दोस्तों डॉ डी सुब्बाराव आरबीआई के 22वें गवर्नर थे उनका कार्यकाल 2008-2013 के बीच था। उन्होने आरबीआई का पदभार तब संभाला था जब वर्ल्ड इकॉनमी गहरे आर्थिक संकट से जूझ रही थी।
दोस्तों आपको याद होगा तब वैश्विक मंदी का समय था, वो तब का समय था और आज का समय है जब पूरी दुनिया गहरी आर्थिक मंदी से जूझ रही है।
हालांकि आज आर्थिक संकट का कारण 2008 के मुक़ाबले अलग है। तब आर्थिक मंदी का एक मुख्य कारण बैंकिंग और रियल इस्टेट में आई crisis हुवा करती थी जिसने बाद मे दूसरे सेक्टोर्स मे भी रिसैशन शुरू कर दिया था।
आज 2020 मे आई वैश्विक मंदी का कारण बैंकिंग या रियल इस्टेट crisis नहीं है इसका कारण एक पेंडमिक है कोरोना महामारी है, लेकिन इस महामारी ने आर्थिक गतिविधियों को ऐसे प्रभावित किया है की इसने दूसरे सभी सैक्टर मे भी मंदी पैदा कर दी है।
दोस्तों पहली चीज जो डॉ डी सुब्बाराव ने काही है वो ये है की भारतीय अर्थव्यवस्था को फिर से 5%-6% का स्थिर ग्रोथ रेट हासिल करने के लिए 3-5 साल का समय लग सकता है वो भी तब जब भारत सरकार आर्थिक मंदी से निपटने के लिए सही तरीके से सही कदम उठाए।
Негізгі бет Ex RBI Governor on GDP of India. भारत की जीडीपी के दयनीयये हाल पर क्या कहना है डॉ डी सुब्बाराव का।
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