राजेन्द्र परते (सहायक अभियंता) संग त्रिवेणी, मलाजखंड के बिहाव (विवाह) का फोटो एल्बम मेरे द्वारा पारंपरिक छत्तीसगढी संगीत और गीतों के साथ एडिट किया गया है. मुझे विश्वास है आप लोगों को भी पसंद आयेगा. इसमें मुख्य और खुशी की बात यह है कि गोंड आदिवासी आधुनिक युग में भी अपनी गोंडी सांस्कारिक परंपराओं को बनाये रखने में कामयाब रहा है.
Негізгі бет गोंडवानाजनों का बिहाव (विवाह) भाग-1
Пікірлер: 106