ज्योतिष में जन्मदिन, जन्मसमय, और जन्मस्थान का महत्व बहुत अधिक होता है क्योंकि ये तीनों तत्व एक व्यक्ति की कुंडली (जन्मपत्री) बनाने के लिए आवश्यक होते हैं। कुंडली एक नक्शा है जो यह दर्शाता है कि जन्म के समय ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति क्या थी। यहाँ यह समझाने का प्रयास किया गया है कि क्यों ये तीनों तत्व महत्वपूर्ण हैं:
1. जन्मदिन (Date of Birth)
जन्मदिन से यह पता चलता है कि व्यक्ति किस तिथि को पैदा हुआ था। इससे सूर्य की स्थिति का पता चलता है। सूर्य राशि को निर्धारित करने में यह महत्वपूर्ण है। सूर्य राशि से व्यक्ति की मूलभूत विशेषताओं, स्वभाव और व्यक्तित्व के बारे में जानकारी मिलती है।
2. जन्मसमय (Time of Birth)
जन्मसमय अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बताता है कि व्यक्ति के जन्म के समय ग्रहों की सटीक स्थिति क्या थी। इससे लग्न (Ascendant) की स्थिति निर्धारित होती है। लग्न कुंडली का पहला भाव होता है और यह बताता है कि व्यक्ति का जीवन कैसा होगा। जन्मसमय के आधार पर ही विभिन्न ग्रहों की दशा और अंतरदशा (Mahadasha and Antardasha) का भी निर्धारण होता है।
3. जन्मस्थान (Place of Birth)
जन्मस्थान से यह पता चलता है कि व्यक्ति किस भूगोलिक स्थान पर पैदा हुआ था। विभिन्न स्थानों पर ग्रहों की स्थिति में अंतर होता है। इससे व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति का सटीक निर्धारण होता है। जन्मस्थान के आधार पर ग्रहों की सही स्थिति (Longitude और Latitude) निर्धारित की जाती है, जिससे कुंडली अधिक सटीक बनती है।
क्यों यह महत्वपूर्ण है:
1. व्यक्तिगत विशेषताएं: जन्म कुंडली व्यक्ति की व्यक्तिगत विशेषताओं, स्वभाव, और व्यक्तित्व को समझने में मदद करती है।
2. भविष्यवाणी: कुंडली के आधार पर ज्योतिषी भविष्य में घटने वाली घटनाओं का अनुमान लगा सकते हैं।
3. जीवन की दिशा: कुंडली से यह जाना जा सकता है कि व्यक्ति के जीवन में कौन-कौन से प्रमुख क्षेत्र (जैसे कैरियर, विवाह, स्वास्थ्य) महत्वपूर्ण होंगे और उनमें कौन-कौन से उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।
4. दशा और अंतरदशा: कुंडली के माध्यम से यह भी पता लगाया जा सकता है कि किस समय व्यक्ति के जीवन में कौन-कौन से प्रमुख घटनाक्रम हो सकते हैं।
जन्मदिन, जन्मसमय, और जन्मस्थान ज्योतिष में एक व्यक्ति की कुंडली बनाने और उसके जीवन की विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करने के लिए बुनियादी और आवश्यक तत्व हैं। ये तीनों मिलकर एक सटीक और विस्तृत कुंडली बनाने में मदद करते हैं, जिससे ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं की भविष्यवाणी कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में विकास त्रिपाठी (Host - Vikas Tripathi Show) ने इस विषय पर बात की @Astro-Scientist डॉ. मधुसूदन उपाध्याय जी से, जो कि ज्योतिष विज्ञान के अनन्य ज्ञाता हैं और के एक वैज्ञानिक होने के साथ साथ बड़े बड़े व्यवसायियों, सिनेमा जगत के लोगों और राजनेताओं को अपने ज्ञान से एक मार्गदर्शन करते रहते हैं।
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