भक्त और भगवान के बीच श्रद्धा और विश्वास की मजबूत कड़ी होती है, जिससे भक्त भगवान के दर्शन को खींचे चले जाते हैं, तो वहीं कभी भक्त के बुलावे पर भगवान भी आ जाते हैं। कुछ ऐसा ही राजनांदगांव शहर के समीप सिंघोला में नज़र आता है। यहां श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत समागम दिखाई देता है। यहां बाबा महाकाल के परम भक्त पवन डागा ने बाबा महाकाल मंदिर की स्थापना की है और उज्जैन की तर्ज पर ही प्रतिदिन भस्म आरती और बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार किया जाता है। जिससे यहां की अलौकता से ऐसा प्रतीत होता है कि बाबा महाकाल स्वयं यहां आ जाते हैं। बाबा महाकाल के दर्शन को उनके भक्त पवन डागा अक्सर उज्जैन जाया करते हैं। प्रतिदिन भगवान महाकाल की सेवा करने का उनके जुनून ने राजनांदगांव शहर के समीप सिंघोला में बाबा महाकाल मंदिर की स्थापना करवा दी। यहां स्थापित महाकाल मंदिर में पवन डागा स्वयं भस्म आरती और भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार करते हैं। वहीं पांच पहरों की पूजा भी निरंतर की जाती है, जिसमें हर समय उनके परिवार का कोई ना कोई सदस्य मौजूद रहता है। वहीं प्रतिदिन मंदिर में होने वाले हवन भस्म से भगवान महाकाल की भस्म आरती की जाती है। बीते कुछ वर्षों में इस मंदिर की वजह से भगवान महाकाल के भक्तों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। यहां सावन मास में बाबा का विशेष श्रृंगार और उज्जैन के तर्ज पर ही भगवान चंद्र मौलेश्वर की पालकी यात्रा भी निकल जाती है। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को यहां पूजा अर्चना कर भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में पूजा अर्चना करने की सुखद अनुभूति भी प्राप्त होती है।
Негізгі бет बाबा महाकाल के परम भक्त पवन डागा ने बाबा महाकाल मंदिर की स्थापना की है .
Пікірлер: 1