आचार्य श्री मानतुंग स्वामी जी द्वारा यह श्री भक्तामर स्तोत्र संस्कृत अनेक शक्तिशाली एवं अतिशयकारी है। अपरनाम श्री आदिनाथ स्तोत्र भी प्रचलित है। इस स्तोत्र में 48 काव्य हैं। इस स्तोत्र के रचना मध्य प्रदेश स्थित भोज नामक नगरी में हुई थी। इसके प्रत्येक श्लोक के पाठ को पढ़ने व सुनने मात्र से अनेक कष्ट विघ्न बाधा स्वतः ही दूर हो जाती है
संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की सुयोग्य शिष्या आर्यिकारत्न श्री पूर्णमति माताजी का वर्ष 2023 का पावन वर्षायोग धर्मनगरी अहमदाबाद को प्राप्त हुआ है। पूज्या माताजी के दीक्षा दिवस के पावन अवसर पर पूज्या माताजी द्वारा रचित भक्तामर गौरव गाथा का मंचन आदरणीय ब्र ऋतु दीदी जी के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में दृष्टि पब्लिक स्कूल (सनावद) के बाल कलाकारों द्वारा बहुत ही भव्य रूप से दिनांक 22 अगस्त 2023 को अहमदाबाद में प्रस्तुत किया गया। जो कथा आपके समक्ष प्रस्तुत है।
भक्तामर गौरव गाथा
Bhaktamar Gaurav Gatha
Purnmati Mataji Bhaktamar Stotra
Bhaktamar Stotra Purnmati Mataji
Негізгі бет भक्तामर गौरव गाथा।Bhaktamar Gaurav Gatha।आर्यिका श्री पूर्णमति माताजी द्वारा रचित।Bhaktamar Stotra
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