कई बार सुन चुका हूँ पर मन है कि मानता ही नहीं। हर बार ये भजन नया से लगता है। क्या बेंजो! क्या नाल! क्या झाल! और क्या गायिकी! सब एक से बढ़कर एक। अपलोड करने के लिए आपका बारम्बार धन्यवाद। और मेरी तरफ़ से पूरी मंडली को प्रणाम कहिये।और प्रार्थना भी कि इनके और भी भजन शेयर करें। 🙏
दशा मुझ दीन की भगवन सम्हालोगे तो क्या होगा। अगर चरणों की सेवा में लगा लोगे तो क्या होगा॥ नामी पातकी हूँ मैं और नामी पापहर तुम हो। जो लज्जा दोनों कि बचा लोगे तो क्या होगा॥ जिन्होंने तुमको करुणाकर पतितपावन बनाया है। उन्हीं पतितों को तुम पावन बना लोगे तो क्या होगा॥ यहाँ सब मुझसे कहते हैं तू मेरा तू मेरा है। मैं किसका हूँ ये झगड़ा तुम मिटा दोगे तो क्या होगा॥ अजामिल गिद्ध गणिका जिस दया गंगा से तरते हैं। उसी में ‘बिन्दु’ सा पापी मिला लोगे तो क्या होगा
भाई बुरा मत मानना आपने गाया बहुत ही अच्छा है पर गायकी के हिसाब से बादकी नही हुई है । आप ढोलक बादक को ताल बताइए कि ठेका और कहरबा मिक्स कर के बादकी करे ।
@musicalbalramvishwakarma
5 жыл бұрын
क्या बात है भईया आप समझ गए जय हो
@musicalbalramvishwakarma
5 жыл бұрын
क्युकी में भी ढोलक और तबला बजा लेता हूँ गोविन्द की बात बहुत अलग है हम दोनों भाई साथ ही रहते हैं
दशा मुझ दीन की भगवन सम्हालोगे तो क्या होगा। अगर चरणों की सेवा में लगा लोगे तो क्या होगा॥ नामी पातकी हूँ मैं और नामी पापहर तुम हो। जो लज्जा दोनों कि बचा लोगे तो क्या होगा॥ जिन्होंने तुमको करुणाकर पतितपावन बनाया है। उन्हीं पतितों को तुम पावन बना लोगे तो क्या होगा॥ यहाँ सब मुझसे कहते हैं तू मेरा तू मेरा है। मैं किसका हूँ ये झगड़ा तुम मिटा दोगे तो क्या होगा॥ अजामिल गिद्ध गणिका जिस दया गंगा से तरते हैं। उसी में ‘बिन्दु’ सा पापी मिला लोगे तो क्या होगा
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