Ufffffffffff Bht he zyda khobsort Tabaha kun 💜💙💚💜💙💚
@hlsharma3162
29 күн бұрын
गुज़रा हुआ ज़माना, आता नहीं दुबारा हाफ़िज़ खुदा तुम्हारा -२ *- खुशियाँ थीं चार पल की आँसू हैं उम्र भर के तन्हाइयों में अक़्सर रोएंगे याद कर के वो वक़्त जो कि हमने,-२ इक साथ है गुज़ारा हाफ़िज़ खुदा ... *-मेरी क़सम है मुझको तुम बेवफ़ा न कहना मजबूर थी मुहब्बत सब कुछ पड़ा है सहना तूफ़ाँ है ज़िन्दगी का -२ अब आखिरी सहारा हाफ़िज़ खुदा ... २ *- मेरे लिये सहर भी आई है रात बन कर निकला मेरा जनाज़ा मेरी बरात बन कर अच्छा हुआ जो तुमने-२ देखा न ये नज़ारा हाफिज खुदा....
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