यह बातचीत केवल अपने बारे में नहीं बल्कि बिरहा के महान गायकों के बारे में भी है। पूरी बातचीत जरूर सुनिए। कवि मंगल यादव ने अपने साहित्यिक करियर की शुरुआत बिरहा लिखने से की, लेकिन उनकी आवाज़ की ताकत ने उन्हें गायक के रूप में भी स्थापित कर दिया। उनके गीत और गायक कौशल ने बिरहा जगत में एक नई पहचान बनाई। आज, वे पूर्वांचल के कई प्रमुख बिरहा गायकों को चुनौती देते हुए अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। उनकी प्रतिभा और समर्पण ने उन्हें एक अद्वितीय स्थान दिलाया है, जहां वे अपनी कला के माध्यम से पूर्वांचल की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध कर रहे हैं।
#mangalkavi #birha #birhadangal #purvanchal #chandauli #writer #singer
Негізгі бет बिरहा लिखते-लिखते कवि मंगल यादव बन गए गायक, बिरहा जगत में पूर्वांचल की कई हस्तियों को दी टक्कर भाग 1
Пікірлер: 51