चढ़ो री सखी अब अगम अटारी, खोल दई मेरे हिये की पिटिरी ॥ (सार बचन छंद बंद दूसरा भाग )
सार बचन राधास्वामी बार्तिक और सार बचन छंद बंद ये किताब परम पुरूष पूरन धनी ने स्वयं अपनी जुबान मुबारक से फ़रमाई थी और लिखाई ये किताब राधास्वामी मत का भुत, भविष्य और वर्तमान है इसमें राधास्वामी मत का पुरा सारांश है। भण्डारे के उत्सव पर लाइव सत्संग विडियो व शब्द बानी की नई-नई विडियो देखने के लिए चैनल को सब्सक्राइब करें और विडियो को शेयर व लाइक करें और अपना प्यार हमें ऐसे ही देते रहे जिससे हम आप के लिए लाइव सत्संग व नई-नई शब्द बानी की विडियो लाते रहें राधास्वामी
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