प्रेम बानी राधास्वामी तीसरा भाग। बचन - 23
प्रेम तरंग तीसरा भाग
शब्द - 6
गुरु री सुरत गुरु चरन अधारा ।। टेक ।।
गुरु सम कोई हितकारी नाहीं ।
उनकी दया का लेओ री सहारा ।।
#rssatsangsoamibaghagraoffical #pannigaliguruduwarasatsang #radhabaghsatsang
#shortvideo
Негізгі бет करो री सुरत गुरु चरन अधारा । गुरु सम कोई हितकारी नाहीं । उनकी दया का लेओ री सहारा ।।
Пікірлер: 6