलख स्तुति
ओम गुरुजी आप पुरुष ने मता उपाया, आप अलख अरूप कहाया
बोरंगी बहु नाम धराया, लख चोराशि जीव उपाया
इंछा मन्छा देवी दोई, ब्रह्म, विष्णु, महेश्वर उपाई त्रिगुणि माया तत्व सारा
अलख पुरुष का सकल पसारा,
घट घट अलख आप हो साँई,आप बिना दूजा नही कोई
जीव उबारण तारण दाता, लेख अलेख आप ही करता
रिषि, मुनि, गुरु गोरखनाथ जी कहे, हरदम चरण अलख के रहे
अलख स्तुति पड़े दिन राता, जन्म मरण का मिटे विख्याता।
shiv gorakh shabar mantra
thanks for watching my channel
धन्यवाद
❤💞🖤💙
नाथ पंथ के मंत्र
Негізгі бет अलख स्तुति (Alakh stuti) , shiv gorakh shabar mantra
Пікірлер: 8