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दुर्गा या आदिशक्ति हमारी प्रमुख देवी हैं जिन्हें प्रकृति देवी, देवी, शक्ति, आदिमाया, भगवती, माता रानी, जग्दम्बा, सनातनी देवी आदि नामों से भी जाना जाता हैं। शाक्त सम्प्रदाय की वह मुख्य देवी हैं। दुर्गा को आदि शक्ति, प्रधान प्रकृति, गुणवती योगमाया, बुद्धितत्व की जननी तथा विकार रहित बताया गया है।
नवरात्री में नौं दिनों तक भक्त मां दुर्गा के नौं स्वरुपों का पूजन करते हैं।
प्रथम दिन मां शैलपुत्री, द्वितीय मां ब्रह्मचारिणी, तृतीय मां चंद्रघंटा, चतुर्थ कूष्माण्डा, पंचम स्कंद माता, षष्टम मां कात्यायनी, सप्तम मां कालरात्रि, अष्टम मां महागौरी, नवम मां सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है।
1)शैल पुत्री - हिमालय पुत्री ( पार्वती , दुर्गा )
2) ब्रह्मचारिणी - शांति रुप ।
3) चंद्रघण्टा - रौद्र रुप ।
4) कूष्माण्डा - खुशी का रुप ।
5) स्कंदमाता - आग की देवी ।
6) कात्यायनी - कात्यायन रुप ।
7) कालरात्रि - मां काली का रुप ( भयंकर ) ।
8) महागौरी - पवित्र स्वरुप ।
9) सिद्धदात्री - ज्ञान रुप ।
दुर्गा पूजा को माँ दुर्गा द्वारा दुष्ट राक्षस महिषासुर पर विजय प्राप्ति की खुशी में मनाया जाता है, इसलिए माँ को दुर्गतनाशिनी (भक्तों के संरक्षक) के रूप में पूजा जाता है। बंगाल, असम और ओडिशा में पूजा को पूजो के रूप में प्रख्यातित है।
Негізгі бет Ойын-сауық जय मेरी अम्बे जय जगदम्बे जय जय दुर्गे माता / Jai meri Amba Jagdamba / पचरा / Devi Geet / Pachra
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