आदिवासियों की जगह में कितने चर्च बने हुए हैं उसके बारे में कोई आदिवासी नेता बोलने को तैयार नहीं
@rakasindri
22 күн бұрын
Chrtiantian Missionary ke pass sara documents sahi rhta h...Lekin Brahminvadi Sirf illegal tarike se zamin kabja krte h mandir ke nam pr.Example..Mahabodhi Mandir me Brahmin baithe rhte hai .yaha tak ki Haji Ali Mazar pr main Panda baithe rhte h .
@rpdmehta3320
22 күн бұрын
Sahi baat
@Capricious-qx7kc
22 күн бұрын
@@rakasindrichristianity angrej le ke aaye the matlab angrejon ne jo aadivasi jamin par nirman karwaya tha wo sab sahi hai
@ajitkumarmaharana9275
22 күн бұрын
Savi hotel men Hindu likha taki begar hindu prabesh na kar sake
@benedictbhengra1019
22 күн бұрын
@@rakasindrimuda dewri diri ka hai muda se bhatkane me manuvadi mahir hai sawdhan rahe
@KushalOraon-k9c
22 күн бұрын
सभी आदिवासी को तमाड़ जनक्रोस रैली में शामिल होना है जय आदिवासी जय जोहार
@Skum65822
22 күн бұрын
@@KushalOraon-k9c जय श्री राम 🚩😂🙏
@djronics5626
22 күн бұрын
@@Skum65822छठ पूजा आने वाला है,,,, जाओ नहीं तो छूट जावोगे अभी से,,,,,😊
@thepoliticaleye_
22 күн бұрын
*दीवड़ी मंदिर विवाद का पड़ताल और सच ।* *जानिए कैसे भाजपा फंड करके धर्म के नाम पर आदिवासीयों को भड़काने का प्रयास कर रहा है ताकी उनका वोट बिखर जाए* *कुछ समय पूर्व 4-5 लोगों द्वारा पौराणिक दिउड़ी मंदिर में ताला जड़ दिया कर सामाजिक वैमनस्य का माहौल बनाने का प्रयास किया गया था को असफल रहा , अगर उन्हें आपत्ति थी तो कोर्ट जाना चाहिए था परंतु उन्होंने मंदिर में ताला जड़ कर आस्था से खिलवाड़ किया।* *विवाद है की दिउड़ी मंदिर, मंदिर ना होकर दिउड़ी दीरी है जिस मामले को लेकर 4-5 लोग विवाद कर रहे हैं और तथ्य से अनजान लोगों के बीच माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे जबकि इस स्थान पर सैंकड़ों वर्ष से बिना विवाद के आदिवासी , हिंदू, जैन, सिख इत्यादि द्वारा समान श्रद्धा भाव से पूजा किया जाता रहा है । हमारे द्वारा उक्त विषय की पड़ताल की गई जिसमें निम्न तथ्य सामने आया है ।* *1. 1907 और 1937 के आसपास बने CS और RS खतियान में सम्बन्धित मंदिर वाले क्षेत्र में कहीं भी दिउड़ी दीरी या सरना स्थल वर्णित नहीं है , हां वहां दूसरे प्लॉट पर हडगड़ी जरूर है , जबकि स्पष्ट रुप से " दिउड़ी मंदिर " वर्णित है । अब यहां प्रश्न होता है की जब 1907 के खतियान में दिउड़ी मंदिर वर्णित है तो किस आधार पर इसे दिउड़ी दीरी कहा जा सकता है ?* *2. 1907 / 1908 में एक केस हुआ है जिसमें दिउड़ी मंदिर की ज़मीन का मालिक पांडा लोगों को माना गया था जिससे उक्त जमीन मुंडा से पांडा में तब्दील हो गई, इस विषय को स्पष्ट करना जरूरी है क्यों की कुछ असामाजिक लोग आदिवासियों को भड़का कर यह बरगला रहे हैं की CNT Act के बावजूद जमीन का मालिक मुंडा से पांडा कैसे हुआ , इसका सहज जवाब है कोर्ट का ऑर्डर जो की खतियान में लिखा हुआ है और कोई भी व्यक्ति खतियान की प्रति रिकॉर्ड रूम से ले सकता है ।* *3. दिउड़ी दीरी का पक्ष डीसी कोर्ट और हाई कोर्ट गया जहां वो जीत नहीं पाए । हाई कोर्ट के प्रोसिडिंग में वर्णित है की दीरी के पक्ष ने फ़ैसला के दौरान अंत में कोर्ट से अनुरोध किया की उन्हें एक दान पेटी दीया जाए, यानी उस दान पेटी में को भी रुपया आए उसका मालिक वो होंगे किसे कोर्ट ने खारिज कर दिया, इसका डिटेल भी आप कोर्ट से निकलवा सकते हैं।* *इस विषय को क्यों कुछ लोग तुल देकर आदिवासियों को मिसलिड कर रहे हैं ।* *1. 2020-21 में बुंडू एसडीएम को दिउड़ी ग्रामीणों की शिकायत मिली की दिउड़ी मंदिर में आ रहा दान का पैसा और जेवर का कुछ लोग बंदर बांट कर रहे हैं जिस शिकायत के आधार पर तत्कालीन एसडीएम ने दिउड़ी मंदिर को ट्रस्ट बना दिया जिसमें एसडीएम, सीओ, ग्राम प्रधान मंदिर के पुजारी इत्यादि सभी हैं और आगर आप इंसान भी चाहे तो दान में कुछ रकम देकर सदस्य बन सकता है ।* *2. 2020 तक मंदिर का पैसा मंदिर से जुड़े कुछ लोग रखते थे जो असल में इस मामले को आज भड़का रहे हैं, उन्होंने 2020 तक का हिसाब दिया है की मंदिर को हर वर्ष 2 लाख रुपए और शून्य जेवरात आते थे ।* *3. 2021 को ट्रस्ट बनने के बाद, दिउड़ी मंदिर ट्रस्ट ने हिसाब दिया की मंदिर को प्रत्येक वर्ष 20 लाख रुपए और अच्छी मात्रा में जेवर मिल रहा है जो लॉकर में जमा है और ये दान धीरे धीरे बढ़ रहा है ।* *4. सोचिए की 2020 तक ट्रस्ट बनने से पहले मंदिर को प्रत्येक वर्ष मात्र 2 लाख और शून्य जेवर आते थे और अचानक से 2021 में ट्रस्ट बनने के बाद ये दान बढ़कर प्रत्येक वर्ष 20 लाख + जेवर हो गए , कैसे ? मूर्ख आदमी भी समझ सकता है की ट्रस्ट बनने से पहले काफी ज्यादा दान के पैसा का गबन होता था ।* *5. आप देखिए की 2020 तक, इतना पैसा आने के बावजूद मंदिर का क्या विकास हुआ ? और 2020 के बाद देखिए की क्या हो रहा ।* *सारांश -* *हकीकत और काजगी तौर पर यह दिउड़ी मंदिर है, जिसकी पूजा आदीवासी/हिन्दू/जैन/सिख समान श्रध्दा भाव से पूजा करते आ रहे हैं परंतु जिन लोगों को इसकी पैसे की आदत लगी है वो भी प्रत्येक वर्ष कम से कम 20 लाख और गहना वो इस मोह से निकल नहीं पा रहे और चुनाव के समय आदिवासियों को भड़काने का प्रयास कर रहे थे ।* *सबों से अनुरोध है की आप सुनी सुनाई बात पर यकीन करने के बजाए कागजी तौर पर स्वयं तथ्य को देखें और समझें ।* *जय सिंग बोंगा*
@dhananjaymandal2469
22 күн бұрын
@@Skum65822 यदि आदिवासी हिंदू नहीं है तो आदिवासी क्रिश्चियन कैसे हो सकता है
@Birsamundalover
21 күн бұрын
लुटेरे जय श्री राम बोल रहा है 😂😂😂😂@@Skum65822
@goaltobebestteacher7689
22 күн бұрын
इसी तरह ईसाई मिशनरी के खिलाफ भी एकजुट होना होगा
@christatulbpurty7447
22 күн бұрын
जिस आक्रोश से आपने यह कथन दिया है कि ईसाईयों के खिलाफ भी एक जुटता दिखाया जाए, क्या आपको अंदाजा है कि झारखण्ड में आदिवासियों की कुल प्रतिशत कितनी है? उनमे से सरना विसवासी कितने प्रतिशत हैं और मसीही लोग कितने हैं?मात्र 4 प्रतिशत ही लोग मसीही हैं, अल्पसंख्यक के श्रेणी में आने के बाद भी पूरे झारखण्ड में 750+ स्कूल और शिक्षक संस्थान खोले गए हैं, सिर्फ इसलिए कि राज्य के आदिवासी चाहे वो सरना हों या ईसाई सबका कल्याण हो। मुझे पुरा विश्वास है कि देवरी दिरी ज़मीन का मामला खूंटकटी आदिवासियों के पक्ष में ही जाएगा, CNT ACT 1908 के तहत ये जीत पक्की है। साथ ही बता दूँ कि CNT ACT कि आधारशिला भी एक ईसाई मिशनरी ने रखी थीं Fr J B Hoffman.
@christatulbpurty7447
21 күн бұрын
आप ने जिस आक्रोश के साथ यह कथन दिया है कि इसी तरह मसीहीयों के खिलाफ भी एक जुटता दिखानी है, क्या आपको जानकारी है कि राज्य में कितने प्रतिशत आदिवासिओं का है? उनमे से सरना विश्वासी और मशीही लोगों का प्रतिशत मालूम है? कुल आदिवासियों का केवल 4 प्रतिशत जनसंख्या ही मसीही लोग हैं, अल्पसंख्यक होने के बाद भी राज्य में 750+ स्कूल और उच्च सिक्षा संस्थान हैं ताकि क्या सरना क्या मसीही नहीं बल्की सिर्फ आदिवासिओं का उतथान हो। मुझे पुरा विश्वास है कि देवरी दिरी ज़मीन मामला में खूंटकटी आदिवासिओं की जीत होगी क्योंकि सारे कागज़ात CNT ACT 1908 के तहत सही हैं। यह भी बता दूँ कि जिस CNT ACT के जरिये आज तमाम आदिवासिओं की ज़मीन की अवैध पकड़ का पर्दा फ़ास करने में सक्षम है उसकी आधारशीला भी एक ईसाई मिशनरी ने रखी थीं (Fr J B Hoffman)
@rprailwayvlog119
21 күн бұрын
@@christatulbpurty7447mtlb ईसाई मिशनरि सही है आपके हिसाब से आदिवासी ईसाई बन जाए वो सही है,
@christatulbpurty7447
21 күн бұрын
मैंने टिपणी जानकारी देने के लिए दिया है, इसलिए नहीं कि कोई मसीही हो जाए। रही बात आस्था की, हर एक धर्म की कुछ शिक्षा होती है, उस शिक्षा से प्रभावित होकर लोग अपने विश्वास के अनुसार अनुसरण करते हैं 😊 @@rprailwayvlog119
@_-_kevin13905
21 күн бұрын
@@rprailwayvlog119sahi hai pr Brahmin dharam dusro ko nich samjne wale 👎
@BholanathTudu-qz4hy
22 күн бұрын
बंगाल, झारखंड, उड़ीसा से अनुरोध है 29 सितम्बर को जन आक्रोश रैली में शामिल हो।
@saibaba-sj3pq
22 күн бұрын
Asam se or Ane ke liye or likhiye
@Skum65822
22 күн бұрын
@@saibaba-sj3pq टैंक और मिसाइल भी लेके आते
@djronics5626
22 күн бұрын
@@Skum65822आप लोग ही ऐसा सोंच सकते हैं,,,, हमलोग उलगुलाल करते हैं,,💪
@meeramaya6751
22 күн бұрын
@@Skum65822wo sab tumhaare paas hai.
@SashwatBharadwaj
22 күн бұрын
hindu ka sabdik arth hota hai Indian. सिंधु नदी (ईरानी उच्चारण हिंदू नदी) के पूरब के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को हिंदू बोला गया है। जिस धर्म की उत्पत्ति भारत भूमि में है, सभी तीर्थ स्थान भारत में हैं, जिनकी देवी देवता भारत के हैं, जिस धर्म, पंथ की उत्पत्ति है भारत भूमि में हुई है, उसको मानने वाले सभी हिंदू हैं।
@pradeepmahto1732
22 күн бұрын
झारखण्ड मे जीतने भी चर्च बने है, किसका जमीन मे बना है, जांच किया जाय, BAP PARTY
@benedictbhengra1019
22 күн бұрын
Target dewri diri mudda se mat bhatkao
@_-_kevin13905
21 күн бұрын
Abe afim k soda jada kheti kr liye ho
@sangeetakujur8021
21 күн бұрын
Jitne bhi mandir khaa bana hai bhai.।
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
@@sangeetakujur8021 hindu hamesha se. He 26 % hi adivasi he baki hindu he
मंदिर कैसे बना वो बाद की बात है। अगर हिंदुओं का है तो जमीन का पेपर तो दिखाए। मुंडा लोग कहा रहे है उनके पास जमीन का पेपर है। पेपर जिसके पास है जमीन उनका है। जय आदिवासी 🙏
@thepoliticaleye_
22 күн бұрын
*दीवड़ी मंदिर विवाद का पड़ताल और सच ।* *जानिए कैसे भाजपा फंड करके धर्म के नाम पर आदिवासीयों को भड़काने का प्रयास कर रहा है ताकी उनका वोट बिखर जाए* *कुछ समय पूर्व 4-5 लोगों द्वारा पौराणिक दिउड़ी मंदिर में ताला जड़ दिया कर सामाजिक वैमनस्य का माहौल बनाने का प्रयास किया गया था को असफल रहा , अगर उन्हें आपत्ति थी तो कोर्ट जाना चाहिए था परंतु उन्होंने मंदिर में ताला जड़ कर आस्था से खिलवाड़ किया।* *विवाद है की दिउड़ी मंदिर, मंदिर ना होकर दिउड़ी दीरी है जिस मामले को लेकर 4-5 लोग विवाद कर रहे हैं और तथ्य से अनजान लोगों के बीच माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे जबकि इस स्थान पर सैंकड़ों वर्ष से बिना विवाद के आदिवासी , हिंदू, जैन, सिख इत्यादि द्वारा समान श्रद्धा भाव से पूजा किया जाता रहा है । हमारे द्वारा उक्त विषय की पड़ताल की गई जिसमें निम्न तथ्य सामने आया है ।* *1. 1907 और 1937 के आसपास बने CS और RS खतियान में सम्बन्धित मंदिर वाले क्षेत्र में कहीं भी दिउड़ी दीरी या सरना स्थल वर्णित नहीं है , हां वहां दूसरे प्लॉट पर हडगड़ी जरूर है , जबकि स्पष्ट रुप से " दिउड़ी मंदिर " वर्णित है । अब यहां प्रश्न होता है की जब 1907 के खतियान में दिउड़ी मंदिर वर्णित है तो किस आधार पर इसे दिउड़ी दीरी कहा जा सकता है ?* *2. 1907 / 1908 में एक केस हुआ है जिसमें दिउड़ी मंदिर की ज़मीन का मालिक पांडा लोगों को माना गया था जिससे उक्त जमीन मुंडा से पांडा में तब्दील हो गई, इस विषय को स्पष्ट करना जरूरी है क्यों की कुछ असामाजिक लोग आदिवासियों को भड़का कर यह बरगला रहे हैं की CNT Act के बावजूद जमीन का मालिक मुंडा से पांडा कैसे हुआ , इसका सहज जवाब है कोर्ट का ऑर्डर जो की खतियान में लिखा हुआ है और कोई भी व्यक्ति खतियान की प्रति रिकॉर्ड रूम से ले सकता है ।* *3. दिउड़ी दीरी का पक्ष डीसी कोर्ट और हाई कोर्ट गया जहां वो जीत नहीं पाए । हाई कोर्ट के प्रोसिडिंग में वर्णित है की दीरी के पक्ष ने फ़ैसला के दौरान अंत में कोर्ट से अनुरोध किया की उन्हें एक दान पेटी दीया जाए, यानी उस दान पेटी में को भी रुपया आए उसका मालिक वो होंगे किसे कोर्ट ने खारिज कर दिया, इसका डिटेल भी आप कोर्ट से निकलवा सकते हैं।* *इस विषय को क्यों कुछ लोग तुल देकर आदिवासियों को मिसलिड कर रहे हैं ।* *1. 2020-21 में बुंडू एसडीएम को दिउड़ी ग्रामीणों की शिकायत मिली की दिउड़ी मंदिर में आ रहा दान का पैसा और जेवर का कुछ लोग बंदर बांट कर रहे हैं जिस शिकायत के आधार पर तत्कालीन एसडीएम ने दिउड़ी मंदिर को ट्रस्ट बना दिया जिसमें एसडीएम, सीओ, ग्राम प्रधान मंदिर के पुजारी इत्यादि सभी हैं और आगर आप इंसान भी चाहे तो दान में कुछ रकम देकर सदस्य बन सकता है ।* *2. 2020 तक मंदिर का पैसा मंदिर से जुड़े कुछ लोग रखते थे जो असल में इस मामले को आज भड़का रहे हैं, उन्होंने 2020 तक का हिसाब दिया है की मंदिर को हर वर्ष 2 लाख रुपए और शून्य जेवरात आते थे ।* *3. 2021 को ट्रस्ट बनने के बाद, दिउड़ी मंदिर ट्रस्ट ने हिसाब दिया की मंदिर को प्रत्येक वर्ष 20 लाख रुपए और अच्छी मात्रा में जेवर मिल रहा है जो लॉकर में जमा है और ये दान धीरे धीरे बढ़ रहा है ।* *4. सोचिए की 2020 तक ट्रस्ट बनने से पहले मंदिर को प्रत्येक वर्ष मात्र 2 लाख और शून्य जेवर आते थे और अचानक से 2021 में ट्रस्ट बनने के बाद ये दान बढ़कर प्रत्येक वर्ष 20 लाख + जेवर हो गए , कैसे ? मूर्ख आदमी भी समझ सकता है की ट्रस्ट बनने से पहले काफी ज्यादा दान के पैसा का गबन होता था ।* *5. आप देखिए की 2020 तक, इतना पैसा आने के बावजूद मंदिर का क्या विकास हुआ ? और 2020 के बाद देखिए की क्या हो रहा ।* *सारांश -* *हकीकत और काजगी तौर पर यह दिउड़ी मंदिर है, जिसकी पूजा आदीवासी/हिन्दू/जैन/सिख समान श्रध्दा भाव से पूजा करते आ रहे हैं परंतु जिन लोगों को इसकी पैसे की आदत लगी है वो भी प्रत्येक वर्ष कम से कम 20 लाख और गहना वो इस मोह से निकल नहीं पा रहे और चुनाव के समय आदिवासियों को भड़काने का प्रयास कर रहे थे ।* *सबों से अनुरोध है की आप सुनी सुनाई बात पर यकीन करने के बजाए कागजी तौर पर स्वयं तथ्य को देखें और समझें ।* *जय सिंग बोंगा*
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Christian kaha se Aya ye pahale Bata tum
@johnhoro8187
20 күн бұрын
@@PrakharShankar-s1f nam dek k soch may paad gaya.....??? Kya soch raha tha somra Budhwa mangra yahi SB nam expect kr raha tha??
@ManojKumarOraon-h4h
22 күн бұрын
प्रकृति को पूजने वाले समुदाय ही आदिवासी है महादेव इस प्रकृति पर जन्म लिया है मूर्ति हमारी नहीं लेकिन महादेव हमारा है जय आदिवासी जय सरना
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Isa sale ki khopadi kyu nhi kholate Christian conversation Kara raha he
@behappyalways2258
22 күн бұрын
जय मां देवड़ी 👍🙏🙏
@asimkujur4144
22 күн бұрын
देवरी दिरी ने आदिवासी समाज को एक कर दिया है, अब ब्रह्मण पांडा पुजारी का चाल कामयाब नहीं हो सकेगा
@thepoliticaleye_
22 күн бұрын
*दीवड़ी मंदिर विवाद का पड़ताल और सच ।* *जानिए कैसे भाजपा फंड करके धर्म के नाम पर आदिवासीयों को भड़काने का प्रयास कर रहा है ताकी उनका वोट बिखर जाए* *कुछ समय पूर्व 4-5 लोगों द्वारा पौराणिक दिउड़ी मंदिर में ताला जड़ दिया कर सामाजिक वैमनस्य का माहौल बनाने का प्रयास किया गया था को असफल रहा , अगर उन्हें आपत्ति थी तो कोर्ट जाना चाहिए था परंतु उन्होंने मंदिर में ताला जड़ कर आस्था से खिलवाड़ किया।* *विवाद है की दिउड़ी मंदिर, मंदिर ना होकर दिउड़ी दीरी है जिस मामले को लेकर 4-5 लोग विवाद कर रहे हैं और तथ्य से अनजान लोगों के बीच माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे जबकि इस स्थान पर सैंकड़ों वर्ष से बिना विवाद के आदिवासी , हिंदू, जैन, सिख इत्यादि द्वारा समान श्रद्धा भाव से पूजा किया जाता रहा है । हमारे द्वारा उक्त विषय की पड़ताल की गई जिसमें निम्न तथ्य सामने आया है ।* *1. 1907 और 1937 के आसपास बने CS और RS खतियान में सम्बन्धित मंदिर वाले क्षेत्र में कहीं भी दिउड़ी दीरी या सरना स्थल वर्णित नहीं है , हां वहां दूसरे प्लॉट पर हडगड़ी जरूर है , जबकि स्पष्ट रुप से " दिउड़ी मंदिर " वर्णित है । अब यहां प्रश्न होता है की जब 1907 के खतियान में दिउड़ी मंदिर वर्णित है तो किस आधार पर इसे दिउड़ी दीरी कहा जा सकता है ?* *2. 1907 / 1908 में एक केस हुआ है जिसमें दिउड़ी मंदिर की ज़मीन का मालिक पांडा लोगों को माना गया था जिससे उक्त जमीन मुंडा से पांडा में तब्दील हो गई, इस विषय को स्पष्ट करना जरूरी है क्यों की कुछ असामाजिक लोग आदिवासियों को भड़का कर यह बरगला रहे हैं की CNT Act के बावजूद जमीन का मालिक मुंडा से पांडा कैसे हुआ , इसका सहज जवाब है कोर्ट का ऑर्डर जो की खतियान में लिखा हुआ है और कोई भी व्यक्ति खतियान की प्रति रिकॉर्ड रूम से ले सकता है ।* *3. दिउड़ी दीरी का पक्ष डीसी कोर्ट और हाई कोर्ट गया जहां वो जीत नहीं पाए । हाई कोर्ट के प्रोसिडिंग में वर्णित है की दीरी के पक्ष ने फ़ैसला के दौरान अंत में कोर्ट से अनुरोध किया की उन्हें एक दान पेटी दीया जाए, यानी उस दान पेटी में को भी रुपया आए उसका मालिक वो होंगे किसे कोर्ट ने खारिज कर दिया, इसका डिटेल भी आप कोर्ट से निकलवा सकते हैं।* *इस विषय को क्यों कुछ लोग तुल देकर आदिवासियों को मिसलिड कर रहे हैं ।* *1. 2020-21 में बुंडू एसडीएम को दिउड़ी ग्रामीणों की शिकायत मिली की दिउड़ी मंदिर में आ रहा दान का पैसा और जेवर का कुछ लोग बंदर बांट कर रहे हैं जिस शिकायत के आधार पर तत्कालीन एसडीएम ने दिउड़ी मंदिर को ट्रस्ट बना दिया जिसमें एसडीएम, सीओ, ग्राम प्रधान मंदिर के पुजारी इत्यादि सभी हैं और आगर आप इंसान भी चाहे तो दान में कुछ रकम देकर सदस्य बन सकता है ।* *2. 2020 तक मंदिर का पैसा मंदिर से जुड़े कुछ लोग रखते थे जो असल में इस मामले को आज भड़का रहे हैं, उन्होंने 2020 तक का हिसाब दिया है की मंदिर को हर वर्ष 2 लाख रुपए और शून्य जेवरात आते थे ।* *3. 2021 को ट्रस्ट बनने के बाद, दिउड़ी मंदिर ट्रस्ट ने हिसाब दिया की मंदिर को प्रत्येक वर्ष 20 लाख रुपए और अच्छी मात्रा में जेवर मिल रहा है जो लॉकर में जमा है और ये दान धीरे धीरे बढ़ रहा है ।* *4. सोचिए की 2020 तक ट्रस्ट बनने से पहले मंदिर को प्रत्येक वर्ष मात्र 2 लाख और शून्य जेवर आते थे और अचानक से 2021 में ट्रस्ट बनने के बाद ये दान बढ़कर प्रत्येक वर्ष 20 लाख + जेवर हो गए , कैसे ? मूर्ख आदमी भी समझ सकता है की ट्रस्ट बनने से पहले काफी ज्यादा दान के पैसा का गबन होता था ।* *5. आप देखिए की 2020 तक, इतना पैसा आने के बावजूद मंदिर का क्या विकास हुआ ? और 2020 के बाद देखिए की क्या हो रहा ।* *सारांश -* *हकीकत और काजगी तौर पर यह दिउड़ी मंदिर है, जिसकी पूजा आदीवासी/हिन्दू/जैन/सिख समान श्रध्दा भाव से पूजा करते आ रहे हैं परंतु जिन लोगों को इसकी पैसे की आदत लगी है वो भी प्रत्येक वर्ष कम से कम 20 लाख और गहना वो इस मोह से निकल नहीं पा रहे और चुनाव के समय आदिवासियों को भड़काने का प्रयास कर रहे थे ।* *सबों से अनुरोध है की आप सुनी सुनाई बात पर यकीन करने के बजाए कागजी तौर पर स्वयं तथ्य को देखें और समझें ।* *जय सिंग बोंगा*
@behappyalways2258
22 күн бұрын
सनातन धर्म जय हो
@Skum65822
22 күн бұрын
@@behappyalways2258 जय श्री राम
@HINDU_Ahir_yadav_54
22 күн бұрын
Jai shree ram 🚩
@fenrisulfr9594
20 күн бұрын
😂😂😂lag to nahi raha muslim k 52 desh ho gaye hai😅😅
@Nicepool5921
20 күн бұрын
@@fenrisulfr9594 हां देश तो नही पर झारखंड इस्लामिक स्टेट जरूर बनेगा ,,तुम कोल कोक्लो को वजह से 😂😂
@Nicepool5921
20 күн бұрын
@@HINDU_Ahir_yadav_54 जय श्री राम 🙏🚩🕉️
@junulandjosita
22 күн бұрын
बहुत से ऐसे सरना धर्म के लोग हैं जो कि पूजा के लिए मंदिर जाते हैं ।
@davilmaycry45
22 күн бұрын
Aise bahut se log h sarna dharm k jo Cristian bn gye h.
@junulandjosita
22 күн бұрын
Right
@rajnishlinda
22 күн бұрын
Man sakte hai koi bhi dhram par adiwasi samaj iska virodh nahi karegi
@GhostGaming-ik7br
22 күн бұрын
@@junulandjosita bahut aise hindu adivashi h jo chrch k jaal m fansh kr isaai bne ya khud ek nya dharm bna liye
@GhostGaming-ik7br
22 күн бұрын
@@junulandjosita bahut sare hindu adivashi sarna bn gye bhtk kr
@TukaramSonawane-eb5cz
16 күн бұрын
जय आदिवासी जय भील प्रदेश आदिवासी एकता जिंदाबाद आदिवासी लडेगा समाज जितेगा
@petersoren6587
22 күн бұрын
इस मुद्दे को छोड़िए मत क्योंकि इसी के बहाने विधायक बन सकते हैं शाही जी।
@Englishphillia-to6ol
22 күн бұрын
Ek dam sahi bole ho.
@Mangroooo
22 күн бұрын
Prem sahi mla bnne Aya h.koi esko vote nhi krega.pta chala the pichhle election me isse jyada to mukhiya ka Vote aata h
@Mangroooo
22 күн бұрын
Prem sahi mla bnne Aya h.koi esko vote nhi krega.pta chala the pichhle election me isse jyada to mukhiya ka Vote aata h
@kujuranurag9612
22 күн бұрын
@@Mangrooooकरें या नहीं लेकिन हमेसा सच को बोलता है
@MDHasan-jw8xd
22 күн бұрын
@@Mangroooo kya MLA banna gunah hai , aadiwasiyon me to jiyada se jiyada MLA banna bhi chaheye , taki aadiwasi majboot ho sake
@TukaramSonawane-eb5cz
16 күн бұрын
आदिवासी एकता जिन्दाबाद जय आदिवासी जय जोहार
@pradipkumarmunda3005
22 күн бұрын
प्रेम सही मुंडा भैया को जोहार जोहार
@christobedkandulna7130
22 күн бұрын
अगर हम लोग ढूंढेंगे तो पूरे देश में काई स्थान ऐसे मिल जाएंगे जंहा पर आदिवासी प्रार्थना स्थल है अब मंदिर बन चुके हैं। सबको अतिक्रमण मुक्त करना बहुत मुश्किल है। इसमे साशन, प्रशासन और कोर्ट भी साथ नहीं देंगे क्योंकि अब ऐसा लगने लगा है कि सबके सब एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
@benedictbhengra1019
22 күн бұрын
Adivasi aur buddhist dono ko milkar ladna hoga
@sukhnathbhagat368
22 күн бұрын
सबका मलिक एक है लेकिन मानने का तरीका अलग है समाज और जगह आदिवासियों का है तो क्यों नहीं लेगा अपना हक को
@thepoliticaleye_
22 күн бұрын
*दीवड़ी मंदिर विवाद का पड़ताल और सच ।* *जानिए कैसे भाजपा फंड करके धर्म के नाम पर आदिवासीयों को भड़काने का प्रयास कर रहा है ताकी उनका वोट बिखर जाए* *कुछ समय पूर्व 4-5 लोगों द्वारा पौराणिक दिउड़ी मंदिर में ताला जड़ दिया कर सामाजिक वैमनस्य का माहौल बनाने का प्रयास किया गया था को असफल रहा , अगर उन्हें आपत्ति थी तो कोर्ट जाना चाहिए था परंतु उन्होंने मंदिर में ताला जड़ कर आस्था से खिलवाड़ किया।* *विवाद है की दिउड़ी मंदिर, मंदिर ना होकर दिउड़ी दीरी है जिस मामले को लेकर 4-5 लोग विवाद कर रहे हैं और तथ्य से अनजान लोगों के बीच माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे जबकि इस स्थान पर सैंकड़ों वर्ष से बिना विवाद के आदिवासी , हिंदू, जैन, सिख इत्यादि द्वारा समान श्रद्धा भाव से पूजा किया जाता रहा है । हमारे द्वारा उक्त विषय की पड़ताल की गई जिसमें निम्न तथ्य सामने आया है ।* *1. 1907 और 1937 के आसपास बने CS और RS खतियान में सम्बन्धित मंदिर वाले क्षेत्र में कहीं भी दिउड़ी दीरी या सरना स्थल वर्णित नहीं है , हां वहां दूसरे प्लॉट पर हडगड़ी जरूर है , जबकि स्पष्ट रुप से " दिउड़ी मंदिर " वर्णित है । अब यहां प्रश्न होता है की जब 1907 के खतियान में दिउड़ी मंदिर वर्णित है तो किस आधार पर इसे दिउड़ी दीरी कहा जा सकता है ?* *2. 1907 / 1908 में एक केस हुआ है जिसमें दिउड़ी मंदिर की ज़मीन का मालिक पांडा लोगों को माना गया था जिससे उक्त जमीन मुंडा से पांडा में तब्दील हो गई, इस विषय को स्पष्ट करना जरूरी है क्यों की कुछ असामाजिक लोग आदिवासियों को भड़का कर यह बरगला रहे हैं की CNT Act के बावजूद जमीन का मालिक मुंडा से पांडा कैसे हुआ , इसका सहज जवाब है कोर्ट का ऑर्डर जो की खतियान में लिखा हुआ है और कोई भी व्यक्ति खतियान की प्रति रिकॉर्ड रूम से ले सकता है ।* *3. दिउड़ी दीरी का पक्ष डीसी कोर्ट और हाई कोर्ट गया जहां वो जीत नहीं पाए । हाई कोर्ट के प्रोसिडिंग में वर्णित है की दीरी के पक्ष ने फ़ैसला के दौरान अंत में कोर्ट से अनुरोध किया की उन्हें एक दान पेटी दीया जाए, यानी उस दान पेटी में को भी रुपया आए उसका मालिक वो होंगे किसे कोर्ट ने खारिज कर दिया, इसका डिटेल भी आप कोर्ट से निकलवा सकते हैं।* *इस विषय को क्यों कुछ लोग तुल देकर आदिवासियों को मिसलिड कर रहे हैं ।* *1. 2020-21 में बुंडू एसडीएम को दिउड़ी ग्रामीणों की शिकायत मिली की दिउड़ी मंदिर में आ रहा दान का पैसा और जेवर का कुछ लोग बंदर बांट कर रहे हैं जिस शिकायत के आधार पर तत्कालीन एसडीएम ने दिउड़ी मंदिर को ट्रस्ट बना दिया जिसमें एसडीएम, सीओ, ग्राम प्रधान मंदिर के पुजारी इत्यादि सभी हैं और आगर आप इंसान भी चाहे तो दान में कुछ रकम देकर सदस्य बन सकता है ।* *2. 2020 तक मंदिर का पैसा मंदिर से जुड़े कुछ लोग रखते थे जो असल में इस मामले को आज भड़का रहे हैं, उन्होंने 2020 तक का हिसाब दिया है की मंदिर को हर वर्ष 2 लाख रुपए और शून्य जेवरात आते थे ।* *3. 2021 को ट्रस्ट बनने के बाद, दिउड़ी मंदिर ट्रस्ट ने हिसाब दिया की मंदिर को प्रत्येक वर्ष 20 लाख रुपए और अच्छी मात्रा में जेवर मिल रहा है जो लॉकर में जमा है और ये दान धीरे धीरे बढ़ रहा है ।* *4. सोचिए की 2020 तक ट्रस्ट बनने से पहले मंदिर को प्रत्येक वर्ष मात्र 2 लाख और शून्य जेवर आते थे और अचानक से 2021 में ट्रस्ट बनने के बाद ये दान बढ़कर प्रत्येक वर्ष 20 लाख + जेवर हो गए , कैसे ? मूर्ख आदमी भी समझ सकता है की ट्रस्ट बनने से पहले काफी ज्यादा दान के पैसा का गबन होता था ।* *5. आप देखिए की 2020 तक, इतना पैसा आने के बावजूद मंदिर का क्या विकास हुआ ? और 2020 के बाद देखिए की क्या हो रहा ।* *सारांश -* *हकीकत और काजगी तौर पर यह दिउड़ी मंदिर है, जिसकी पूजा आदीवासी/हिन्दू/जैन/सिख समान श्रध्दा भाव से पूजा करते आ रहे हैं परंतु जिन लोगों को इसकी पैसे की आदत लगी है वो भी प्रत्येक वर्ष कम से कम 20 लाख और गहना वो इस मोह से निकल नहीं पा रहे और चुनाव के समय आदिवासियों को भड़काने का प्रयास कर रहे थे ।* *सबों से अनुरोध है की आप सुनी सुनाई बात पर यकीन करने के बजाए कागजी तौर पर स्वयं तथ्य को देखें और समझें ।* *जय सिंग बोंगा*
@Tonde_gamer_gamer
22 күн бұрын
सरना सनातन एक हैं, आपस में मिलकर प्रेम से रहें और सभी मिलकर पूजा करें, ऐसे आपस में लड़वाने वाले नेताओं के चक्कर में ना फसें, ये नेता सिर्फ धर्म जात की राजनीति करते हैं। ✅✅ सभी लोग मिल के रहिए। जय हिंद, जय झारखंड🙏🙏
@rajeshdeepaklakra2950
19 күн бұрын
सुप्रीम कोर्ट भी बोल चुका है कि आदिवासी हिन्दू नहीं है 😂😂😂😂😂
@Tonde_gamer_gamer
19 күн бұрын
@@rajeshdeepaklakra2950 अरे गधा दोनो एक है कहने का मतलब दोनो एक ही देश के वासी यानी भारतीय हैं, झारखंडी हैं, मनुष्य हैं। सभी मिल कर होली, दिवाली, दुर्गा पूजा, सरस्वती पूजा मानते हैं।
@BrajeshKumar-mw1nt
21 күн бұрын
इस प्रकरण को पूरे भारत के सभी आदिवासियों तक पहुंचाने का कार्य करें जोहार
@madraoraon737
22 күн бұрын
बिषय-: आदिवासी आखरी दम तक लड़ेंगे।
@apurwabala8163
19 күн бұрын
🎉🎉🎉
@muniramhansda3602
21 күн бұрын
Jharkhand me phely mati ka bath hoga uske bad mati ka Malik uske bad gramin uske bad raj ka bath ho johar
@Rajendrasingh-rk2xe
21 күн бұрын
मुंडा जी जो ईसाई बने हैं उस पर क्या बिचार है इस पर भी बोलना चाहिए क्या सभी चर्च आदिवासियों की जगह पर नहीं है। क्या चर्च ने आदिवासियों की जमीन नहीं हड़पी है। जरा इस पर भी आंदोलन करके जमीन वापस कराईये। आपकी बहुत कृपा होगी।
@fenrisulfr9594
20 күн бұрын
😂😂 sab hoga lalu laal tum kahe bilbala aaj tera number hai kal uska hoga
@AmarSingh-l1g3g
21 күн бұрын
प्रेम शाही मुंडा जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद आपने पहले भी काफी आदिवासी जमीनों को वापस करवाया है !
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Christian conversation roko humko jaroorat nhi
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Bangladeshi muslims or Christian bhada Rahe he Jharkhand main Uska kya
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Bangladesh main 20% kidhar Gaye.
@RohitPandey-q1k
19 күн бұрын
आ गया है राजनिति करने,,,, सनातन धर्म की जय हो 🚩🚩🙏 जय श्री राम 🙏🚩🚩🚩🚩🚩
@gyaneshwar2529
21 күн бұрын
Agar adiwasi Hindu nahi hai to tilak mat lagao,sindur mat Lagao, Dharti maa, surya dev aur chandradev ki puja mat karo. Hamare baiga(adivasi ke pandit)(pahan) munda jaati se hai aur wo khud kahte hai hum Hindu hai , jai Johar jai shree ram
@Tonde_gamer_gamer
22 күн бұрын
अगर मंदिर का जमीन आदिवासियों का है तो भी तो उसमें सभी लोग चाहे हिंदू हो या मुंडा, सभी पूजा कर ही सकते हैं, पूजा करने से कोई किसी को मना नही कर सकता, फिर ये आपस में झगड़ा किस बात का है भाई। प्रेम से मिलकर सभी लोग पूजा करो। देवडी मां का अपमान मत करो।
@Digital_Jagat
22 күн бұрын
सत्ता परिवर्तन से कुछ नहीं होने वाला है यह बात जल्द समझ में आ जानी चाहिए।।। सामाजिक क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई का एक मात्र विकल्प संगठन है BAMCEF जितना जल्द आंदोलन को समझेंगे उतना ही जल्द इन सब से छुटकारा मिलेगा।🙏जोहार✊✊✊
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Bansef nhi Christian propaganda tool
@nagendranathmahto2531
22 күн бұрын
ये मिशनरी के संपर्क मे है हिंदू सनातन सरना को तोड़ने मे लगा है इसके उपर कानूनी करवाई होना चाहिए
@myfirstvlog2251
22 күн бұрын
अरे महतो कहीं के सरना अलग होता है बेवकूफ हिंदू सनातनी अलग होता है यह महतो लोगों को समझ में नहीं आएगा क्योंकि वह खुद हिंदू बने घूम रहा है कहीं तुम्हारा भी जमीन लूटि न जाए थोड़ा ब्राह्मण और राजपूतों से बच के रहना नहीं तो जिंदगी भर पछताना पड़ जाएगा😊
@rajnishlinda
22 күн бұрын
Isliye tumlog kurmi charwaha jati ho aur kurmi hi rahoge adiwasi samaj me tumhare jaise kurmiyo ka entry ban hai 😅 jai sarna ❤jai dharmesh
@nagendranathmahto2531
22 күн бұрын
कुर्मी के घर मे कौन चरवाहा रहता है सबको पता है
@rajnishlinda
22 күн бұрын
@@nagendranathmahto2531 apna itihaas padho kurmi charwaha (hindu)hai azadi se pahle ka gadgets dekho
@wantedkoda1744
22 күн бұрын
@@nagendranathmahto2531 humlog ka jaherthan hi sabkuch hai
@eliyasoraon639
22 күн бұрын
Ap sahi kaha DUSHMAN humare bich me hai, pahchan karna parega
@thepoliticaleye_
22 күн бұрын
*दीवड़ी मंदिर विवाद का पड़ताल और सच ।* *जानिए कैसे भाजपा फंड करके धर्म के नाम पर आदिवासीयों को भड़काने का प्रयास कर रहा है ताकी उनका वोट बिखर जाए* *कुछ समय पूर्व 4-5 लोगों द्वारा पौराणिक दिउड़ी मंदिर में ताला जड़ दिया कर सामाजिक वैमनस्य का माहौल बनाने का प्रयास किया गया था को असफल रहा , अगर उन्हें आपत्ति थी तो कोर्ट जाना चाहिए था परंतु उन्होंने मंदिर में ताला जड़ कर आस्था से खिलवाड़ किया।* *विवाद है की दिउड़ी मंदिर, मंदिर ना होकर दिउड़ी दीरी है जिस मामले को लेकर 4-5 लोग विवाद कर रहे हैं और तथ्य से अनजान लोगों के बीच माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे जबकि इस स्थान पर सैंकड़ों वर्ष से बिना विवाद के आदिवासी , हिंदू, जैन, सिख इत्यादि द्वारा समान श्रद्धा भाव से पूजा किया जाता रहा है । हमारे द्वारा उक्त विषय की पड़ताल की गई जिसमें निम्न तथ्य सामने आया है ।* *1. 1907 और 1937 के आसपास बने CS और RS खतियान में सम्बन्धित मंदिर वाले क्षेत्र में कहीं भी दिउड़ी दीरी या सरना स्थल वर्णित नहीं है , हां वहां दूसरे प्लॉट पर हडगड़ी जरूर है , जबकि स्पष्ट रुप से " दिउड़ी मंदिर " वर्णित है । अब यहां प्रश्न होता है की जब 1907 के खतियान में दिउड़ी मंदिर वर्णित है तो किस आधार पर इसे दिउड़ी दीरी कहा जा सकता है ?* *2. 1907 / 1908 में एक केस हुआ है जिसमें दिउड़ी मंदिर की ज़मीन का मालिक पांडा लोगों को माना गया था जिससे उक्त जमीन मुंडा से पांडा में तब्दील हो गई, इस विषय को स्पष्ट करना जरूरी है क्यों की कुछ असामाजिक लोग आदिवासियों को भड़का कर यह बरगला रहे हैं की CNT Act के बावजूद जमीन का मालिक मुंडा से पांडा कैसे हुआ , इसका सहज जवाब है कोर्ट का ऑर्डर जो की खतियान में लिखा हुआ है और कोई भी व्यक्ति खतियान की प्रति रिकॉर्ड रूम से ले सकता है ।* *3. दिउड़ी दीरी का पक्ष डीसी कोर्ट और हाई कोर्ट गया जहां वो जीत नहीं पाए । हाई कोर्ट के प्रोसिडिंग में वर्णित है की दीरी के पक्ष ने फ़ैसला के दौरान अंत में कोर्ट से अनुरोध किया की उन्हें एक दान पेटी दीया जाए, यानी उस दान पेटी में को भी रुपया आए उसका मालिक वो होंगे किसे कोर्ट ने खारिज कर दिया, इसका डिटेल भी आप कोर्ट से निकलवा सकते हैं।* *इस विषय को क्यों कुछ लोग तुल देकर आदिवासियों को मिसलिड कर रहे हैं ।* *1. 2020-21 में बुंडू एसडीएम को दिउड़ी ग्रामीणों की शिकायत मिली की दिउड़ी मंदिर में आ रहा दान का पैसा और जेवर का कुछ लोग बंदर बांट कर रहे हैं जिस शिकायत के आधार पर तत्कालीन एसडीएम ने दिउड़ी मंदिर को ट्रस्ट बना दिया जिसमें एसडीएम, सीओ, ग्राम प्रधान मंदिर के पुजारी इत्यादि सभी हैं और आगर आप इंसान भी चाहे तो दान में कुछ रकम देकर सदस्य बन सकता है ।* *2. 2020 तक मंदिर का पैसा मंदिर से जुड़े कुछ लोग रखते थे जो असल में इस मामले को आज भड़का रहे हैं, उन्होंने 2020 तक का हिसाब दिया है की मंदिर को हर वर्ष 2 लाख रुपए और शून्य जेवरात आते थे ।* *3. 2021 को ट्रस्ट बनने के बाद, दिउड़ी मंदिर ट्रस्ट ने हिसाब दिया की मंदिर को प्रत्येक वर्ष 20 लाख रुपए और अच्छी मात्रा में जेवर मिल रहा है जो लॉकर में जमा है और ये दान धीरे धीरे बढ़ रहा है ।* *4. सोचिए की 2020 तक ट्रस्ट बनने से पहले मंदिर को प्रत्येक वर्ष मात्र 2 लाख और शून्य जेवर आते थे और अचानक से 2021 में ट्रस्ट बनने के बाद ये दान बढ़कर प्रत्येक वर्ष 20 लाख + जेवर हो गए , कैसे ? मूर्ख आदमी भी समझ सकता है की ट्रस्ट बनने से पहले काफी ज्यादा दान के पैसा का गबन होता था ।* *5. आप देखिए की 2020 तक, इतना पैसा आने के बावजूद मंदिर का क्या विकास हुआ ? और 2020 के बाद देखिए की क्या हो रहा ।* *सारांश -* *हकीकत और काजगी तौर पर यह दिउड़ी मंदिर है, जिसकी पूजा आदीवासी/हिन्दू/जैन/सिख समान श्रध्दा भाव से पूजा करते आ रहे हैं परंतु जिन लोगों को इसकी पैसे की आदत लगी है वो भी प्रत्येक वर्ष कम से कम 20 लाख और गहना वो इस मोह से निकल नहीं पा रहे और चुनाव के समय आदिवासियों को भड़काने का प्रयास कर रहे थे ।* *सबों से अनुरोध है की आप सुनी सुनाई बात पर यकीन करने के बजाए कागजी तौर पर स्वयं तथ्य को देखें और समझें ।* *जय सिंग बोंगा*
@bikramchmarndi6522
22 күн бұрын
Jai Singbonga,jai adivasi,Johar.
@nilambarjo3419
21 күн бұрын
Right
@anitakispotta5977
22 күн бұрын
हमलोग सरना धर्म के आदिवासी हैं...भाईलोग सरना धर्म प्रकृति पूजक है...जहांतक इसाई धर्म की बात है उसे हमारा पूजा बिल्कुल अलग है.... हां हमारे जो लोग कोई hindu,इसाई आदि धर्म में अपनी मर्जी से कन्वर्ट हो gaye तो हम क्या करें????अगर हमें सरना धर्म कोड मिल जाता है तो पता चल जाएगा हम किसके उपासक हैं... हमें हर धर्म की तरफ से दबाया गया है...बस हमें हमारा सरकार से संविधान मे कोड दे हमें किसी धर्म से ladai नहीं...JAI BHARAT ✊🇮🇳
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Hindu nature ki Puja hi to karate he ek karne ke liye unko hindu kahate he
@Yahana-d2u
21 күн бұрын
Aap adivasi lado hum apke sath hai
@goswami5525
21 күн бұрын
मुण्डा ही तो प्योर हिन्दू है ,इसका करोड़ो साल पहले का इतिहास मेरे पास है कोई जानना चाहेंगे वह मेरे से संपर्क कर सकते है ।जय मां दिउड़ी
@rajeshdeepaklakra2950
19 күн бұрын
😅😂😂😂😂😂
@gurubarihembram5395
22 күн бұрын
Bap party सबसे बेहतर पार्टी है क्योंकि यह पार्टी सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने में सक्षम है। इनके पास संविधान का असल ज्ञान है जो आदिवासी को बचाये रखने में सहायक कानून, ग्राम सभा, CNT ACT, PESA इत्यादि। हमारे धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विरासत को बचाएं रखने में जिस कानून की जानकारी होनी चाहिए वह इनके पास दिख रहा है
@rajendraoraon3082
22 күн бұрын
,Neta mantri ko vot karna chor do ky fada। पड़हा चलाओ और जर जगंल जमीन बचाओ । जय पड़हा।जय पुरखा
@sarveshsahu6519
21 күн бұрын
Jitnaa....... Rajnetik karna hai. Kar lo..... Maa bhagwati diwri maaa sabka hisaab legi....
@dilipkumarsingh9837
22 күн бұрын
मुंडा आदिवासी है ओर आदिवासी हिंदू नहीं हैं सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट देखना चाहिए❤❤
@Santoshkumar143y
22 күн бұрын
@@dilipkumarsingh9837 मुंडा आदिवासी है रहेगा लेकिन दुर्गा पूजा पंडित को ही करायेगा।
@yogeshkumar-wz1ut
22 күн бұрын
हा आदिवासी तो अब मिया बनते जा रहा है
@JERRY143-t6o
22 күн бұрын
@@Santoshkumar143y aab Tera baap karega
@SanjuJagat-123
22 күн бұрын
केंद्र सरकार ने भी बोल है कि आदिवासी हिन्दू है
@SanjuJagat-123
22 күн бұрын
केंद्र सरकार की बात को क्यू नई मान रहे लोग
@Dhani058story
20 күн бұрын
Bilkul sahi baat hai
@mukeshkumarmahto9910
22 күн бұрын
Sanatan Dharm ki Jai Ho
@sogenhansdah4527
22 күн бұрын
Jay adivasi Jay ho
@sanjaymurmu6054
22 күн бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद AADIM JUMID चैनल को
@SalkhuMurmu-n7x
22 күн бұрын
Adivasi jindabad
@goswami5525
21 күн бұрын
जय माँ दुर्गा आप को ईसाई मुण्डा लोगो को दिरि दिखाई दे रहा है,आपके सोलह भूजा एव आपकी स्वरूप शक्ति दिखाई नही दे रहा है उन सबको भी कृपा बने और आप की दया से अंन्धो का आँख खूल जाए, जो आपको पत्थर बोल रहे है जय माँ दिउड़ी
@AmarSingh-l1g3g
21 күн бұрын
प्रेम शाही मुंडा जी आप नवागढ़ कब आइएगा आपसे हम लोग पूरा आदिवासी समाज मिलने जाने वाले हैं !
@nilambarjo3419
21 күн бұрын
विकास सिंह मुंडा भाजपा का एजेंट है, तमाड़ वासी समझ रही है
@LawPaswan-zp8oj
22 күн бұрын
Very good sir Jai johar jai jharkhand
@RohitPandey-q1k
19 күн бұрын
जय सनातन 🙏 जय श्री राम 🚩
@surndramunda2882
21 күн бұрын
Jai maa dewri no sarna
@AjitSingh-qd5xb
20 күн бұрын
Bengal, Orissa ,se pura suport hen,Joy jharkhand
@laxmanoraon2904
22 күн бұрын
Aadivasi ka jameen mein Church banaa hua hai usko nahin jata hai hatane rajniti karte ho😅😅 berojgar ladka naukari ke chakkar mein ghoom Raha hai uske bare mein awaaz nahin uthate Ho raili nahin karte ho Hemant Soren abhi tak ek sthaniya niti nahi ban paya uske liye aap log raili nahin karte Hain😢😢😢😢
@fenrisulfr9594
20 күн бұрын
Dharam ne tera buddhi brhast kar diye hai ki tujhe ye bhi nahi dhik raha hai kisi ki jameen looti jaa rahi hai
@goswami5525
21 күн бұрын
बहुत अच्छा प्रेम शाही मुण्डा जी आप अपने आदिवासी भाईयों को सनातन धर्म से अलग करने का तरकीब तो आपके पास है, जैसे मैतो अन्तर जातीय मेरे करके डूब गया, आप सबको भी डूबा जाऊँ,वाह जो चर्च मे सिखाया जाता है, वह बहुत अच्छा ढंग से परोस रहे है।
@SandeepKumar-jd1tb
21 күн бұрын
Charch per bhi hona cahiye
@nandsahu236
15 күн бұрын
🚩🙏जय मां देवड़ी 🙏🚩
@meenadevi3116
22 күн бұрын
Only one tricks of BJP divided whole Jharkhand Adivashis . Adivashis are ignoring BJP :s dividend role .
@Tonde_gamer_gamer
22 күн бұрын
क्या बोल रही हो चाची साफ साफ बोलो
@cantucme7276
22 күн бұрын
Mandir kahin v bna do road pr.. Nadi pr... Pahad pr.... Dam pr.... Jungle pr.... Police station pr... 👍
@sarswatikumari3898
21 күн бұрын
Bilkul shi dada Aandolan hoga
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Christian propaganda he. Sab hindu he Batoge to katoge
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Humre Uttarakhand main bhi gram Devata he yaha tak China main bhi hote he
@PrakharShankar-s1f
20 күн бұрын
Jo apke Devata he bo humare Devata he isme dikat kya he Divide and rule sahi nhi he
@KramOfficialVlogs
19 күн бұрын
Sahi kaha bhai adivasi ilake me mandir nhi hona chahie
@BrajeshKumar-mw1nt
21 күн бұрын
जय सरना जय आदिवासी
@user-th4wp7yz6x
21 күн бұрын
ADIVASI HINDU HAIN HI NAHI . TOH MANDIR ADIVASIO KA KAISE HUWA . AGAR ADIVASI PUJA KARENGE TOH HINDU KEHLAYENGE AUR AGAR ADIVASI HINDU KEHLAYENGE TOH WOH BHADAK JAYENGE , JOHAR .
@ashokwells1067
22 күн бұрын
Jai Johar Jai aadiwasi
@PrabhatKumar-sj6uc
22 күн бұрын
Mandeer to thik hai par ⛪️ Charch jo ST Plot me bani hai uska kya Jharkhand me lagbhag jitna charch hai sab Adivashi Jamin par hai.wo nazar ny aata .
@fenrisulfr9594
20 күн бұрын
😂😂 koun jaat ho beh hinduism meh tera kaun sa contribution hai jara batana
@manojrockjharkhand7674
19 күн бұрын
बहुत शर्म की बात है।मुंडा जनजाति के लोग हिंदू पूजा की और बढ़ रहे है हर जगह
@ca-24-ayushanand35
21 күн бұрын
Missionary converted christian adivasi bhi yaha ayenge 😂
@yuwrajsingh8809
21 күн бұрын
समझ में नहीं आ रहा कि कोन सी गली दूं ।इसे.....
@_-_kevin13905
21 күн бұрын
Hemant Soren madra Munda kila k time v koi mtlb nhi tha usko😢
@STUDY-nq
22 күн бұрын
आ गया है राजनीति करने😂😂
@MaheshYadav-xg5yj
21 күн бұрын
Mandir ke sath bhi rajniti
@panchudevsingh3547
17 күн бұрын
JY johar Ka Nara he VARAT DESH HAMARA HEI**
@vineetkumarflagseven
22 күн бұрын
Jago aadivasi Jago
@sunilmunda9866
22 күн бұрын
बहुत ही अच्छा
@UmblanHoro
22 күн бұрын
सावधान आदिवासी जमीन, सरना, नौकरी, भी है**/
@junulandjosita
22 күн бұрын
आदिवासी एकता जिंदाबाद
@SanjayOraon-s4w
22 күн бұрын
Sb jgh ko high court kijia sbhi adivasi Chanda dege
@STNAVEENFKISKU
22 күн бұрын
JAI JOHAR AADIVASI JHARKHAND 🏹 BAP 🏹🙏
@durgaprasadbaskey7745
21 күн бұрын
Adiwasi ak jut hokar larege our jitenge
@LaldeoBhagat-gw6es
22 күн бұрын
Adivasi Ekta jindabad
@ranthuoraon7968
22 күн бұрын
राजनीति पार्टी का नेता है
@SupaiSoren-wh9md
22 күн бұрын
हेमन्त सोरेन से तो अच्छा नेता है । जमीन में लड़ता है ।
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