राधे राधे श्री वृदांवन, महाराज जी, सादर प्रणाम आप कथा में विषय संदर्भित भक्त चरित्र सुनाते हैं वह शिक्षा देने के साथ नयनों को भी लबालब कर देती है, कोटिशः धन्यवाद आज ईश्वर प्रदत्त कानों के महत्व को जानना है|जैसा कि हम जानते हैं कि कान से केवल आदान क्रिया होती ,इसके महत्व को इस बात से जाना जा सकता है जैसे- महाराज जी की कथा अमृत को 'म्युट' कर दिया जाए तो हमारी तड़फ की कल्पना भर कर लीजिए| कानों से सुने गए शब्दों की प्रतिक्रिया हमारे अंग अंग से होती है जैसे महाराज जी जब "सुन राधिका दुलारी" अमृत हमारे कानों में डालते हैं तब आंखों का बंद होना, उसका बहना, शरीर के रोम रोम का रोमांचित होना हाथ पैर गर्दन का नर्तन करना , दिल की धड़कन का बदलना और भी बहुत कुछ होता है यहाँ तक की अधिक समय तक श्रवण करने से स्वभाव भी बदल जाता है|, इस प्रकार शब्द सकारात्मक होने पर मरहम व दवा का काम तो करते ही है ये निर्वाण का पथ भी प्रशस्त करते हैं पर यह शब्दों को प्रेषित करने वाले पर ही निर्भर करता है| इसके विपरीत यदि इन कानों में कचरा डाला जाए तो कचरे में उपस्थित प्रदूषित पदार्थ व इसे डालने वाले पर निर्भर करती है प्रतिक्रिया जो सूक्ष्म हिंसा के साथ साथ महा-अपराध भी हो सकता है|
@monikabedagkar7168
5 ай бұрын
Aho bhagya hamare Jo aap mile🙏🤗hame krishn ji se prem karna sikha diya..jivan mai bhakti ras pradan kiya🙏🙏🙏🤗🤗🤗❤️🌹👌👌👌😊🌞💝🫰apko koti koti pranam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Apke thakurji ki koi jawab nhi...aur apka bhi... Mai bohat lucky hun jise aise satang dur se hi sahi parantu atleast experience karne ka mauka milta hein...mujhe bhi Santo ke sanidhya me hi jeevan vyatit karne ki badi as hein...jay shri radhe Shyam...mero govind gopal tujhe saw crore bar naman❤❤❤❤❤❤ 🙏
@RinkuRinku-h9r
5 ай бұрын
Naam jaap start kar dijiye agar nhi kiya ho to Radha Radha Radha dekhiye thakurji jarur apke pass aayenge dream me hi sanhi or apka Mann thakur ji se prem karne laga h to unki ap par kripa ho gai h, Santo k satsang suniye apko thakurji unke Sanidhya me pahucha denge bas ap dharm se chaliye , Radha Radha 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@universal_lover
5 ай бұрын
@@RinkuRinku-h9r kya Pata yehi Sandesh radhe shyam ne apke zariye hum tak pahucha diya...zaroor...smaran rahega...pranam...radhe radhe ....🙏🙏
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻Jay ho byash Deb ji ke 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 Jay ho Radha rani ki 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 Jay ho brushvanundiniki 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🙏🏻🌹
@RamkumarAwasthi-zd9xp
5 ай бұрын
Jay ho mere pyare shree radha vallabh laal ju shree radha raman laal ju jay ho shree shyama shyam ju kishori sarkaar ki jay bihari ju ❤❤❤❤❤🌹🌹🌹🌹🌹🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙏🙏🙏🙏🙏
@gdanimetime7561
5 ай бұрын
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः
@krasnambishnoi1229
5 ай бұрын
Radhe radhe maharaj ji 🙏🙏 jay ho lal ji 💖🌹💖
@LaxmiGupta-be3pp
5 ай бұрын
जय हो श्री मद्भागवत महापुराण की जय हो जय जय श्री राधे श्याम
श्री बद्रीनाथ भगवान की जय हो ❤❤ श्रीमन नारायण भगवान की जय हो ❤❤ श्री द्वारकाधीश भगवान की जय हो ❤❤ श्री सत्यनारायण भगवान की जय हो ❤❤ श्री बांके बिहारी लाल की जय हो ❤❤ लाडली जू श्री राधा रानी सरकार की जय हो ❤❤ श्री व्यास भगवान की जय हो ❤❤
@chotusharmasharma1867
5 ай бұрын
जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण
जय श्री राधे कृष्णा जय श्री राधे कृष्णा जय श्री राम जय जय श्री राम सीताराम हनुमान सीताराम हनुमान
@saritamittal2679
5 ай бұрын
जय जय श्री राधे राधे राधे महाराज जी कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
@deelipbeldar7672
5 ай бұрын
जय हो जय हो प्रभु जी कोटी कोटी नमन आपके श्री चरणों में भगवन् अद्भुत अद्भुत भाव प्रकट होता है आपके श्री मुख से वा आनंद आ गया प्रभु जी श्री कपिल भगवान और माता दूवहुती का अद्भुत प्रसंग श्रवण करके हिरदय आनंद से भर गया प्रभु जी और श्री विट्ठल भगवान के अद्भुत भाव प्रकट किया आपने प्रभु जी जय हो प्रभु जी हमें तो अभी से इंतजार है की कब 11से 17 जनवरी की कथा हो आपके श्री मुख से श्री ज्ञानेश्वर जी महाराज जी की लिखीत श्री ज्ञानेश्वरी श्रीमद् भागवत महापुराण कथा श्रवण करने मिलें प्रभु अति सुंदर अभंग आपने श्री पंडरी नाथ भगवान का गाया भगवन् अद्भुत तन के साथ साथ मन भी नृत्य कर रहा था भगवन् भक्ती रुपी गंगा में डुबकी लगाते हुए अत्यंत आनंद की और हर्ष की अनुभूति हो रही है प्रभु जी अपने श्री चरणों में हमारो बारंबार प्रणाम दंडवत भगवन् स्वीकार कीजिए भगवन् श्री गिरधर लाल प्यारे जु की जय हो राधे राधे श्री वुंदावन जय जय राम कृष्ण हरी जय हरी विठ्ठल
🌸🌿🌺 राधे राधे 🌺🌿 जय जय श्री श्यामा श्याम जु 🌸🌺🙏🙏🌼❤️🪔🌼🪔❤️🌼🌺🌿🙏🙏
@meenusingh6934
5 ай бұрын
Dil Ko Chhu jaane wali kathaen NIT Din sun rahi hun Guruji ko sat sat Naman bahut Anand Aata Hai Jay Shri Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe
अति सुन्दर श्री ठाकुर जी के चरणों में शत शत प्रणाम नमन वंदन 🌺💛🌺 परम पूज्य श्री इन्द्रेश उपाध्याय जी आपने आज पद सुनाया… हमें श्याम ना मीला सुन राधिका दुलारी तेरे द्वार का भीखारी सुन आज श्रीकृष्ण की बहुत याद आती है। अद्भुत श्रीमद् भागवत कथा 💛🌺💛
@प्यारी_राधे4438
5 ай бұрын
🙏🌹🙏🌹राधे राधे.. 🌹🙏राधारमण लाल की जय हो..🌹🙏🙌प्रणाम महाराज जी 🙏🍃🙌🌹
Bhagwat Katha to bahut bar Suni hun Lekin Indresh Guruji Maharaj se nai nai kathaen sunane Ko milati Hai bahut Anand Aata Hai Jay Shri Radhe Radhe🛕🛕🚩🚩
@rajeshbhatia3591
4 ай бұрын
प्रवचनों से हम आत्मा को देख नही सकते प्रवचनों से भक्ति बढ़ती है ओर जब भक्ति से मानव अपने चोविसो तत्वो से मुझे अर्थात भगवान आत्मा को जानने मे पुरा जीवन लगा मुझ अन्तर आत्मा को प्रसन्न करता है तो मे हरि ऊसे दिव्य दर्षटी प्रदान करता हु तब ऊसे शरीर व ऊसमे आत्मा अलग होने का बोध होता है की शरीर प्रकृति से बना है ओर पच्चीस वा तत्व श्री हरि है मानव शरीर इसलिए ही मीला है चोविस तत्वो से कार्य कर ऊस पचीसवे तत्व श्री हरि की प्राप्ती ही मानव शरीर का उद्देश्य है ओर ये मानव शरीर इसलिए हमे मीला है भोतिक सुख सुविधाएं प्राप्त कर नष्ट करने ये जीवन नही मीला है
श्री राधारमण लाल जू की जय ।।।। ❤️🙏💐🧿 जय श्री राधे ।।।। ❤️🙏💐🧿
@rajeshbhatia3591
4 ай бұрын
हमारा शरीर २५ तत्वों से बना है चोविस तत्व व पच्चीस वा तत्व आत्मा हरि है इसलिए शरीर प्रकृति से पंच तत्वों से बना है ओर आत्मा उसी शरीर में रहते हुए भी उस से अलग है जब मर्तयु होती है तो पांच तत्व प्रकृति में मिल जाते हैं बाकी उन्नीस तत्व भी प्रकृति में मिल जाते हैं ओर पच्चीस वा तत्व आत्मा हरि उस से अलग हो जाता है देव भुमि माता के प्रश्न का भगवान कपिल समझा रहै है मानव का उद्देश्य उन चोविस तत्वों से प्रयत्न कर पच्चीस वे तत्व को प्राप्त करना है श्री हरि को पाना हैइसके अनुसार 25 मूल तत्त्व होते हैं जिनमें प्रकृति, बुद्धि महत,आत्म चेतना (अहंकार), आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी, श्रुति, स्पर्श, दृष्टि, स्वाद, गन्ध, पाँच कर्मेन्द्रियां -वाक्, धारणा, गति, उत्सृजन एवं प्रजनन, मस्तिक, पुरुष इत्यादि हैं | मूल तत्वों में प्रकृति प्रथम है। प्रकृति का तात्पर्य यहाँ द्रव्य (matter) से है
@KomalWaghmare-lf6ze
5 ай бұрын
सुंदर ते ध्यान 🙌🥺
@shikhaarora3991
Ай бұрын
Jai shree krishna Jai siya ram jai shree man narayan
@BageshwarBagnath
4 ай бұрын
🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏धन धन बाबा बालक नाथ मेरी डोरी तेरे हाथ 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹 🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏ॐ नमः पार्वतीपतये नमः हर हर महादेव 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹 🌹🌹🌹🌹कृपया मंदिर या गुरुद्वारे में लंगर के लिए हर महीने कुछ राशि दान करें।
Пікірлер: 262