श्रीमद्भाग्बादगीता
कोमलगीता
कर्मयोग
कर्म गर्नु वा नगर्नु : अर्जुन उवाच
विशेष धन्यबाद : चाहना पौडेल
परिधि बराल
Негізгі бет कोमल गीता अध्याय - ३ , कर्मयोग : कर्म गर्नु वा नगर्नु : अर्जुन उवाच
श्रीमद्भाग्बादगीता
कोमलगीता
कर्मयोग
कर्म गर्नु वा नगर्नु : अर्जुन उवाच
विशेष धन्यबाद : चाहना पौडेल
परिधि बराल
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