जय हो आदिवराह चक्रवर्ती गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज महान जी की 🚩 🙏 🙏 🚩 जय हो गुर्जर सवाई भोज चव्हाण जी की 🚩 🙏 🙏 🚩 जय हो गुर्जर सम्राट पृथ्वीराज चव्हाण जी की 🚩 🙏 🙏 🚩 जय हो श्री देव नारायण भगवान की 🚩 🙏 जय गुर्जर सम्राट बप्पा रावल 🙏🙏⚔️जय गुर्जर सम्राट राजा भोज परमार ⚔️⚔️🚩🙏जय गुर्जर सम्राट भीमदेव सोलंकी ⚔️⚔️🚩जय गुर्जर सम्राट पुलकेसीन चालुक्य⚔️⚔️🚩🙏🙏 जय मां पन्नाधाय ⚔️⚔️🚩जय गुर्जर सम्राट विजय सिंह 🚩🚩⚔️जय गुर्जर सम्राट कनिष्क कसाना ⚔️⚔️🚩🚩जय गुर्जर सम्राट मिहिरकुल ⚔️⚔️🚩🚩जय गुर्जर सम्राट जयपाल खटाना 🚩🚩🙏जय श्री रामचंद्र भगवान की⚔️🚩
@user-gq4lo1yo4f
10 күн бұрын
व❤व
@ansh5014
4 жыл бұрын
गुर्जर वंश के शिलालेख)👇👇👇👇 नीलकुण्ड, राधनपुर, देवली तथा करडाह शिलालेख में प्रतिहारों को गुर्जर कहा गया है ।राजजर शिलालेख" में वर्णित "गुर्जारा प्रतिहारवन" वाक्यांश से। यह ज्ञात है कि प्रतिहार गुर्जरा वंश से संबंधित थे। ब्रोच ताम्रपत्र 978 ई० गुर्जर कबीला(जाति) का सप्त सेंधव अभिलेख हैं पाल वंशी,राष्ट्रकूट या अरब यात्रियों के रिकॉर्ड ने प्रतिहार शब्द इस्तेमाल नहीं किया बल्कि गुर्जरेश्वर ,गुर्जरराज,आदि गुरजरों परिवारों की पहचान करते हैं। बादामी के चालुक्य नरेश पुलकेशियन द्वितीय के एहोल अभिलेख में गुर्जर जाति का उल्लेख आभिलेखिक रूप से हुआ है। राजोरगढ़ (अलवर जिला) के मथनदेव के अभिलेख (959 ईस्वी ) में स्पष्ट किया गया है की प्रतिहार वंशी गुर्जर जाती के लोग थे नागबट्टा के चाचा दड्डा प्रथम को शिलालेख में "गुर्जरा-नृपाती-वाम्सा" कहा जाता है, यह साबित करता है कि नागभट्ट एक गुर्जरा था, क्योंकि वाम्सा स्पष्ट रूप से परिवार का तात्पर्य है। महिपाला,विशाल साम्राज्य पर शासन कर रहा था, को पंप द्वारा "गुर्जरा राजा" कहा जाता है। एक सम्राट को केवल एक छोटे से क्षेत्र के राजा क्यों कहा जाना चाहिए, यह अधिक समझ में आता है कि इस शब्द ने अपने परिवार को दर्शाया। भडोच के गुर्जरों के विषय दक्षिणी गुजरात से प्राप्त नौ तत्कालीन ताम्रपत्रो में उन्होंने खुद को गुर्जर नृपति वंश का होना बताया प्राचीन भारत के की प्रख्यात पुस्तक ब्रह्मस्फुत सिद्धांत के अनुसार 628 ई. में श्री चप (चपराना/चावडा) वंश का व्याघ्रमुख नामक गुर्जर राजा भीनमाल में शासन कर रहा था 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। । मार्कंदई पुराण,स्कंध पुराण में पंच द्रविडो में गुर्जरो जनजाति का उल्लेख है। अरबी लेखक अलबरूनी ने लिखा है कि खलीफा हासम के सेनापति ने अनेक प्रदेशों की विजय कर ली थी परंतु वे उज्जैन के गुर्जरों पर विजय प्राप्त नहीं कर सका सुलेमान नामक अरब यात्री ने गुर्जरों के बारे में साफ-साफ लिखा है कि गुर्जर इस्लाम के सबसे बड़े शत्रु है जोधपुर अभिलेख में लिखा हुआ है कि दक्षिणी राजस्थान का चाहमान वंश गुर्जरों के अधीन था कहला अभिलेख में लिखा हुआ है की कलचुरी वंश गुर्जरों के अधीन था चाटसू अभिलेख में लिखा हुआ है की गूहिल वंश जोकि महाराणा प्रताप का मूल वंस है वह गुर्जरों के अधीन था पिहोवा अभिलेख में लिखा हुआ है कि हरियाणा का शासन गुर्जरों के अधीन था खुमाण रासो के अनुसार राजा खुमाण गुर्जरों के अधीन था भिलमलक्काचार्यका ब्रह्मा स्फूट सिद्धांत उद्योतनसुरी की कुवलयमाला कश्मीरी कवि कल्हण की राजतरंगिणी प्रबन्ध कोष ग्रन्थ व खुमान रासो ग्रंथ के अनुसार गुर्जरों ने मुसलमानों को हराया और खुमान रासो राम गया अभिलेख बकुला अभिलेख दौलतपुर अभिलेख गुनेरिया अभिलेख इटखोरी अभिलेख पहाड़पुर अभिलेख घटियाला अभिलेख हड्डल अभिलेख रखेत्र अभिलेख राधनपुर और वनी डिंडोरी अभिलेख राजशेखर का कर्पूर मंजरी ग्रंथ, काव्यमीमांसा ग्रंथ ,विध्दशालभंजिका ग्रंथ कवि पंपा , जैन आचार्य जिनसेन की हरिवंश पुराण आदि के द्वारा दिया गया लाल कोट किला का निर्माण गुर्जर तनवार प्रमुख अंंगपाल प्रथम द्वारा 731 के आसपास किया गया था जिसने अपनी राजधानी को कन्नौज से लाल कोट में स्थानांतरित कर दिया था। इतिहासकार डॉ ऑगस्टस होर्नले का मानना है कि तनवार गुर्जरा (या गुज्जर) के शासक वंश में से एक थे। लेखक अब्दुल मलिक,जनरल सर कनिंघम के अनुसार, कानाउज के शासकों गुजर जाती (गुजर पी -213 का इतिहास) 218)। उनका गोत्रा तनवार था गुर्जर साम्राज्य अनेक भागों में विभक्त हो गया ।इनमें से मुख्य भागों के नाम थे: शाकम्भरी (सांभर) के चाहमान (चौहान) दिल्ली के तनवार गुर्जर मंडोर के गुर्जर प्रतिहार बुन्देलखण्ड के कलचुरि गुर्जर मालवा के परमार गुर्जर मेदपाट (मेवाड़) के गुहिल गुर्जर महोवा-कालिजंर के चन्देल गुर्जर सौराष्ट्र के चालुक्य गुर्जर
@Md-ko9nz
3 жыл бұрын
Bhai konsa nasha kiya hai
@nsparihar2866
2 жыл бұрын
I am Parihar Rajput
@nsparihar2866
2 жыл бұрын
Haaaaaaaaaaaaaaaaa 🔥
@abhishekparmar1140
2 жыл бұрын
i am parihar GURJAR💪👑
@Nishuunfiltered
Жыл бұрын
GURJAR SAMRAT MIRH BHOJ ❣️❤️🔥
@shreegaajanmatayouthbrigad7773
5 жыл бұрын
बहुत बहुत आभार हुकुम आपका
@carzygamers55
5 жыл бұрын
thanks
@raghurajsingh4303
Жыл бұрын
Jai shree ram jai rajputna
@preetambawatagurjarji7653
2 жыл бұрын
Jai Gurjar Samrat Mihir bhoj
@PsKamar
2 жыл бұрын
Jay veer gurjar samrat mihir bhoj ki jAy
@ravisondhiya7353
3 жыл бұрын
Bahut shandar video mere bhai
@shreegaajanmatayouthbrigad7773
5 жыл бұрын
Jai ho Pratihar vansh
@carzygamers55
5 жыл бұрын
thanks
@Chikukirti
2 жыл бұрын
Great Gujjar
@krishna_seenam25
Жыл бұрын
Starting se betya kro pura
@mohitgurjar8747
4 жыл бұрын
Sir pahli do lines hi apne galat bataii h.... Sorry to say. Agnikund se utpann rajputo k vansh ka hissa nhi the gujjar. You are totally wrong.
@videhsingh396
3 жыл бұрын
Tum gujjar ho ye dynasty rajputs ki jinse hum bargurjar aate hai
@rupeshdedha3319
4 жыл бұрын
गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण आज 08/03/2019 लक्सर। कस्बे में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने किया। इसके साथ ही वह क्षेत्र के ग्रामीणों की सभा को संबोधित किया। कार्यक्रम आयोजक विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने यह जानकारी दी है। लक्सर क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र है। अर्से से गुर्जर बिरादरी के लोगों की ओर से खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन से लक्सर में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की थी । विधायक ने ग्रामीणों की मांग शासन तक पहुंचाई। पिछले दिनों शासन ने प्रतिमा लगाने के लिए सहमति जताई थी। इसके बाद लक्सर कस्बे के रायसी रोड पर गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा स्थापना की प्रक्रिया को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इस प्रतिमा का अनावरण किया । आयोजक और खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने कार्यक्रम में क्षेत ग्रामीणों को अधिक से अधिक संख्या में संख्या में पहुंचे हुए लोगों का दिल से हार्दिक अभिनंदन m.facebook.com/story.php?story_fbid=640396126401419&id=462505574190476
@aaryanchaudhary6319
5 жыл бұрын
GURJAR SAMRAT 1. सज्जन ताम्रपत्र (871 ई. ) :--- अमोघ वर्ष शक सम्वत 793 ( 871 ई . ) का सज्जन ताम्र पञ ) :---- I इस ताम्रपत्र अभिलेख मे लिखा है। कि राष्ट्र कूट शासक दन्तिदुर्ग ने 754 ई. मे "हिरण्य - गर्भ - महादान " नामक यज्ञ किया तो इस शुभ अवसर पर गुर्जर आदि राजाओ ने यज्ञ की सफलता पूर्वक सचालन हेतु यज्ञ रक्षक ( प्रतिहार ) का कार्य किया । ( अर्थात यज्ञ रक्षक प्रतिहारी का कार्य किया ) ( " हिरणय गर्भ राज्यनै रुज्जयन्यां यदसितमा प्रतिहारी कृतं येन गुर्जरेशादि राजकम " ) { सन्दर्भ :--एपिग्राफिक इडिका -- 18 , पृष्ठ 235 , 243 - 257 }
@carzygamers55
5 жыл бұрын
thanks
@a.g.khatana7246
2 жыл бұрын
गुर्जर सम्राट मिहिर भोज
@DeepakKumar-qd8li
4 жыл бұрын
Jai Ho Gujar partihar rajvans ki... Jai Har Har Mahadev ki...jai
@Rajdev_Rathore5599
2 жыл бұрын
The descendants of Rashtrakut Dynasty are Reddy Raju Clan of Deccan and Rathod Rajputs 👍.
@choudhryzahid254
5 жыл бұрын
Great Gurjar dynasty 👑👑
@itsdev5052
4 жыл бұрын
Ye gurjar nhi rajput the
@teamx9661
3 жыл бұрын
@@itsdev5052 you are right
@hassan10ify
3 жыл бұрын
@@itsdev5052 rajput chor
@nsparihar2866
2 жыл бұрын
@@hassan10ify mc
@nsparihar2866
2 жыл бұрын
@@hassan10ify I am Parihar Rajput Jai Hind 🇮🇳🌏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@jaibabamohanramki1714
3 жыл бұрын
Great.gujjar
@pavanpanditlove2553
5 жыл бұрын
बताए राजपूत कहां लिखा है
@teamx9661
3 жыл бұрын
Check on google four clans of rajputs gurjar pratihara ayega
@user-ol9hr4pu9y
3 жыл бұрын
@@teamx9661 google pe sb kuch sach h kya?
@santoshkumar9974
5 жыл бұрын
Please also tell us more about rashtrakutas in detail
@rupeshdedha3319
4 жыл бұрын
मिक्स्ड ब्रीड दोगली नसल को राजपुत्र कहते है ब्रह्मवैवर्त पुराण के ब्रह्मखण्ड के अध्याय 10 में वर्णशंकर जातियों कैसे बनी इसका वर्णन है । अब आप बोलेंगे की ये वर्णशंकर क्या होता है । तो सुनिए वर्णशंकर का आम भाषा में अर्थ दोगला होता है और अंग्रेजी में इसको मिक्स्ड ब्रीड बोलते है । अध्याय 10 के श्लोक नंबर 98 और 109 को ध्यान से पढ़े इसमें लिखा है कि क्षत्रिय की करण जाति की कन्या से हुए सम्भोग से उत्पन्न संतान को राजपुत्र कहते है । राजपुत्र के बारे में ब्रह्मवैवर्त पुराण से एक बात तो स्पष्ट हो गयी की ये लोग क्षत्रिय नहीं है । ये लोग क्षत्रिय की अन्य जाति की कन्या से हुए सम्भोग के रिजल्ट की मिक्स्ड ब्रीड दोगली नसल है । विकिपीडिया पर राजपूत को राजपुत्र का अपभ्रंश बताया हुआ है और ये लोग भी यही बोलते है । आज ही ब्रह्मवैवर्त पुराण के ब्रह्मखण्ड के अध्याय 10 को पढ़े और इनकी सच्चाई को जाने और दुनिया को बताये । ज्यादा जानकारी के लिए इतिहासकार ओप्पी बशिष्ठ से संपर्क साधे 8307139091 वो आपकी सारी शंका दूर कर देंगे । फेसबुक पर बने पेज राजपूताना सोच और राजपूत फैशन क्लब नाम के पेजो पर हमारा ये सन्देश जरूर पहुंचाए । वहां जाके ये लिखा हुआ मैसेज और ब्रह्मवैवर्त पुराण के ब्रह्मखण्ड के अध्याय 10 का फोटो जरूर डाले और इन नकली क्षत्रियो की असलियत दुनिया को बताये । राजपुत्रो की उड़ गयी छतरी छट गयी छाया जब इतिहासकार ओप्पी जोश में आया । विदेशो में भी राजपुत्र होते है इन्हे वहां Fitzroy फिट्ज़रॉय बोला जाता है बाकी आप ये लिंक खोल के पढ़े en.wikipedia.org/wiki/Fitzroy Fitzroy or FitzRoy is an Anglo-Norman name originally meaning "son of the king". In several cases, this surn
@raghurajsingh4303
Жыл бұрын
Gurjar Hindu nhi he
@papazataklaattiranimam
3 жыл бұрын
Hunnic dynasty
@statusr.t.878
2 ай бұрын
Us time Pr Rajputana kha se aa gya 😂😂😂
@rupeshdedha3319
4 жыл бұрын
गुर्जर प्रतिहार राजवंश और पृथ्वीराज चौहान गुर्जर सम्राट थे देखो सबूत के साथ facebook.com/story.php?story_fbid=2101077236623224&id=428897030507928&_ft_=mf_story_key.2101077236623224%3Atop_level_post_id.2101077236623224%3Atl_objid.2101077236623224%3Acontent_owner_id_new.428897030507928%3Athrowback_story_fbid.2101077236623224%3Apage_id.428897030507928%3Aphoto_attachments_list.%5B2101067413290873%2C2101067329957548%2C2101067426624205%2C2101067533290861%5D%3Astory_location.4%3Astory_attachment_style.album%3Apage_insights.%7Bम्राट
@parikshitsinghpratihar1810
3 жыл бұрын
ये झूठी खबर ना फैलाओ की प्रतिहार गुज्जर थे!वो राजपूत है थे और हमेसा रहेंगे और अगर तुम्हें साक्ष्य चाहिए तो बताना देता हूँ!और अगर ये वीडियो डिलीट नहीं हुई तो कोर्ट में केस लड़ने के लिए तैयार रहना सब,और ये जितने लोग वीडियो बनाये हो ना प्रतिहार राजपूत को गुज्जर बता रहे ये सब भी वीडियो डिलीट नहीं हुआ तो केस के लिए तैयार रहें!🙏 आशा है जल्दी ये वीडियो डिलीट हो जाएगी 🙏🙏
@raghavsingh6721
5 жыл бұрын
इनके शिलालेख में राजपूत शब्द कहां लिखा है कुछ भी व्यर्थ में बोल देते हो
@Md-ko9nz
3 жыл бұрын
Chutiya hoo tum , bappa rawal ko kshatriya kaha hai shilalekh ma , Pratihars na khudko kabhi Gurjar nahi bola, iska bhi shilalekh nahi hai
@sushilgupta3075
4 жыл бұрын
Good morning my love to hear that your company and I have been working with you on Monday so we are not the named addressee and I have been in touch and go over to the same to the next few months and the same day delivery and the next week or two and a bad for the named recipient or an equivalent of and I am not able or two of us and we will be a good morning my love and the next day delivery to the same and the named recipient only and may not have to be in the named addressee and I will send it
@waseemabbas3873
3 жыл бұрын
Gujjar 5 Sdhi main Huns Mongol Tatari ke saat saat Aae ye un Mongolo ke Vansh Nai tye sirf un Huns Mongolo ki Armi ko dhoond pelane wale gust khelane wale tye Rajisthan ka name en Huno Mongolo ke Naukar gurjare ya banjare jo bhi tye en ke Nam se Rajisthan ka name ho geya gurjar desh
@akashgurjar1178
5 жыл бұрын
Galat bhai Gurjar ne Rajput vansh ki shurwat ki thi Rajput ka matlab rajputra matlab raja ka putra Dhere dhere rajputro ko throne pe batne diya iss tarah rajput vansh ka agaj hua hai Agni kund wala source koi nahi manta even books mai bhi isse galat bataya jata hai
@teamx9661
3 жыл бұрын
OK check on google four clans of the rajputs ok
@kashichaudhary4942
3 жыл бұрын
@@teamx9661 bhai gurjar iddentiy aur rajput iddentity history me overlap kar jati ha isiliye ye confusion ho jata ha. Hum history ko modern lens se nahi interpret kr skte bhai. Wahi tum dusri taraf dekho ge to milega pratihar gurjar bhi the.
@kashichaudhary4942
3 жыл бұрын
@@teamx9661 bhai wo prithvirajo raso ko base maan kr likha ha and prithviraj raso khud ek fictional poem ha jo sirf glorification krti ha aur usme khud likha h ki ye ek parikal kavya(fictional) ha jisme koi historical value nahi ha jitne bhi 4 dynasty ki origin ki story usme likhi ha wo sab bards ne likhi ha aur agr unn 4 dynasty ki origin story tum unke inscriptions me dekho ge to wo uss prithviraj raso se alag payegi ye sabh story bards ne apni kalpana se likhi thi aur esa kaam aksar bards krdiya krte the.
@kashichaudhary4942
3 жыл бұрын
@@teamx9661 aur main baat ye ki bhai un 4 dynasty ko "anarchornism" ke tarike se rajput kaha gya tha.. "anarchornism" ka mtlb hota ha ki kisi particular time period me kisi particular chiz ka invention nahi hua hota but fir bhi present time me uska refrence milta ha for eg -a person from 3000 bc playing vedio games in their pc but pc was not invented in 3000 bc. This is the example of anarchornism which is an error of choronology and timeline and yehi anarchoronism prithviraj raso me use hua tha and us time me rajput word use nahi hoa tha and ye word 11th century ke around aaya tha and uske baad bhi kaafi time tak ye word heridatory linege ko nahi point out krta tha. Kaafi dynasty ne membership li thi iss iddentity ki but baad me ye word heridatory bangya aur thik ese gurjar bhi bna tha but wo sirf ek particular region tak hi limited tha.
@teamx9661
3 жыл бұрын
@@kashichaudhary4942 I am the student of upsc hamari book me rajput pura ek chapter hai yaha tak gurjar pratihar first rajput dynasty dikhai gai aur gurjar ka matlab a king Who ruled gujrat or mp OK aut rajput matlab raja ka putra yes ye sahi hai lakin rajput gujjro ke nhi harsh vardhan ke vansh or huns suks ke vansjo se ata hai aur ek baar ap plz check karlo rajput word 6th century me aya hai jo rajputra se rajput bana ek baar ap plz check kare.
@smartbaba1321
3 жыл бұрын
Aapas m ladkr Sena barbaad krne s acha to Arabo p halma krke Hindutva ke alakh jagata.
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