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प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार में रेलमंत्री रहे ललित नारायण मिश्रा की समस्तीपुर में एक बम ब्लास्ट में घायल होने के बाद 3 जनवरी 1975 को मौत हो गई थी। इसके ठीक एक महीने बाद उनका जन्मदिन था। मिश्रा हत्याकांड में 40 साल तक कोर्ट केस चला, 200 से ज्यादा लोगों की गवाही हुई और इस दौरान 22 जज बदले गए। कोर्ट ने 8 दिसंबर 2014 को चार आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हालांकि आरोपी आज भी जमानत पर हैं।
दो जनवरी 1975 को हो गए थे ब्लास्ट में घायल
- 1973 से 1975 तक भारत के रेलमंत्री रहे ललित नारायण मिश्रा 2 जनवरी 1975 को समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर हुए एक बम ब्लास्ट में घायल हो गए थे। वे समस्तीपुर में रेलवे लाइन के खुलने की औपचारिक घोषणा करने पहुंचे थे।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें पास के दरभंगा मेडिकल कॉलेज न ले जा कर दस घंटे की देरी से दानापुर के रेलवे अस्पताल ले जाया गया था। अगले दिन इलाज में देरी के चलते उनकी मौत हो गई थी। इंदिरा गांधी ने इस हत्याकांड को विदेशी साजिश बताया था।
जब सजा सुनाई तब 67 साल हो चुकी थी मुख्य आरोपी की उम्र
- केस में 200 से ज्यादा गवाही हुई। 161 अभियोजन पक्ष की ओर से जबकि 40 से ज्यादा गवाह बचाव पक्ष की ओर से कोर्ट में पेश हुए। 22 से ज्यादा जजों ने मामले में सुनवाई की।
- मामले का मुख्य आरोपी रंजन द्विवेदी जब अरेस्ट हुआ था तो वह 27 साल का था जबकि 8 दिसंबर 2014 को जब सजा सुनाई गई तब उसकी उम्र 67 साल की थी। आनंद मार्ग समूह के रंजन के अलावा इस मामले में संतोषानंद अवधूत, सुदेवानंद अवधूत और गोपालजी आरोपी थे। सेशन कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आरोपियों ने अपील की और साल 2015 में उन्हें जमानत मिल गई।
बिहार के पहले सीएम कृष्णा सिन्हा लाए थे राजनीति में
- ललित नारायण मिश्रा का जन्म 2 फरवरी 1922 में बिहार के सहरसा जिले में हुआ था। उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में एमए किया था। मिश्रा कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे और वे तीन बार लोकसभा के सदस्य चुने गए थे। वे पहली, दूसरी और पांचवीं लोकसभा में चुनकर आए थे। एक बार वे राज्यसभा के भी सदस्य रहे थे।
इन पदों पर रहे थे मिश्रा
- एलएन मिश्रा 1957 से 1960 तक योजना, श्रम और रोजगार विभाग के संसदीय सचिव रहे। फिर 1964-66 तक वे गृहमंत्रालय में उप मंत्री रहे। 1966-67 तक वे उपवित्त मंत्री रहे। 1970 से 1973 तक वे विदेश व्यापार मंत्री रहे। 5 फरवरी 1973 को उन्हें तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने रेल मंत्रालय सौंपा था।
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Негізгі бет EP 115: INDIRA GANDHI के रेल मंत्री LALIT MISHRA को किसने मरवाया |CRIME TAK
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