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Bhajan Lyrics:-
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।
:: कौना की कहिऐ सिया जानकी,
कौना की कहिऐ गौरा।।
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।
:: राजा जनक की सिया जानकी,
राजा हिमांचल की गौरा।।
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।
:: कौनहा बियाह दये सिया जानकी,
कौनहा बियाह दीं गौरा।।
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।
:: रामा बियाह दईं सिया जानकी,
शिव शंकर कैं गौरा।।
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।
:: काहे खां उपजी सिया जानकी,
काहे खां उपजी गौरा।।
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।
:: हरवे खां उपजी सिया जानकी,
लड़वे खां उपजी गौरा।।
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।
बागों में विलम गए भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा।।
Негізгі бет बागों में विलम गऐ भौंरा रे, कलियों में विलम गईं राधा || जन्माष्टमी विशेष भजन
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