Күн бұрынदेवी नव दिनांह, साचै मन सिमरण करूं।भाग 8 रातीघाटी रै जुद्ध में करनीजी रै प्रताप सूं राव जैतसी री जीत Рет қаралды 421गिरधरदान रतनू दासोड़ी 1 1 Жүктеу
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