अल्जाइमर एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है जो ज्यादातर 65 वर्ष की उम्र के आसपास होने वाली दिमाग से जुड़ी बीमारी है। शुरूआती लक्षण में रोगी बार-बार चीज़े भूलने लगता है, बात करने में सही शब्दों का याद न आना, लोगों या साधारण वस्तुओं को ना पहचान पाना जैसी कई बातें भूल जाते हैं। रोगियों के व्यवहार में भी काफी बदलाव आ जाता है। यह रोग उन कोशिकाओं को नष्ट कर देता है जो मस्तिष्क में एक दूसरे को जोड़ती हैं। यह तब होता है जब मस्तिष्क में प्लाक बनता है जिसमें बीटा एमिलॉयड होता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति सोचने में सक्षम नहीं होता है और सरल कार्यों को पूरा करने की क्षमता भी नष्ट हो जाती है। समय के साथ-साथ, अल्जाइमर के लक्षण खराब होते जाते हैं, किसी व्यक्ति के लिए हाल ही की घटनाओं को याद रखना, कारणों और यहां तक कि उन लोगों को पहचानना मुश्किल हो जाता है जिन्हें वे जानते हैं। अल्जाइमर्स डिजीज डिमेंशिया का ही एक प्रकार है। 60 वर्ष की उम्र के आसपास होने वाली इस बीमारी का फिलहाल कोई स्थायी इलाज नहीं है। मस्तिष्क कोशिकाओं में केमिकल्स की मात्रा को संतुलित करने के लिए दवाओं का प्रयोग किया जाता है। दवाओं के साथ-साथ रोगियों और उनके परिजनों को काउंसलिंग की भी आवश्यकता होती है। काउंसलिंग के तहत रोगी के लक्षणों की सही पहचान कर उसके परिजनों को उनसे निपटने की सटीक व्यावहारिक विधियां बतायी जाती हैं। इलाज जितना जल्द शुरू किया जाए इतना फायदा होता है।
हमसे शनिवार सुबह 11 से 12 बजे इन नम्बर पर सवाल पूछ सकते हैं : 011-23445727, 011-23445730, साथ ही हमें फेसबुक, ट्विटर और मेल के द्वारा अपने सवाल भेज सकते हैं।
Facebook Page - facebook.com/RajyaSabhaTV
ayushmanbhava.rstv@gmail.com
Twitter Handle - @rajyasabhatv
Doctor:
Dr Manjari Tripathi, Professor, Department of Neurology, AIIMS
Dr Ashok Kumar Sharma, Chief Medical Officer, Homeopathy, Directorate of AYUSH
Dr V G Huddar, Associate Professor, Department of Kayachikitsa, AIIA
Description- Date - 21 September 2019: अल्जाइमर | Alzheimer
Негізгі бет Ayushman Bhava - अल्जाइमर | Alzheimer
Пікірлер: 172