आज गाऊॅं गुरु महिमा मन उमँग जगाय ॥टेक॥
राधास्वामी नाम बसा मेरे हिये में।
चरन गुरु रहे घाट में छाय ॥१॥
सतसँग सेवा चित से करती।
निसदिन अपने भाग सराय ॥२॥
🙏🙏 पोथी - "प्रेम बिलास"
पृष्ठ - 63
Негізгі бет आज गाऊं गुरु महिमा, दयालबाग पाठ
आज गाऊॅं गुरु महिमा मन उमँग जगाय ॥टेक॥
राधास्वामी नाम बसा मेरे हिये में।
चरन गुरु रहे घाट में छाय ॥१॥
सतसँग सेवा चित से करती।
निसदिन अपने भाग सराय ॥२॥
🙏🙏 पोथी - "प्रेम बिलास"
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