नमस्कार दगड्यो 🙏🌹🙏 हमारी लोक परम्परा गायको ने लिखा या गाया है। मैने भी इन लोक (भुल्या बिसर्या) गीतौ को आप तक पहुँचाने का प्रयास कर रहा हूँ, और निरंतर लोक शैली के गीतों पर कार्य करता रहूंगा, क्योँकि मि एक छ्वटू सी लोक गायक हूणाँ का नाता अपणी जिम्मेदारी भी समझता हूँ कि मैं उत्तराखंड की लोक विरासत के लिए थोड़ा सा प्रयास कर पाऊं और नयी पीढी तक पहुँचा पाऊँ तो मै अपने आप को धन्य समझूँगा ।
बहुत पुराना गीत।
स्वर - वीरू रावत
ढोलक- मनीष रावत
Негізгі бет Bol_beti_usha_beti_kya_bat_hwai
Пікірлер: 471