डरती कर सु बढ़ाई राम बहुवा न सताई।। सात बजे बहु सूती उठ फेर भी तोड़ अंगड़ाई राम बहुवा न संताई।। राजस्थानी हरियाणवी भजन।। हिंदी भजन।। राम भजन।। शारदा सिद्ध के भजन
- 2 ай бұрын
डरती कर सु बढ़ाई राम बहुवा न सताई।। सात बजे बहु सूती उठ फेर भी तोड़ अंगड़ाई ।। शारदा सिद्ध
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