मुझे पहला वक्ता ऐसा मिला है जिसने खुलकर धन पर बात की और उसका महत्व बताया.... जीवन में धन बहुत जरूरी है धन के बिना मनुष्य न अच्छा पहन सकता है न अच्छा खा सकता है न अच्छे से रह सकता है.... धन से मनुष्य सिर्फ़ अपनी ही आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं करता बल्कि वो समाज की भी आवश्यकताएं पूरी करता है.... ज़रूरतमंदों के लिए भंडारे लगा सकता है रहने को धर्मशालाएं बना सकता जो पढ़ना चाहता है उसके लिए शिक्षा की व्यवस्था कर सकता है जो बीमार है उसके लिए अच्छे इलाज की व्यवस्था कर सकता है....
@amitvirodhiya9706
2 жыл бұрын
Bhout bhout dhanyawad acharya ji
@RakeshKumar-tu2bl
6 ай бұрын
जो धारणा हमें सभ्य, सुसंस्कृत, स्वस्थ्य, संतुष्ट, शील, और सहयोगी बनाये वही धर्म हैं । सनातन वैदिक स्वाध्याय ही धर्म पाठ हैं । 🙏🙏
@RakeshKumar-tu2bl
6 ай бұрын
प्रकृति और जीवन क्रमानुसार नियम से चलते हैं, और फिर पुरूषार्थ में भी सबसे पहले धर्म, फिर अर्थ, काम और मोक्ष हैं ।कर्तव्य और धर्म एक सिक्के के दो पहलू हैं, और इस तरह पूर्णता का प्रतीक हैं । 🙏🙏
@ushanair2266
Жыл бұрын
वैदिक धर्म के अनुसार हर मनुष्य को धर्म अर्थ काम मोक्ष की प्राप्ति करना चाहिए ऐसा कहा जाता है बिलकुल सही है 🕉️🙏🖐️🖐️🙏🕉️
@ravindersharma3669
2 жыл бұрын
आपने धन और धर्म की बहुत ही सुन्दर व्याख्या की है |आपके व्याख्यान का ढंग भी बहुत ही अच्छा है |🙏🙏
@Prahari
2 жыл бұрын
धन्यवाद
@premjitofficial
2 жыл бұрын
बहुत अच्छा धन की व्याख्या की है आपने।🙏
@YashKhokhar976
Жыл бұрын
👌👌
@ganeshbhaimarvaniya3801
2 жыл бұрын
बहुत अच्छा,आभार स्वामीजी
@pradeepsiinghal7517
Жыл бұрын
आपका ये वीडियो अपने जीवन में एक बार अवश्य सभी को सुनना चाहिए....
@mahavirram2215
2 жыл бұрын
धर्म, अर्थ, काम , मोक्ष। 1 , 2, 3, 4 धर्म को प्राथमिकता देवें।
@ypschauhan7056
Жыл бұрын
धर्म और धन दोनों जरूरी है । अपने पास धन होने पर, दूसरों की,जरूरतमंदों की मदद अवश्य करनी चाहिए । दूसरा, यदि रास्ते में पड़ा हुआ धन मिल जाए तो मेरे विचार से, उठा लेना चाहिए,,यदि उस धन के स्वामी का पता चल जाए तो, उस धन को उस के स्वामी को वापिस कर देना चाहिए, अन्यथा उस धन को समाज के जरूरतमंदों पर खर्च कर देना चाहिए ।
@thegamersgaming600
2 жыл бұрын
धन्यवाद भाई जी🙏💕🙏💕🙏💕
@mangalsen9654
2 жыл бұрын
नमस्ते आचार्य श्रेष्ठ जी
@shankarcg786
Жыл бұрын
Dharma aur Dhan ek dusre ke purak hai Dhan hoga toh hi swadharma paripalan kar sakte ho aur dharam se prapta keeya hua dhan hi shubh aur labh dhayak hota hai 🕉🙏
@sanjeevarya8236
2 жыл бұрын
बहुत-बहुत साधुवाद और बधाई।
@ShardaDevi-gz5ur
Жыл бұрын
अति महत्वपूर्ण व्याख्यान
@kalpanasaxena1816
2 жыл бұрын
आचार्य जी को प्रणाम🙏 बहुत ही सरल ढंग से धर्म और धन के बारे में बताया बहुत बहुत धन्यवाद
@Prahari
2 жыл бұрын
धन्यवाद
@dharmeshmehta2042
Жыл бұрын
अदभूत!!!.. आचार्य जी.... काफी हद तक आपने मेरी शंका हटा दी। खूब-खूब धन्यवाद आपका
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