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बेटी विदाई - #bhojpuri । बारहमासा । Ankita pandit । Sushant kumar sharma।Vivah Geet
भोजपुरी में बारहमास मतलब होला बारह महीना.. इ बारहमासा गीत के माध्यम से एगो रिश्ता के संवाद के दर्शावल गइल बा जवन बहुत भावुक अउर अद्भुत बा। एह गीत मे बाप बेटी के संवाद बा। उ रिश्ता जवन की पिता के वात्सल्य से भरल बा। इ गीत के माध्यम से एगो पिता अपना बेटी से संवाद कर रहल बा अऊर जीवन जिए के तरीक़ा सिखा रहल बा। एह गीत में बेटी खाती प्रेम भी बा अऊर आपन जिम्मेदारी निर्वहन करे खाती कठोर संदेश भी बा। एह गीत के माध्यम से एगो बाप एगो लईकी लारिकाइ के कोमलता से निकल के जीवन में जिम्मेदारी के एहसास करा रहल बा।
ई बात बिल्कुल ठीक बा कि बेटी घर के अंजोर होले लेकिन साथ ही इहो सांचे बा कि ऊ अंजोरिया के आपन पिता के आंगन छोड़ के जाए के पड़ेला। बेटी के गइला के बाद एगो करुणा के जन्म होला जवन हर क्षण ओकरा अनुपस्थिति के एहसास करावेले। बेटी कौन महीना कौन मौसम कौन पर्व त्योहार पर का करत रहल एकर बड़ा करुण एहसास तब होला जब बेटी के अभाव में सबकुछ सून हो जाला। एही भाव से ई बारहमासा रचल गइल बा। बेटी के केतना केतना रूप कब कब देखे के मिलेला एकर बड़ा कारुणिक बयान बा ई बराहमासा!
त सुनी एह प्यारा गीत के जेकरा के आपन कलम के धार देले बाड़े माई भोजपुरी के अनन्य पुत्र सुशांत कुमार शर्मा आ एह गीत के गवले बानी हम यानी राउर आपन अंकिता पंडित।
Lyrics :-
बेटी - बारहमासा
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घेरिहें अकसवा में कारी रे बदरिया,
नयना से झरीहें आषाढ़ हो।
बियहल बिटिया के बाबा निरेखिहें
कइसे हियरवा के बाढ़ हो!
सावन ए बेटी लगिहें कटावन
परीहें झराझरि बून हो,
बिरना के बजर कलईया ए बेटी
रखिया के बिना लागी सून हो।
भादो भयावन रात ए बेटी
अंगना चलत बिछलाय हो,
माई के हथवा पकड़ी आधी रतिया
के दीहें पलंग सुताय हो!
झिझिया खेलत बेटी सबका दुअरवा
जगमग उतरी कुआर हो,
सबका दुअरिया हो बरिहें दियनवा
रही मोर दुअरा अन्हार हो!
कातिक ए बेटी पुण्य महीना
घरे घरे होइ तेउहार हो,
बजड़ी ला तरसत दूजि के दिनवा
रहिहें बिरनवा तोहार हो!
बाबा घरे दूध पुअवा बनवलू
दूध घिव ढारी अवगाह हो
पूस में बइठि ससुरवा ए बेटी
खिंचड़ी के जोहसु राह हो।
माघ महिनवा आलस भोरहरिया
दीहें जब ननदी जगाय हो
नइहर के कांच सपनवा ए बेटी
दीहें नयन ढरकाय हो!
फागुन मास में घरे घरे गउरा
पूजिहें पावन सिवरात हो,
माई मएना देई बाबा हिमंचल
करिहें नयनवा से बात हो।
चइत के होई खर दिनवा ए बेटी
छने छने लगिहें पियास हो,
मिसरी घोरल सीत पनिया ला बेटी
जोहिहें नयन तोरे आस हो!
तपिहें बहुत बइसखवा ए बेटी
सूखिहें पोखरिया के नीर हो,
मोरे नयनवा के नीर न घटिहें
बढ़िहें हियरवा के पीर हो।
जेठ में दिन उतरइहें जे तोहर
अइबू सवनवा के मास हो
बाट जोहत बेटी ताप न लगिहें
हियरा में बढ़िहें हुलास हो!
Vocal - Ankita pandit
Lyricist - Sushant kumar Sharma
Music - Shushant Dev
Mixing and mastering - Ravi Shankar Vishwakarma
Music label - Aarsy productions
Video - Camera wala
Editing - Sudhir Singh ( cine master)
Special thanks - Sumit tiwari
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