दक्षिण बस्तर का सबसे प्रसिद्ध ramaram mela, देखिए आदिवासियों की अनोखी परंपरा और संस्कृति
#ramaram #mela #bastar #sukma #maoist
रामाराम मेला,sukma mela,mela,bastar mela,rama ram mela,ramaram mela,रामाराम मड़ई मेला,रामाराम मेला सुकमा,रामाराम मंदिर सुकमा,chhattisgarh mela,रामाराम मेला सुकमा का।,cg mela,mela sukma,mela video,rama rame mela,raamaram mela,rama ramin mela,sukma mela 2022,sukma mela 2023,ramaramin mela,india mela video,sukma jila ka mela,रामाराम मेला:दक्षिण बस्तर का सबसे प्रसिद्ध मेला,sukma mela ka video,bastar ka madai mela,raamaram mela bastar
जिला मुख्यालय से 9 किमी दूर #ramaram गांव में हर साल माघ पूर्णिमा के दूसरे मंगलवार को मेले का आयोजन किया जाता है। यह ऐतिहासिक एवं #south #bastar के प्रसिद्ध मेला भरा। रियासत काल से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है यहां मां चिटमिट्टीन देवी के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है।
#chhattisgarh राज्य के दक्षिण में होने की वजह से यहां चार राज्यों की आदिवासी परंपरा और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इसमें दक्षिणी दंडकारण्य क्षेत्र के समस्त देवी देवताओं को निमंत्रण दिया जाता है और क्षेत्रीय समस्त ग्राम देवता, लाट भैरम, बाजा-बजंत्री, मांझी, मुखिया, चालकी एवं पुजारी अनिवार्यता अपनी उपस्थिति आदिम विधि विधान से दर्ज कराते हैं।
सुकमा राजपरिवार के सदस्यों द्वारा सबसे पहले सुबह देवी मां की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। इसके बाद लोगों द्वारा माई के दर्शन व पूजा-अर्चना करने का सिलसिला शुरू होता है जो देर शाम तक जारी रहता है। गांव के मुखिया-मांझी भी पूजा अर्चना में भाग लेते हैं। माता की पूजा में बली का भी विधान हैं। विभ्ज्ञिन्न गांवों से ग्रामीण स्वेच्छा से बलि के लिए पशु-पक्षी लाते हैं। लोग अपनी विभिन्न आकांक्षाओं के लिए देवी से मन्नत मांगते हैं एवं पूर्ण होने पर अपनी मन्नत के अनुसार श्रद्धा से अपनी प्रतिज्ञा करते हैं।
बताया जाता है कि सन् 1834 ईस्वी में मंदिर की स्थापना सुकमा के तत्कालीन शासक रामराज देव ने की थी। रामाराम के पास होने की कारण देवी रामारामिन देवी के नाम से सहज रूप से प्रसिद्ध है। यह प्राचीन मंदिर पहाड़ी की तलहटी पर स्थित है। पहाड़ी के ऊपर आज भी करीब 400-500 वर्ष पुराने भग्नावशेष विद्यमान है। मान्यता यह भी है कि श्री राम अपने वनवास काल के दौरान रामाराम मंदिर में भू-देवी की आराधना की थी। इसलिए राज्य सरकार ने रामाराम मंदिर को राम वन गमन पथ प्रोजेक्ट में शामिल कर मंदिर को संवारने का काम कर रही है।
ramaram mela,rama ram mela,raamaram mela bastar,sukma mela,raamaram mela,ramaramin mela,bastar mela,sukma cho ramaram mela,ramaram mela chhattisgarh,sukma cho ramaram mela rajwada,bastar ka madai mela,rama rame mela,rama ramin mela,ramaram mele 2022,ramaram,bastar ka mela,mela,sukma mela 2022,sukma mela 2023,mela sukma,bastar madai mela,sukma jila ka mela,sukma mela ka video,bastar mela video,kawasi lakhma mela video,chhattisgarh mela
Негізгі бет दक्षिण बस्तर का सबसे प्रसिद्ध ramaram mela, देखिए आदिवासियों की अनोखी परंपरा और संस्कृति
Пікірлер: 2