इस वीडियो में यह बताया जा रहा है कि मानव अधिकार आयोग क्या होता है ।और इस आयोग के समक्ष शिकायत कैसे दर्ज कराई जाती है इसका क्या कार्य है।
मानव अधिकार आयोग का अर्थ मानव से संबंधित अधिकारों के संरक्षण के लिए इस आयोग में कार्यवाही की जाती है। कुछ उदाहरण जैसे जेल संबंधी कोई भी कार्य ,सरकारी कार्य में बाधा या परेशानी, पुलिस की जांच मैं झूठा फसाना झूठा केस रजिस्टर्ड करना, सामाजिक बहिष्कार समाज द्वारा किसी भी कारण से किसी व्यक्ति का सामाजिक बहिष्कार करना चाहे वह जाति से संबंधित हो या गांव से उसे बाहर कर दिया गया ,किसी का रास्ता रोकना जो बरसों से अपना रास्ता उपयोग कर रहा है, अर्थात मानव जाति की रक्षा के लिए सारी मानव जाति के विरुद्ध मानव के अधिकार का संरक्षण करने के लिए आयोग बनाया गया है।
जैसे उदाहरण के तौर पर महिलाओं के लिए महिला आयोग, माइनॉरिटी के लिए -माइनॉरिटी कमिशनतथा एससी एसटी के लिए अनुसूचित जनजाति आयोग की स्थापना की गई। इसी तरह मानव अधिकारों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर तथा राज्यों में मानव अधिकार आयोग की स्थापना की गई है।
राज्य में इस आयोग में नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाती है जबकि केंद्र में राष्ट्रपति द्वारा नियुक्ति की जाती है।
इस आयोग के द्वारा बाल श्रम 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों के विरुद्ध कोई अपराध, घरेलू हिंसा जहां मानव जाति के अधिकार का उल्लंघन होता है, शिकायत मौखिक या लिखित की जा सकती है ।ऑनलाइन की जा सकती है ।राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल ह्यूमन राइट कमीशन का कार्यालय दिल्ली में स्थित है यह शिकायत लिखित मैं स्पीड पोस्ट से कीजा सकती है ।किसी भी तरह के राजनीतिक, सामाजिक ,आर्थिक ,सांस्कृतिक अधिकारों के मानव अधिकार के उल्लंघन के विरुद्ध यह शिकायत की जा सकतीहै।
#मानव अधिकार क्या होता है तथा कौन से ऐसे विषय हैं जिनमें मानव अधिकार आयोग के समक्ष शिकायत की जा सकती
#पैरामीटर ऑफ
Негізгі бет human right commission, मानव अधिकार आयोग मैं कैसे शिकायत करें।
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