कबीर साहेब संक्षिप्त जीवन परिचय-: मात-पिता मेरे नहीं बालक रूप प्रकटाया। लहरतारा तालाब कमल पर,जहां जुलाहे ने पाया।। परमात्मा कबीर सन 1398 में लहरतारा नामक तालाब में कमल के फूल पर काशी में शिशु रूप में प्रकट हुए थे नीरू नीमा नाम के दंपति निसंतान ने उस बालक का पालन पोषण किया। एक अनपढ़ बालक जो कवियों जैसी दुर्लभ कविताएं, दोहा, सत भक्ति आदि से समाज को सही दिशा निर्देश करते थे वह कोई साधारण बालक नहीं थे साक्षात परमेश्वर का अवतार थे जिन्होंने अलौली लीलाएं करके तथा 1518 में मगहर स्थान उत्तर प्रदेश से सशरीर अंतर्ध्यान हो गए थे उस समय वहां पर उपस्थित बादशाह बिजलीखान काशी नरेश वीर सिंह बघेल फौज सहित उपस्थित थे क्योंकि हिंदू मुस्लिम सभी कबीर साहिब के शिष्य थे।यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 कबीर परमेश्वर का वर्णन है। कुरान शरीफ सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 में अल्लाह कबीर सर्व सृष्टि के रचयिता का वर्णन है
@shivlal-we8vx
Жыл бұрын
कबीर साहेब जी पूर्ण परमात्मा है।
@bhikhamsahu5357
Жыл бұрын
जी हां Kabir saheb Ji पूर्ण परमात्मा है
@DineshKumar-iw7gk
2 жыл бұрын
कबीर साहेब अमर परमात्मा हैं उनका जन्म कभी किसी माँ की कोख से नहीं होता है, वह काशी बनारस के लहरतारा तालाब पर कमल के फूल पर एक नवजात शिशु के रूप में आकर विराजमान हुए थे।
@sanjaykumar-lv8hg
Жыл бұрын
Bahut sundar anmol Gyan
@SunitaDevi-cj3ct
2 жыл бұрын
कबीर इज गॉड है 🙏🏻🙏🏻
@SunilDas-me9ox
2 жыл бұрын
#KabirIsGod परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है) यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
@chattarsingh7461
2 жыл бұрын
गरीब जल थल पृथ्वी गगन में बाहर भीतर एक पूर्णब्रह्म कबीर है अवगत पुरुष आलेख
@shivlal-we8vx
Жыл бұрын
आपके द्वारा बताया ऊं ज्ञान लोक वेद के आधार पर है।
@birendraboro5554
9 ай бұрын
पूर्ण परमात्मा कबीर देव ही सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड कि मालिक है।
@sureshmeghwal8955
2 жыл бұрын
परमेश्वर कबीर
@DineshKumar-iw7gk
2 жыл бұрын
कबीर साहेब अविनाशी हैं। सशरीर प्रकट होते हैं, सशरीर चले जाते हैं - प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 93 मंत्र 2, मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3 गरीब, पानी से पैदा नहीं, श्वासा नहीं शरीर | अन्न आहार करता नहीं, ताका नाम कबीर ||
@bhikhamsahu5357
Жыл бұрын
जी हां कबीर साहेब अविनाशी परमात्मा है l
@satyaveerdas765
11 ай бұрын
सतगुरु पुरुष कबीर है चारो युग प्रवाण । झूठे गुरुवा मर गये वो हो गये भूत मसान ।।
@PatelSaab-fg2fn
3 ай бұрын
जय गुरू देव जी
@pappupappumoriya1929
Жыл бұрын
कबीर परमात्मा जी चारों युगों में इस भुमि पर आते हैं तथा अपने ज्ञान का प्रचार प्रसार करते हैं और सशरीर सतलोक जाते है
@surendrasurendra7932
11 ай бұрын
Sat Sahib Ji
@naguramprajapati4698
2 жыл бұрын
Supreme God is Kabir मगहर रियासत ( वर्तमान जिला कबीर नगर , उत्तरप्रदेश ) में आज भी प्रमाण विद्यमान है कि कबीर परमेश्वर माघ माह शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी विक्रम संवत् 1575 ( सन् 1518 ) को सशरीर सतलोक गए तो कबीर परमेश्वर के शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल मिले थे
@satyaveerdas765
11 ай бұрын
Kabir Sahib वेदों में प्रमाण है, कबीर साहेब भगवान है।
@Pathprakash385
11 ай бұрын
भक्ति बिना क्या होत है, ये भरम रहा संसार। रति कंचन पाया नहीं, रावण चलती बार।।
@ramsevakrampaikra5482
Жыл бұрын
कबीर साहेब पूर्ण परमात्मा हैं
@राहुलप्रसादकुशवाहा
11 ай бұрын
सत् साहेब जी
@MADHUSEN-kp4me
6 ай бұрын
Very nice thanks for the information 🙏🙏
@ChandeshJadav
11 ай бұрын
कबीर इस सुप्रीम गॉड
@chawlastampprintingshop5568
9 ай бұрын
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता हैसतगुरु मधु परमहंस जी
@vishnu098
Жыл бұрын
पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज
@ReenaKumari-zj5di
2 жыл бұрын
Kabir is God
@rashmitacnicalsekho8741
2 жыл бұрын
#KabirIsGod पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है। #SaintRampalJi
@gpguru4455
2 жыл бұрын
Satya bat
@lekhrajsoni8859
2 жыл бұрын
#KabirIsGod पवित्र कुरान शरीफ में प्रभु सशरीर है तथा उसका नाम कबीर है सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 में लिखा है कि कबीर परमात्मा ने छः दिन में सृष्टी की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा।
@पहलाददास
Жыл бұрын
Kabir Sahib
@SumanDevi-my2is
2 жыл бұрын
कवीर साहेब जी अविनाशी परमात्मा है
@premnarayan8200
Жыл бұрын
देते को हरि देत हैं जहां तहां से आन, अन देवा मांगत फिरे साहब सुने न कान।।
@parasram7678
Жыл бұрын
सदगुरु संत रामपाल जी भगवान जी की जय🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@दुखरामतिवारीरिन्टूतिवारी-घ9ज
2 жыл бұрын
Kabir Sahib
@KailashChandra-yk4ve
3 жыл бұрын
Saheb bandgi saheb
@namangamerg3809
2 жыл бұрын
Sat saheb ji
@शंकरदास-च2च
2 жыл бұрын
#Satlok #SatlokAshram #TrueGuru #TatvdarshiSant
@TRISHIKH1910
3 жыл бұрын
संत कबीर डॉ. बाबा साहब आंबेडकर के प्रथम गुरु थे।
@gpguru4455
2 жыл бұрын
Aapka dimag kharab hai yaar
@DineshKumar-iw7gk
2 жыл бұрын
संत कबीर परमेश्वर जी स्वामी रामानंद जी ( काशी बनारस )के प्रथम गुरु थे।
@shivlal-we8vx
Жыл бұрын
Kabir is suprime God
@SunitaDevi-cj3ct
2 жыл бұрын
कबीर साहेब जी महाराज ही भगवान है 👌👌🥀🥀
@RaviChauhan-tr6hh
2 жыл бұрын
इस विडियो में जितनी भी जानकारियां कबीर साहेब के बारे में बताई गई है वह पूरी तरह से सही नहीं है कबीर साहेब केवल एक संत नहीं थे वह परमेश्वर थे। सबसे पहले कबीर साहिब के जन्म के कबीर साहिब जी का जन्म माता पिता से नहीं होता। वह सहशरीर 1398 ईस्वी में काशी में लहरतारा तालाब में शिशु रूप में कमल के फूल पर प्रकट होते हैं।और वहां से उनको निसंतान दंपत्ति उठा कर घर ले गए ऐसा वेदों में प्रमाण,और उनकी परवरिश कंवारी गाय के दूध से होती है। कबीर साहिब जी कहते हैं कि:- कबीर, ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा बालक बन दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा वहां जुलाहे ने पाया।। मात पिता कोई नहीं मेरे ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया जगत करे मेरी हांसी।। कबीर साहिब जी मुंह बोले माता-पिता नीरू और नीमा थे 2 बच्चों को परमेश्वर ने जीवित किया था जिसमें एक लड़का जिसका नाम कमाल रखा दूसरा लड़की थी जिसका नाम कमाली रखा था। नीरू और नीमा परमेश्वर के मुंह बोले माता पिता थे और कमाल और कमाली उनकी मुंह बोली बेटा बेटी थे। कबीर साहेब की कोई पत्नी नहीं थी। इस विडियो में 99% जानकारीयां गलत दी गई है। कृप्या तथ्यों के आधार पर पूरी जानकारी के साथ इसको ठीक करें।
@mx2078
7 ай бұрын
Purn satyaguru Purn paramatma Kavir sahib
@satyaveerdas765
11 ай бұрын
कबीर- आच्छे दिन पीछे गये सतगुरु से किया ना हेत। अब पछतावा क्या करें जब चिड़िया चुग गयी खेत ।।
@AshutoshKumar-fb6dj
3 жыл бұрын
Happy Birthday too you
@RadhaKrishna-ql2pp
11 ай бұрын
-भक्ति बिना क्या होत है, ये भरम रहा संसार। रति कंचन पाया नहीं, रावण चलती बार।। सतभक्ति के बिना जीव का कल्याण संभव नहीं है। शास्त्र विरुद्ध साधना जीवन को नष्ट कर देती है। रावण की भक्ति शास्त्र विरुद्ध थी जिसके कारण वह राक्षस कहलाया। संपदा से परिपूर्ण होने के बाद भी मरते समय खाली हाथ गया।
@kalyandasshastri2065
2 жыл бұрын
ये जीवन परिचय मन गणन्त है. उनका सही प्रमाणिक जीवन परिचय कबीर प्रकट्य स्थल लहर तारा धाम वाराणसी से प्राप्त किया जा सकता है
@gpguru4455
2 жыл бұрын
Unhone janm kaha liya yaar
@gpguru4455
2 жыл бұрын
Lila Kari hai nas
@SumanDevi-my2is
2 жыл бұрын
कवीर साहेब जी मगहर से सहशरीर सतलोक गए उस स्थान पर फूल मिले
@poonambharti9839
3 жыл бұрын
Jai kabir🙏🙏
@RatanSingh-ej1zg
11 ай бұрын
पूर्ण परमात्मा को पाने के लिए शब्द ग को अति आवश्यक है अधिक जानकारी के लिए जीने की राह पुस्तक पड़े ज्ञान गंगा पुस्तक पर संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर अपना
@RamKumarSingh-gf5nt
11 ай бұрын
#KabirIsGod आज संत रामपाल जी महाराज जी के चोले में पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब आए हुए हैं, सभी भाई बहन संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर अपना मोक्ष कराएं। #SantRampalJiMaharaj
@ambikeshpandey2759
2 жыл бұрын
कबीर साहब ही पूर्ण परमात्मा है उनकी भक्ति करने से मोक्ष की प्राप्ति होती और घर में सारे सुख होते हैं
@SunilDas-me9ox
2 жыл бұрын
ईसा मसीह परमेश्वर नहीं वह काल के भेजे अवतार थे, उनके द्वारा किये चमत्कार व उनकी मृत्यु पहले से ही निर्धारित थी। यह सब काल ज्योति निरंजन (ब्रह्म) का सुनियोजित जाल है। जिस कारण उसके द्वारा भेजे अवतारों की महिमा बन जाए तथा आस पास के सभी प्राणी उस पर आसक्त होकर उसके द्वारा बताई ब्रह्म साधना पर अटल हो जाऐं। जब परमेश्वर का संदेशवाहक आए तो कोई भी विश्वास न करे।
@पहलाददास
Жыл бұрын
Kabir Saheb Kabir Saheb hi purn Parmatma hai Kabir Saheb ji ka koi Janam nahin hua
@SohanLal-tg8bz
Жыл бұрын
Kabir ji hi bhagwan h Rampal Ji Maharaj ke bhes me
@himakshidas6214
3 жыл бұрын
Plzzzz yellow tara mantra daliye
@lekhrajsoni8859
2 жыл бұрын
#KabirIsGod पवित्र कुरान शरीफ में प्रभु सशरीर है तथा उसका नाम कबीर है सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 में लिखा है कि कबीर परमात्मा ने छः दिन में सृष्टी की रचना की तथा सातवें दिन तख्त पर जा विराजा।
@ayushrathore5856
2 жыл бұрын
Frnd
@shriramdas9580
2 жыл бұрын
दहेज न देने पर जहां समाज में बेटी को प्रताड़ित किया जाता है। वहीं संत रामपाल जी महाराज जी के ज्ञान से सादगी से हो रहे हैं दहेज मुक्त विवाह। सास-ससुर द्वारा बहू को घर में दिया जाता है बेटी के समान दर्जा।
@ramramkhiladi6798
2 жыл бұрын
🙏🙏🌹🌺🌷💐Kabir sahab Amar Parmatma hai unhone kisi man ki kokh se janm nahin liya 🙏🙏🌹🌺🌷💐 🙏🙏🌹🌺🌷💐Kashi Banaras mein lahartara namak sthan per Kamal ke phool per virajman hue🙏🙏🌹🌺🌷💐
@ankurankur9667
3 ай бұрын
आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा
@HariomKumar-bj8zy
2 ай бұрын
Q
@DineshKumar-iw7gk
2 жыл бұрын
माघ महीना शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि.सं.1575 सन् 1518 को अविनाशी परमात्मा कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये। उनके शरीर के स्थान पर केवल सुगन्धित पुष्प मिले।
@devprasad2341
11 ай бұрын
कबीर परमेश्वर सशरीर प्रकट हुआ था। उसके बचपन के परवरिश कुंवारी गाय के दूध से हुआ था। कबीर परमात्मा पाप विनाशक है। 1398 से 1518 तक सत्यज्ञान बता कर सशरीर सतलोक गया था।
@krishanrana8674
Жыл бұрын
कृपया नोट करें कि आप जी के दुबारा दिया परिचय का प्रमाण भी दीजिए।क्योंकि पवित्र वेद व शास्त्रों में तो कबीर जी को पूर्ण ब्रह्म परमेश्वर बताया है।
@DineshKumar-iw7gk
2 жыл бұрын
आपके द्वारा दी जा रही जानकारी पूर्ण सत्य नहीं सत्य तो यह है कि पूर्ण परमेश्वर अपने सतधाम सतलोक से चलकर आते हैं और एक कमल के फूल पर नवजात शिशु का रूप धारण करके किसी निसंतान दंपत्ति को मिलते हैं और फिर उनके परवरिश की लीला कुमारी गायों के दूध से होती है।
@geetu4061
11 ай бұрын
भारत में उत्पन्न वह पूर्ण संत गौर वर्ण के हैं, उनके न दाढ़ी है, ना मूछें हैं और उनके सर पर सफेद बाल हैं। - फ्लोरेंस अमेरिका की इस प्रसिद्ध भविष्यवक्ता की उपरोक्त भविष्यवाणी संत रामपाल जी महाराज पर बिल्कुल खरी उतरती है।
@yosivin1
3 жыл бұрын
The background is Hebrew from the Bible and not Arabic from the Quran
@lekhrajsoni8859
2 жыл бұрын
कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को तो समय पर टूक (रोटी) भी नहीं दिया जाता। मृत्यु के पश्चात् उसको पवित्र दरिया में बहाकर आता है। कितना खर्च करता है। अपने माता-पिता की जीवित रहते प्यार से सेवा करो। उनकी आत्मा को प्रसन्न करो। उनकी वास्तविक श्रद्धा सेवा तो यह है।
@ramnihordas7459
2 жыл бұрын
Diwali Offer प्राप्त करें नि:शुल्क पुस्तक "ज्ञान गंगा" और जीने की राह।"जीने की राह" पुस्तक को पढ़ने से शराब, तम्बाकू तथा अन्य नशे के प्रति ऐसी घृणा हो जाएगी कि इनका नाम लेने से रूह काँप जाया करेगी। पूरा परिवार सुख का जीवन जीएगा। जीवन का सफर आसानी से तय होगा क्योंकि जीवन का मार्ग साफ हो जाता है। - संत रामपाल जी महाराज।
@SathiMajee-b4v
Жыл бұрын
কেউ মরার পর তার শ্রাদ্ধ করার থেকে ভালো ওর জীবিত থাকাকালীন সতগুরুর কাছে উপদেশ দেওয়ানো যাতে ওই জীবের পূর্ণ মুক্তি হতে পারে। किसी के मरने के बाद श्राद्ध निकालने से अच्छा उसके जीवित रहते सतगुरु से उपदेश दिलाएं जिससे उस जीव का पूर्ण मोक्ष हो सके।
@AshishKumar-jg5ih
2 жыл бұрын
🕯️इस दीवाली नशे से गारंटीड छुटकारा पाने के लिए अवश्य मंगाएं निःशुल्क पुस्तक "जीने की राह"। आज ही order करें ये अद्भुत पवित्र पुस्तक और नशे से आज़ादी पाएं।
@SumanDevi-my2is
2 жыл бұрын
कवीर साहेब ही पुर्ण परमात्मा है कवीर साहेब जी का कोई जन्म नहीं हुआ वह लहर तारा तालाब में कमल के फूल पर प्रकट हुए
@kushalkumar4652
Жыл бұрын
संत रामपाल जी महाराज जी पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के अवतार आए हुए हैं उनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण कराएं अधिक जानकारी के लिए पढ़ें पुस्तक ज्ञान गंगा।
@ganeshchandramahato2490
11 ай бұрын
और वह कैसे प्राप्त होता है? जानने के लिए हिन्दू साहेबान! नहीं
@RameshwarPrasad-z7t
11 ай бұрын
#हिन्दूसाहेबान_नहीं_समझे गीता वेद पुराण हम सुल्तानी नानक तारे दादु को उपदेश दिया जात जुलाहा भेद न पाया काशी में कबीर हुआ
@anhadsingh1103
2 жыл бұрын
Gg
@soniasharma975
2 жыл бұрын
All informations are wrong
@premilaraj91
Жыл бұрын
Kabhir saheb ke mirtiu ni huwi Wo jyse aya tha waise wo antar dhyan ho gy.. galat mt bolo
@AnilSingh-jd8pm
6 ай бұрын
पागल आत्मा कबीर ही पूर्ण परमात्मा है
@santoshkumar-gx1kl
2 жыл бұрын
total fake story 🥵😭
@AnilSingh-jd8pm
6 ай бұрын
झूठ क्यों बोल रही है वो परमेश्वर है पागल
@सबकामालिकएक-स4छ
2 жыл бұрын
Galt Galt
@ramnareshrathor7326
Жыл бұрын
अल्प बुद्धि एवं बचकानी जानकारी😅😅
@Rohit_Spiritual
3 жыл бұрын
Galat Katha... Suna Rhe ho, Unka Janam Nahi hua tha, Prakat hue the
@Rohit_Spiritual
2 жыл бұрын
@Science Of Shabad सन (1398-1518) 120yrs गलत धरना - कबीर जी का जन्म विधवा ब्रह्माणी से हुआ, उसने कबीर जी को त्याग दिया, और नीरू नीमा ने उठा लिया वास्तविकता - कबीर जी सन 1398 में बृहमूह्रत के समय सतलोक से एक नूरी प्रकाश रूप में आकर काशी के लहर तारा तालाब में कमल के फूल प्रकट हुए थे, जिसके साक्षात् दृष्टा ऋषि अष्टानांद जी थे, फिर नीरू नीमा बाद में उनको ले गए *कबीर जयंती* ❌ *कबीर प्राकट्य दिवस* ✅ ✅ कबीर साहेब द्वारा अपने प्रकट होने के विषय में बताना ➡️ *कबीर शब्दावली, भाग 2 (पृ 47, 63)* काशी में हम प्रगट भये हैं, रामानन्द चिताये । समरथ का परवाना लाये, हंस उबारन आये ।। क्षर अक्षर दोनूं से न्यारा, सोई नाम हमारा । सारशब्द को लेइके आये, मृत्यु लोक मंझारा ।। ➡️ *कबीर साखी ग्रंथ, परिचय को अंग* काया सीप संसार में, पानी बूंद शरीर । बिना सीप के मोतिया, प्रगटे दास कबीर ।74। धरती हती नहि पग धरूं, नीर हता नहि न्हाऊं । माता ते जनम्या नहीं, क्षीर कहां ते खाऊं ।82। ➡️ *कबीर पंथी शब्दावली, खंड 4* अमरलोक से चल हम आये, आये जक्त मंझारा हो । सही छाप परवाना लाये, समिरथ के कड़िहारा हो ।। जीव दुखि देखा भौसागर, ता कारण पगु धारा हो । वंश ब्यालिश थाना रोपा, जम्बू द्वीप मंझारा हो ।। ➡️ *कबीर सागर, अगम निगम बोध (पृ 41), ज्ञानबोध (पृ 29)* न हम जन्मे गर्भ बसेरा, बालक होय दिख लाया । काशी नगर जंगल बिच डेरा, तहां जुलाहे पाया ।। मात पिता मेरे कछु नहीं, नाहीं हमरे घर दासी । जाति जुलाहा नाम धराये, जगत कराये हांसी ।। हम हैं सत्तलोक के वासी । दास कहाय प्रगट भये काशी ।। कलियुग में काशी चल आये । जब तुम हमरे दर्शन पाये ।। तब हम नाम कबीर धराये । काल देख तब रहा मुरझाये ।। नहीं बाप ना मात जाये । अवगति ही से हम चले आये ।। सतियुग में सत्त सुकृत कहाय । त्रेता नाम मुनींदर धराय ।। द्वापर में करुणामय कहाय । कलियुग नाम कबीर रखाय ।। ➡️ *कबीर बीजक, साखी प्रकरण* कहां ते तुम आइया, कौन तुम्हारा ठाम । कौन तुम्हारी जाति है, कौन पुरुष को नाम ।1072। अमर लोक ते आइया, सुख सागर के ठाम । जाति हमारी अजाति है, सत्तपुरुष को नाम ।1073। ✅ कबीर साहेब के प्रकट होने पर संतों के विचार ➡️ *संत धर्मदास जी (मध्यप्रदेश)* हंस उबारन सतगुरू, जगत में अइया । प्रगट भये काशी में, दास कहाइया ॥ धन कबीर! कुछ जलवा, दिखाना हो तो ऐसा हो । बिना मां बाप के दुनियां में, आना हो तो ऐसा हो ॥ उतरा आसमान से नूर का, गोला कमल दल पर । वो आके बन गया बालक, बहाना हो तो ऐसा हो ॥ अब मोहे दर्शन दियो हो कबीर ॥ सत्तलोक से चलकर आए, काटन जम जंजीर ॥ थारे दरश से पाप कटत हैं, निरमल होवै है शरीर ॥ हिंदू के तुम देव कहाये, मुस्लमानओं के पीर ॥ दोनों दीन का झगड़ा हुआ, टोहा ना पाया शरीर ॥ ➡️ *संत गरीबदास जी (हरियाणा)* अनंत कोटि ब्रम्हंड में, बन्दी छोड़ कहाय । सो तौ एक कबीर हैं, जननी जना न मांय ॥ शब्द सरूपी उतरे, सतगुरू सत कबीर । दास गरीब, दयाल हैं, डिंगे बंधावैं धीर ॥ साहिब पुरुष कबीर कूं, जन्म दिया ना कोय । शब्द स्वरूपी रूप है, घट - घट बोलै सोय ॥ ➡️ *संत हरिराम व्यास जी (वृंदावन)* कलि में सांचो भक्त कबीर ॥ पांच तत्त्व ते जन्म न पायो, काल ना ग्रासो शरीर । व्यास भक्त को खेत जुलाहों, हरि करुणामय नीर ।
@bhooraprasad3180
Жыл бұрын
कबीर साहेब स्वयं पूर्ण परमात्मा हैं |
@दुखरामतिवारीरिन्टूतिवारी-घ9ज
2 жыл бұрын
कबीर साहेब जी पूर्ण परमात्मा हैं
@bhikhamsahu5357
Жыл бұрын
Kabir Is suprime God
@dr.mukeshkumar3042
3 жыл бұрын
Kabir is suprim god
@anvar6782
2 жыл бұрын
God is formless ..don't misundertand God
@gangarammalviya5981
Жыл бұрын
Kabir is god
@kushalkumar4652
9 ай бұрын
संत रामपाल जी महाराज जी पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी के अवतार आए हुए हैं उनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण कराएं अधिक जानकारी के लिए पढ़ें पुस्तक ज्ञान गंगा।
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