राधास्वामी दयाल की दया राधास्वामी सहाय
गुरु ने मोहीं (हमारे गुरु) ऐसा रतन बढ़ दिया ॥टेक॥
भाव घटे नहीं मोल न उतरे मुहर छाप सिर किया ॥१॥
ख़र्च किये से बढ़ता निसदिन घर दर सब भर दिया ॥२॥
🙏🙏 पोथी - "प्रेम बिलास"
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🙏🙏 राधास्वामी🙏🙏
Негізгі бет गुरु ने मोहि ऐसा रतन बढ़ दिया, दयालबाग सत्संग
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