बुंदेलखंड के दो वीर योद्धा आल्हा और ऊदल जिन्होंने 12वीं शताब्दी में 52 गढ़ की राजाओं को हराया था और उनकी राजधानी महोबा थी बताया जाता है कि आल्हा आज भी जिंदा है क्योंकि आल्हा मैहर माता का वरदान था आज ही आल्हा शारदा माता के यहां फूल चढ़ाने के लिए आते हैं महोबा जिले के सालाट गांव में स्थित आल्हा ऊदल का किला उसी के ऊपर बनी हुई रहस्यमई गुफा बताए जाया है के जैसे ही आधी रात होती है तो इस गुफा का दरवाजा खुलता है और आल्हा इसी में से निकलते हैं और स्नान कर कर मैहर माता के यहां फूल चढ़ाने के लिए जाते हैं इसी गांव के एक व्यक्ति ने हमें यह जानकारी दी है और यह गुफा रतन गिरी पर्वत पर बनी हुई है
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आधी रात को खुलता आल्हा की गुफा का दरवाजा और निकलते है मैहर पूजा करने
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