#दैनिक_नैतिक_प्रभात - 80/2024
02 मई 2024 (बृहस्पतिवार)
#बाल_कहानी - #भूल_का_एहसास
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विदुषी और कार्तिक दौड़-दौड़कर गेट के बाहर झाँक रहे थे तथा बहुत खुश दिखाई दे रहे थे, क्योंकि उनके बाबा और दादी गाँव से जो आ रहे थे, लेकिन उनकी माँ सीमा को बच्चों का इतनी उत्सुकता से दादी बाबा का इन्तजार करना बिल्कुल नहीं पसन्द आ रहा था। बार-बार झल्लाते हुए किसी न किसी बहाने बच्चों को डाँट रही थी। विदुषी और कार्तिक माँ के इस बदले रूप से बहुत दुःखी हो रहे थे।
आखिरकार बच्चों का इन्तजार खत्म हुआ। तकरीबन ग्यारह बजे दादी और बाबा आ गये। दोनों बच्चे चहक-चहककर बातें कर रहे थे। सीमा अनमने मन से आवभगत में जुट गयी। दादी माँ अपना बङा सा बैग जो गाँव से लेकर चली थीं, उसको खोल-खोलकर उसमें से प्यार भरे उपहार निकालने लगीं। दादी विदुषी के लिए सुन्दर सी फ्राॅक, कार्तिक के लिए अपने हाथ से बुना हुआ स्वेटर अपने बेटे विपिन के लिए भी खुद के हाथों से बुना हुआ स्वेटर और अपनी बहू सीमा के लिए पायल तथा इसके साथ ही साथ गुङ-चना, लाई, अचार आदि न जानें क्या-क्या लायीं थीं। सब अपना-अपना गिफ्ट पाकर खुश थे, लेकिन सीमा वैसी ही अनमनी बनी रही। विदुषी और कार्तिक दादी-बाबा से बहुत खुश हो बातें कर रहे थे। विपिन ने भी गाँव का हाल-चाल लिया।
रात में जब दोनों बच्चे बिस्तर में सोने के लिए गये, तो अपनी माँ सीमा से कार्तिक बोला-, "माँ! मुझे आपसे एक बात पूछनी है। आप गुस्सा तो नहीं होंगी?"
"पूछो, क्या पूछना है?" सीमा बोली।
तब कार्तिक बोला-, "माँ! आप दादी बाबा के आने से खुश क्यों नहीं दिख रहीं हैं? नानी और नाना के आने पर तो आप बहुत खुश रहतीं हैं। क्या मुझे भी बङे होकर ऐसा ही करना पङेगा?" चंचल स्वभाव कार्तिक ने एक ऐसा प्रश्न पूछा, जिसने सीमा को अन्दर तक हिला दिया।
"माँ! आपको दादी बाबा के आने पर वैसे ही खुश होना चाहिए, जैसे नानी-नाना के आने पर खुश होती हैं।" विदुषी भी बोली ।
सीमा को अपनी भूल का एहसास हुआ। उसने दोनों बच्चों को गले लगा लिया। अगली सुबह तो घर में रौनक ही रौनक थी। दादी, बाबा, विपिन, सीमा, विदुषी और कार्तिक सब एक सूत्र में बँधे लग रहे थे। पूरे घर में पकवानों की सुगन्ध तथा हँसी-ठिठोली की गूँज थी। रिश्तों की चहक और पकवानों की महक तो अभी भी आ रही है।
संस्कार सन्देश-
हमें अपने बुजुर्गों का सम्मान खुद भी करना चाहिए तथा दूसरों को प्रेरित भी करना चाहिए।
लेखिका-
#सरिता_तिवारी (स०अ०)
कम्पोजिट स्कूल कन्दैला,
मसौधा (अयोध्या)
कहानी वाचक
#नीलम_भदौरिया
जनपद- फतेहपुर
✏️संकलन
📝टीम #मिशन_शिक्षण_संवाद
#नैतिक_प्रभात
Негізгі бет #बाल_कहानी
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