इतिहास का मैं आईना हूँ
तहज़ीब का रंग सुनहरा हूँ
गंगा-जमुना मेरी आँखें
मैं नए भारत का चेहरा हूँ
मैं नए भारत का चेहरा हूँ
मैं नए भारत का चेहरा हूँ
मैं कल भी था, मैं आज भी हूँ
मैं नव-युग का अंदाज़ भी हूँ
सारी दुनिया का घर मुझ में
इस मिट्टी का आदर मुझ में
मैं देशभक्त भी गहरा हूँ
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मैं नए भारत का चेहरा हूँ
मैं नए भारत का चेहरा हूँ
मैं बेटी की मुस्कान में हूँ
मैं नारी के सम्मान में हूँ
विज्ञान में और किसान में हूँ
हर वीर में और जवान में हूँ
मैं सीमाओं का पहरा हूँ
मैं नए भारत का चेहरा हूँ
मैं नए भारत का चेहरा हूँ
अब चाँद पे पाँव जमाना है
सूरज से आँख मिलाना है
इक नया सवेरा लाना है
संकल्प नया दोहराना है
ना ठहरा था, ना ठहरा हूँ
मैं नए भारत का चेहरा हूँ
मैं नए भारत का चेहरा हूँ
Негізгі бет ITIHAAS KA ME AAINA HUN ; इतिहास का मैं आईना हूँ
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