खोल दो पंख मेरे कहता है परिंदा,
अभी तो और उड़ान बाकी है,
ज़मीन नहीं है मंज़ील मेरी,
अभी तो पूरा आसमान बाकी है।
Jada se jada support kare 😊
thanks 🙏
Негізгі бет class 10th समांतर श्रेढ़ियाँ chapter-5 [part-3] by Anubhav kr.
खोल दो पंख मेरे कहता है परिंदा,
अभी तो और उड़ान बाकी है,
ज़मीन नहीं है मंज़ील मेरी,
अभी तो पूरा आसमान बाकी है।
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