अंगारमोती दाई गंगरेल में बसी है
जिनकी छत्रछाया में गंगरेल गांव बसा है
बहुत मान्यताएं हैं वहां की नौकरी चाकरी दुख दर्द खड़ा बाल बच्चे के लिए वहां आते हैं और मन के मनोती पाते हैं अंगार मोती दाई कुंवारी है जो अगनी से प्रकट हुई है
Негізгі бет //GANGREL ANGARMOTI//अंगारमोती दाई की पूरी कहानी
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