इस स्त्रोत की रचना आदिगुरु शंकराचार्य ने की है। इसमें कुल 5 श्लोक हैं। इसके आदि मध्य और अंत में केवल ओम नमः शिवाय ही निष्कर्ष के रूप में निकलता है। यही इस स्त्रोत का सार है। इसका सस्वर वाचन कर रहे हैं इंद्रजीत साकेत और अभय शर्मा।
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Негізгі бет शिव पंचाक्षर स्तोत्रम, शिवरात्रि स्पेशल भजन प्रस्तुति इंद्रजीत साकेत और अभय शर्मा
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