Күн бұрынएक कठोर दण्ड बरसों के प्रेम को मिट्टी में मिला देता है -कहानी "बासी भात में खुदा का साझा"(प्रेमचंद) Рет қаралды 135Tulika Chaturvedi 1 1 Жүктеу
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