दत्तात्रेय जी की यह 'अवधूत गीता' इस अद्वैत दर्शन की सर्वश्रेष्ठ रचना है जिसमें द्वत सम्बन्धी सभी भ्रान्तियों का निराकरण किया गया है। अन्य कोई भी ग्रन्थ इतनी स्पष्ट स्वीकारोक्ति नहीं दे पाया है।
वेदान्त का सम्पूर्ण सार इसमें समाहित है। यही इस ग्रन्थ की महिमा है।
ॐ शान्ति विश्वम।।
Негізгі бет awadhut geeta || अवधूत गीता || दत्तात्रेय कृत-अवधूत गीता || अध्याय-१
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