दोनों असुरों की मृत्यु भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र के द्वारा हो जाता है और मारने के पहले ही दोनों असुरों का कहना था कि प्रभु मोक्ष मिलेगा न? और हमें वहीं मारना जहां जल न हो फिर भगवान विष्णु ने कहा कि मोक्ष तो मिलेगा किंतु तूने मुझे जितना कष्ट दिया है उतना तो भोगना ही पड़ेगा फिर बड़ा रूप लेकर दोनों असुरों को अपने ही हांथो पर बैठाकर चक्र से गला काट कर वध कर देते हैं I
श्री ब्रह्मा विष्णु महेश ऐसा कहने से लगता है जैसे यह तीन अलग-अलग देव अथवा शक्तियां हैं परंतु यह सत्य नहीं है वास्तव में यह तीनों एक ही शक्ति के तीन रूप हैं असल में एक ही परम ब्रह्म परमात्मा है जिसकी इच्छा अथवा संकल्प से इस जगत की सृष्टि होती है उस सृष्टि का पालन होता है और फिर उसी सृष्टि का संघार हो जाता है एकमत ए भी है कि सारा संसार एक माया है यह उत्पत्ति का पालन या फिर सारा नाटक केवल माया का भ्रम है जैसे स्वप्न में देखा हुआ सत्य नहीं होता उसी प्रकार यह सारा संसार मिथ्या है केवल स्वप्न मात्र है I
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Негізгі бет Фильм және анимация ब्रह्मा विष्णु महेश की कथा | असुरों को मोक्ष मिलता है, जानें भगवान के हाथ मरने का रहस्य | EP - 26
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