इस व्यंग्य में हरिशंकर परसाई जी कहते हैं #love_thy_neighbor #पड़ोसी_से_प्यार_करो ,पड़ोसन से नहीं वरना पिट भी सकते हो.
स्त्रियाँ दो प्रकार की होती हैं, ध्यान देने योग्य और न ध्यान देने योग्य.
व्यंग्य में हरिशंकर परसाई जी आगे कहते हैं...#umbrella_morals का मतलब है यदि बारिश के दौरान आप मित्र का छाता मांग लाए और वापस नहीं किया तो आपने छाता मारा नहीं,आप महज लौटाना भूल गए.
Негізгі бет Harishankar Parsai Kahawaton Ka Chakkar. हरिशंकर परसाई कहावतो का चक्कर.
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