मुंबई के सायन सर्कल पर सतीश गुप्ता वड़ा पाव की दुकान लगाते हैं, आम जनता को सतीश एक वड़ापाव 10 रुपये देते हैं लेकिन स्कूल ड्रेस में जो बच्चे उनके पास आते हैं वो उन्हें मात्र 5 रुपये में वड़ापाव बेचते हैं. ये कहानी है सतीश जी क उम्मीद और संघर्ष की.
01:10 - 'बच्चों के लिए 5 रुपये में वड़ापाव'
03:11 - 'खाने की चोरी नहीं की कभी'
05:10 - 'बीवी के साथ के बिना नहीं होता'
07:29 - 'बहुत लोग पैसे बढ़ाने को कहते हैं, मैं नहीं बढ़ता'
09:15 - 'जो बच्चे स्कूल यूनिफार्म में होते हैं, उन्हें 5 रुपये में मिलता है वड़ापाव'
#SatishGupta #VadaPav #Mumbai #SionCircle
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Негізгі бет बच्चों को 5 रुपये में Vadapav बेचने वाले Satish Gupta की कहानी | Quint Hindi
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