दयारा बुग्याल में दूध, दही, छांछ और मक्ख़न की होली
में सोमेश्वर देवता के रूप में पूजे जाने वाले अंदुरी त्यौहार जिससे आज बटर फेस्टिवल के नाम से जाना जाता है।
दयारा बुग्याल में दूध, मट्ठा और मक्ख़न की होली खेल कर मनाया गया जाता है अंदुरी त्यौहार/बटर फेस्टिवल,
ऋृषि मुनियों की तपतस्थली की भूमि में जहां स्वंम ऋृषि भगीरथ जी ने मॉ गंगा को धरती पर लाये थे और यही वह स्थान हैं जहां मॉ गंगा और यमुना का उदग्म स्थल जहां स्वंय भगवान सोमेश्वर जिन्हे शिव के रूप में हर वर्ष भादों के महिने में दयारा बुग्याल में अंदुरी नाम से प्रसिद्ध त्यौहार को मनाने बुग्यालों में देश विदेश के श्रद्धालु यहां पहॅूचकर दुध दही धी,छाछ, मक्खन की होली ख्ेालते हैं ये होली स्थानीय पंचगई गॉव के लोगों के लोगों के दुध दही घी मक्खन के भण्डार से भरपूर भगवान सेामेश्वर , शिव व पार्वती केा चढाया जाा हैं और होली खेली जाती है।उत्तराखण्ड के दयारा बुग्याल में पौराणिक और धार्मिक बटर फेस्टिवल पर्यटकों की उपस्थिति में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान भगवान सोमेश्वर देवता की डोली की पूजा अर्चना के साथ ग्रामीणों ने प्रकृति के प्रति आभार जताते हुए दूध, मट्ठा और मक्खन की होली खेली, इसके साथ ही ग्रामीणों ने क्षेत्र की सुख,समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
अंदुरी फेस्टिवल पर देश विदेश से पहुंचे पर्यटकों ने अनोखे पर्व पर एक दूसरे पर दूध, मक्खन और मट्ठा लगाते हुए जमकर होली खेली।भटवाड़ी ब्लॉक के पंचगई यानी रैथल, क्यार्क, बन्दरणी, नटिन और भटवाडी के ग्रामीणों ने 11 हजार फीट पर 28 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले दयारा बुग्याल में बटर फेस्टिवल धूमधाम से मनाया। इस दौरान बड़ी संख्या में टिहरी, उत्तरकाशी,
खते हैं। इस दौरान बुग्यालों में रहने वाले पशुधन की समृद्धि होती है। ग्रामीण पशुधन की समृद्धि पर यह पर्व मनाते हैं। आज संक्रांति के पर्व पर दयारा बुग्याल में बटर फेस्टिवल में सोमेश्वर देवता की डोली की मौजूदगी में पर्व मनाया गया। इस दौरान गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने शामिल होकर ग्रामीणों को पर्व की शुभकामनाएं दी।
Негізгі бет दयारा बुग्याल में अण्डुडी त्यौहार।।Dayara Bugyal Anduri Festival।।
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