बिहार में पैरामेडिकल छात्रों को पढ़ने के लिए विषय वार शिक्षक की व्यवस्था नहीं है और 2 वर्ष का डिप्लोमा 5 वर्षों में हो रहा है पास आउट होने के बाद भी छात्रों को रोजगार नहीं मिल रही है जबकि हकीकत यह है कि आज बिहार ही नहीं समुचित देश में स्वास्थ्य विभाग की रीड की हड्डी का काम पैरामेडिकल के टेक्नीशियन हो या कोई भी स्टाफ हो वही करता है चाहे नर्सिंग हो या फार्मासिस्ट सभी पैरामेडिकल का हीं अंग है और बिहार में पटना मेडिकल कॉलेज और नालंदा मेडिकल कॉलेज में आजादी कितने वर्षों बाद छात्रों को छात्रावास नहीं मिल रहा है यह दुर्भाग्य है उसे हर हाल में छात्रावास मिलना चाहिए हम आगामी कॉन्फ्रेंस में आदरणीय स्वास्थ्य मंत्री के सामने यह मुद्दा रखेंगे पास आउट छात्रों के लिए नौकरी नहीं है इन चीजों पर स्वास्थ्य मंत्री जी को प्रमुखता से विचार करना होगा #paramedical #bihar #pharmacy #education #nursing #dmch #shortvideo #dosti #aiims #mahadev
- Күн бұрын
बिहार के पैरामेडिकल छात्र इस वीडियो को पूरा देखेंl
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