हम मूल निवास इस लिए बोल रहे थे ताकी बाहरी लोग यहाँ न बसे, पर अब तो यहाँ नेता ही बाहर से लाये जा रहे है।
@Parnav_gaming-o6m
2 ай бұрын
Noida Delhi me tum log kya kar re ho fir?
@apkakapil7403
2 ай бұрын
ये सोच छोडकर अच्छी बात सिखों नहीं तो बाहर रह रहे कथित mool निवासी को दिक्कत आ जाएगी
@JaiDadaki-jo1ml
2 ай бұрын
@@apkakapil7403Dvai ke jarurat.ha esko
@AKHILESHSINGH-kh6ke
2 ай бұрын
Aap ek dam sahi kah rahe hai
@kailashbhatt4799
2 ай бұрын
इस उत्तराखंड का दुर्भाग्य है कि भाजपा के पास आज़ उत्तराखंड में कोई नेता नहीं है भाजपा को उत्तराखंडीयो को सिर्फ पन्ना प्रमुख बनाया जाता है अभी भी समय है जागो भाइयों उत्तराखंड को बचाओ नहीं तो नेता भी बाहर के और उत्तराखंड वाले क्या करेंगे सिर्फ उत्तराखंड को लूटने वालों को नेता बनाना है
@OldisgoldGold-ny8px
2 ай бұрын
100 प्रतिशत लोकसभा सीट देने के बाद भी उत्तराखंड को क्या मिला राज्य मंत्री का एक पद 😂😂😂
@istakharali3289
2 ай бұрын
उत्तराखंड वासियों टेंशन नहीं लेने का करतार सिंह भड़ाना जी तीसरे नंबर के कैंडिडेट हैं मंगलौर विधानसभा चुनाव मे
@navdeepjoshi8250
2 ай бұрын
@@OldisgoldGold-ny8px ye shite dene wali janta ki ankho pe patti thi bandhi hui,,, sharm aati h yaha ki janta ki jagrukta par,,,, hmari janta bais ki tarah soyi padi hai,,, or hatya kand pe hatya kand hote ja rahe lekin is soyi janta ko koi fark nhi padta,,,,badi hairani ki baat hai ki rajya ke mantri,,,vidhayak ,,, c. M se yaha ke logo ko koi lena dena nhi ,,, ye log to modi ji se niche kisi se baat nhi karte 😢😢😢😂😅
@matiyaliksm
2 ай бұрын
भाई साहब मुस्लिम उम्मीदवार से तो हिन्दू ही अच्छा है चाहे वो देश के किसी भी कोने से होl
@matiyaliksm
2 ай бұрын
@@bharatsinghdehradunभाई साहब मुस्लिम उम्मीदवार से तो हिन्दू ही अच्छा है चाहे वो देश के किसी भी कोने से हो l
@girishchandra360
2 ай бұрын
म॑गलोर की जनता से विनम्र निवेदन है कि बीजेपी पर इस बार अच्छी तरह से भडास निकाल देना, ताकि ऐ बीजेपी किसी लायक न रहे,
@buransh117
2 ай бұрын
इसी तरह demography change होती रही उत्तराखंड की तो पहाड़ी क्षेत्रों में मौलाना चुनाव लडेंगे आने वाले समय में । उत्तराखंड सरकार ने जो UCC पारित किया गया है उसके अनुसार जो व्यक्ति एक वर्ष से उत्तराखंड में निवास कर रहा है वो उत्तराखंड का स्थाई निवासी माना जायेगा। कितने पत्रकारों और नेताओं ने एक शब्द भी बोला है इसके विरोध में ? आगे आगे देखो होता है क्या??
@user-du6mi1cn7s
2 ай бұрын
Beta tu tensan na tu pahad me hi rehna palene mat aana vese bhi deharadoon Haridwar udham sing nagar sab west up me jane wala he fir tu pahaad khod te rehna
@ulog2340
4 күн бұрын
@@user-du6mi1cn7s dehradun garwali aur Jaunsari logon ka h koi dehati desi logon ka nahi
@user-rq6iq7tr3v
2 ай бұрын
Bhut ही दुर्भाग्यपूर्ण है उत्तराखण्ड भाजपा में कार्यकर्ताओं की कोई कमी नहीं है
@uttarakhandculture9013
2 ай бұрын
भाजपा खा गई उत्तराखंड को 😢😢 कब जागोगे पहाड़ियों।। गुजरात का बनिया चूना लगा रहा है उत्तराखंड को 😢😢
@stboys1932
2 ай бұрын
Yahi sahi hai bhai pahadi ladkiya bahar sadiya kar rahi wahi jamine kisi aur ki par congress bhi yahi karengi uk ki koi party nahi
@bahugunaanil9
2 ай бұрын
जो साढ़े चार साल मुख्यमंत्री रहे और उनकी ही लोकसभा इलाके की विधानसभा सीट है, भी विरोध नहीं कर पाए। मेरे अनुमान के अनुसार ये सिर्फ खनन के लिए यहां आ रहे है।
@anilrawat311
2 ай бұрын
इसीलिए तो यह लोग मूल निवास नहीं चाह रहे हैंउत्तराखंड में ताकि अपने बहुमत के लिए बाहरी लोगों को बसाया जा सके
@harshuniyal2188
2 ай бұрын
दुर्भाग्य है हमारे उत्तराखण्ड का बहार वालो को लाओ क्या उत्तराखंड मे नेताओ की कमी हो गयी है क्या
@PansinghKoranga
2 ай бұрын
देवभूमि के युवा कोमौका देना चाहिए उत्तराखंड वाशी को ही वोट दे बेरोजगार युवा
@garhwalexplorer
2 ай бұрын
बहुत दुर्भाग्या की बात है जो उत्तरखंड के जल जमीन व भौगोलिक परिस्थितियों को नहीं जानता है उन्हे उत्तराखंड की सत्ता मै ला रहे है ।क्या यह उत्तराखंड के पहाड़ों की बात रख सकते है 😢😢
@kailashchandrapathak1239
2 ай бұрын
क्या हमारी सरकार विधायक का चुनाव लड़ा ने के लिये हरियाणा से उत्तराखंड में किराए पर लायी है क्या धर्म नगरी में बिधायक का चुनाव लडने योग्य कोई भी व्यक्ति नही था यह उत्तराखंड खंड का अपमान नहीं है
@PansinghKoranga
2 ай бұрын
बाहरी लोगों को वोट नहीं देना चाहिए स्थानी प्रत्याशी को वोट करें उत्तराखंड देवभूमि कि लोगों ने यह समझना चाहिए
@basantjoshi5229
2 ай бұрын
सायद हरिद्वार में में खनन केलिए जमीन की तलाश हो
@KanyalkailashKanyalji
2 ай бұрын
यह हमारे उत्तराखंड के लोगों का दुर्भाग्य है। हमारे लोकल नेता को टिकट मिलना चाहिए था। आखिर बोट तो जनता ने ही देना है। जनता को वोट देने से पहले सोचना पड़ेगा।
@virendrakhankriyal8320
2 ай бұрын
मनु दा, बहुत गंभीर विषय लिया है। बेहतरीन, हमारे राज्य मे जल, जंगल जमीन का दोहन ऐसे ही होना है। पुरजोर विरोध जरूरी है या वोटर्स ही सबक सिखाएं।
@sohannawani7214
2 ай бұрын
दुर्भाग्य है हम उत्तराखंड वासियों का जो इस प्रकार की घिनौनी एवं अन्याय पूर्ण हरकत की जा रही है, सबको एकजुट होकर जबाब देना चाहिए।
@BharatSingh-fj4vj
2 ай бұрын
"भुर्तया" गुर्जर सैनिकों को सहारनपुर से लाकर के गढ़वाल नरेश हारे ही नहीं बल्कि शहीद हो गए, पहाडियों! तैयार रहो!
@stboys1932
2 ай бұрын
Nash kiya gujjar bhais chor hai king nahi
@vijayrana5595
2 ай бұрын
भक्तो के प्रसाद मे बेहोसी की दवा मिला दी है बीजेपी ने
@premsingh-ps3xz
2 ай бұрын
पिछले कुछ दिनों से गढ़वाल भ्रमण पर था गढ़वाल के हालत देखकर बहुत दुख हुआ , वाकई में गढ़वाल की हालत बहुत ही ज्यादा खराब है पलायन की वजह से गढ़वाल में बुरी तरीके से पिछड़ापन कई गांव तो बिल्कुल ही खाली और बंजर है चुके हैं और सरकार का ध्यान भी लोकल गढ़वाली लोगों की बजाय चार धाम यात्रा पर ज्यादा है । गढ़वाल बहुत ही दयनीय स्थिति में है ।
@ancient_hearts
2 ай бұрын
अभी गढ़वाली सड़को पर बहुत जल्दी भीख मांगेंगे, क्यूंकि वे एक नंबर k लालची, शराबी, मीट खाने वाले होते हैं, भोलेनाथ जल्द इनका हिसाब करेंगे, तब इनसे पूछेंगे kon h बाहरी 😂
@AnilSingh-lb4nb
2 ай бұрын
भाई जहा रवि बडोला की हत्या हुई वहा का विधायक भी बाहरी है। ये भी बताओ।
@Mb12345-o
2 ай бұрын
उत्तराखंड अलग देश नही है करतार सिंह इस देश के😂 नागरिक है चुनाव लड सकते हैजय भारत जय उत्तराखण्ड जय नरसिंह जय श्री राम ❤
@surendrakumarbaloni3204
2 ай бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद पंवार जी.... बहुत बड़ा और संगीन मुद्दा उठाया आपने....
@NegiJiHai
2 ай бұрын
उत्तराखंड में तथाकथित नेताओं को हमेशा दिल्ली से ही थोपा जाता है क्योंकि उत्तराखंड में नेताओं की स्थानीय स्तर पर जनता के बीच कोई पेठ नहीं है।
@NarendraSingh-ft1xp
2 ай бұрын
हेमवती नंदन बहुगुणा तथा रीता भावना इलाहाबाद और लखनऊ से सांसद और विधायक बन सकते हैं
@manoj_rawat262
2 ай бұрын
Abe c tb uk up me tha
@sumit-rc6bf
2 ай бұрын
योगी जी अजय कुमार बिष्ट g@@manoj_rawat262 ज्ञान बाटने चले 😅😅😅😅
@Ankit_19
Ай бұрын
inhi ko to andhbhakt kha jata hai
@shanusingh3139
7 күн бұрын
@@manoj_rawat262aaj ke time Ek pahadi Lucknow ki mayor hai ab bol
@dindayalbandooni2440
2 ай бұрын
हमें बीजेपी उम्मीदवार को हराना चाहिए
@anujghosipuriya
Ай бұрын
तेरे बस की बात नही 😅😅😅😅
@ramgopalnautiyal4601
2 ай бұрын
पंवार जी अब भा ज पा के जाने के दिन आगये है ं
@ajitrathiofficial
Ай бұрын
पूरी जानकारी के साथ बेहतरीन प्रस्तुतीकरण,
@kusumrauthan7150
2 ай бұрын
मंगलौर की जनता बाहरी लोगों का बहिष्कार करो
@gicamiannainital7405
2 ай бұрын
जागरूक करने का प्रयास है सराहनीय है
@songmasterlyrics1923
Ай бұрын
मीरपुर और खतौली विधानसभा में इन दोनों भाइयों ने बहुत ईमानदारी के साथ में बिना कमीशन लिए कार्य किया है और इनको केवल सम्मान चाहिए धन नहीं
@arvinddabral9522
2 ай бұрын
ये उत्तराखण्ड का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि blp वालों को हरियाणा से उम्मीदवार बुलाना पड़ रहा है इसका खामियाना पहाड़ को उठाना पड़ सकता है भड़ाना बन्धुओं ने खनन से ही कमाई की है
@vinitkumar6615
2 ай бұрын
यह लोकतंत्र है कोई कहीं से इलेक्शन लड़ सकता है और पार्टी तुम्हारे से पूछ कर टिकट नहीं देगी किसी को जब सतपाल ब्रह्मचारी हरियाणा से लड़ सकते हैं भड़ाना मंगलौर से क्यों नहीं
@dsrawat658
2 ай бұрын
राहुल गांधी और अब प्रियंका गांधी केरल के वायनाड से चुनाव लड़ सकते है, मोदी जी वाराणसी तो भड़ाना क्यों नहीं।
@ravichauhan5222
2 ай бұрын
Apke yaha neta nhi hai kya
@dsrawat658
2 ай бұрын
@@ravichauhan5222 Three years ago, there was a wedding in my village where the family had called the catering services. But the experienced uncle asked if no one in the village knew how to cook. Then I said uncle, we know how to cook but it is a matter of ability and quality...
@SaahityaPanwar5987
2 ай бұрын
Uttarakhand se ek din local log minority me count kiye jayenge and kewal as domestic helper ban kar rah jayenge.
@sandeepkumar-pi5fs
2 ай бұрын
बाहरी कोई नहीं सब भारतीय है
@pradeepkukreti9186
2 ай бұрын
हमारे प्रदेश का दुर्भाग्य हैं क़ि मूल निवास खत्म करने और भू कानून लागू ना करना यहीं कारण हैं। शहादत क्या होती हैं सरकार क्या जाने लेकिन बहुत दुःखद हैं ....
@FraggerPk
2 ай бұрын
बाहरी व्यक्ति का उत्तराखंड में कोई स्थान नहीं होना चाहिए । मंगलौर वालो जागो । BJP को स्थानीय उम्मीदवार नहीं मिला क्या ? बाहरी उम्मीदवार को बाहर करो ।
@basantballabhjoshi5163
2 ай бұрын
भाजपा के पास उतराखण्ड से कोई योग्य प्रत्याशी न होने से मंगलौर के लिये प्रत्याशी हरियाणा से लाया गया ये मंगलोर के भाजपा कार्य कर्ता औ की ही नही मतदाताऔ की भी घोर उपेक्षा ।
@bhupendrasajwan9349
2 ай бұрын
योग्य का क्या मतलब h भाई , mtlb धामी का बाप योग्य न हो भड़ाना को bejh दें क्या उसकी मां के पास
@devtiwari4911
2 ай бұрын
क्षेत्रवाद प्रांतबाद जातिवाद आदि का विरोधी हूं
@Jaybharat6899
2 ай бұрын
ये सही है कि उत्तराखंड में ऐसे नेताओँ का अभाव है जो कि इस राज्य के हित मे कार्य करे। सब सिर्फ अपनी जेब भर रहे हैं। राज्य के लिये ना कोई योजना है, न दूरदृष्टि है और न ही कोई इस तरह की इच्छा भी प्रतीत होती है। शायद इसलिए जनता भी उदासीन है। बावजूद इसके बाहर का नेता तो नही ही होना चाहिए ये मेरा मानना है।
@user-qt5kz1hq6f
2 ай бұрын
Sai baat hai
@pradeeprana2143
2 ай бұрын
Aaj haryana ka aadmi vidhayak banaya ja raha hai kal ko ye CM bhi ban jaega fir Haryanviyon ki huddangi ko kaun rokegq
@universityofchanakya3592
2 ай бұрын
Nue krage
@harendrasingh1767
2 ай бұрын
पहले तो दलबल और दूसरा बाहर का अछा नहीं , sarkar को सोचना चाहिए ।
@yogendrabisht2653
Ай бұрын
You are corect
@maheshpandey3222
2 ай бұрын
जहां की जनता जागरुक और जुझारू नहीं होती यही होता है
@satyendrasinghrawat6668
2 ай бұрын
यहां की जनता का राजनीति से मोह भंग होना राजनीतिक समझ न होना कॉंग्रेस का कमज़ोर होना और बीजेपी का बाहरी लोगों के हाथों में खेलना
@pushkarsingh192
2 ай бұрын
ये नेताओं की कुटनिति दिल्ली सेचलरहीहै हमारा समाज मैं जागरुक कीकमी देखनेमैआई धीरे,धीरे जागरुक होरहैहैहमारेविधानसभा लोहाघाट 😂के जोवहीकेरहने वालेथेअपने छेत्र मैं अच्छा काम कियाथाउनको वहीकीजन्ताने हरा दीया एक नेपाली मूलके कांग्रेसी को जीता दीया हमसेतोलाखगुना अच्छे हैं झारखंड के आदिवासी समझदार
@user-qr5zo7oh2r
2 ай бұрын
लगता है कि यह अपना बिजनेस फैलाने के लिए उत्तराखंड से विधायक बनना चाहता है
@virendrasinghholkar1403
2 ай бұрын
BJP washing machine
@user-kf6lj4bt4s
2 ай бұрын
उत्तराखण्ड में हो रहे विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा के द्वारा हरिद्वार जनपद या उत्तराखण्ड के किसी भी क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाने की बजाय पूर्व में समय-समय पर कांग्रेस, सपा, बसपा, भाजपा आदि विभिन्न राजनीतिक दलों में पाला बदलने वाला तथा विभिन्न राज्यों में विधान सभा चुनाव हारने के ट्रेक रिकॉर्ड के खिलाड़ी हरियाणा प्रदेश के अवसरवादी नेता को उम्मीदवार बनाना बहुत ही आश्चर्यजनक फैसला है। इससे भाजपा संगठन में वर्षों से समर्पित बरिष्ठ नेताओं एवं अन्य कार्यकर्ताओं के मन में अपने केन्द्रीय एवं प्रान्तीय संगठन के प्रति आक्रोश होना स्वाभाविक है। भले ही भारतीय जनता पार्टी के समर्पित नेता एवं कार्यकर्ता पार्टी अनुशासन के कारण खुलकर विरोध न करें लेकिन चुनाव में अन्दरखाने भीतरघात की परिस्थितियां बनना निश्चित है। लोकसभा चुनाव 2024 में विभिन्न राज्यों में भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर दूसरे दलों से दल बदल कर भाजपा में आये नेताओं को टिकट देकर अधिकांश सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की हार का खामियाजा भुगतने के बावजूद मंगलौर विधानसभा सीट से हरियाणा से आयातित नेता (भुर्त्या ) को उम्मीदवार बनाये जाने से आम जनता, भाजपा संगठन के कार्यकर्ता एवं भाजपा समर्थकों में न केवल निराशा एवं हताशा है बल्कि ऐसा निर्णय भाजपा के लिए भी आत्मघाती कदम साबित होगा। नरेश चन्द्र कुलाश्री - देहरादून।
@uttarakhandi_vloger
2 ай бұрын
हम मूल निवास और भूमि कानून की मांग कर रहे है और भाजपा का खेल ही अलग चल रहा हैं। महादेव उत्तराखंड की रक्षा करें
@shivprasadpaliwal2137
2 ай бұрын
Mahadev ne hi dhamiji ko bheja hai taaki ankhen khule apki aur ye fijool ka virodh band karen.
@uttarakhandi_vloger
2 ай бұрын
@@shivprasadpaliwal2137 पार्टी से पहले देश और राज्य होना चाहिए ।लेकिन आप के लिए पार्टी सबसे पहले होगी सायाद ।हमारी तो आंखे खुली है इसीलिए कह रहे हैं।जब तक आप जैसे पार्टी प्रेमी लोगों की आंखे खुलंगी तब तक बहुत देर हो गई होगी।
@pradeepchauhan6730
2 ай бұрын
भाड़े वाले को जनता हरायेगा!?
@amitbora3341
2 ай бұрын
जनता कहीं नहीं हराएगी जनता की औकात सिर्फ एक बोतल दारु और एक मुर्गी की है जिसकी सजा सभी को उठानी पड़ती है
@PsKamar
2 ай бұрын
करतार सिंह भडानाजिंदाबाद
@birendersinghrawat6424
2 ай бұрын
कुछ मोदी भक्त गढ़वाली सारे उत्तराखंड का बेडा गर्क करके रहेंगे. दिमाग से पैदल चमचे.
@Thechauhanacademy
2 ай бұрын
😂shi bat
@ravichandela1014
2 ай бұрын
आजाद भारत में कोई कही से चुनाव लड़ सकता है ,
@pawaankumar9981
2 ай бұрын
जो आप बोल रहे हो मेरा तेरा कर रहे हो। । यही सनातन का दुर्भाग्य है। ।। दूसरी तरफ मुस्लिम सिर्फ भाजपा के ख़िलाफ़ वोट देता है। । उम्मीदवार कोइ भी हो कही का भी हो
@Devraj-wr5tx
2 ай бұрын
सीधी भाषा में कहो जी की पहाड़ के लोग और नेता केंद्र के नेताओं खास कर बीजेपी के गुलाम हैं इन्हे बस पैसे चाहिए फिर चाहे इनके साथ कुछ भी कर लो। ये है पहाड़ियों का हाल।
@vinaybansal4717
Ай бұрын
Manu Panwar ji, uttrakhand is outside from india or haryana is situated in England??
@prakashjoshi3248
2 ай бұрын
Uttrakhand isi tarah loota jata rhega yadi hamare neta bhadaga giri krte rhe ideology nhi hogi to puri assmbly me hi yaha ka koi nhi rhega.Kuchh to asmita ka dhyan rkho,gandagi lao money banao ghar ko bech do yahi soch rhi to ye pradesh khatma ho jayega.Jai Dev bhoomi.
@MohitDahiya-cg7kp
2 ай бұрын
As a Haryanavi My request to Uttarakhand Voters that Please reject him and send him to Haryana again.😂
@AnilTomer-wx2zy
2 ай бұрын
Kartar Singh Bhadana jindabad❤❤❤❤❤
@HsRawat-qu5sn
2 ай бұрын
यही तो हमारा दुर्भाग्य है
@pradeepchauhan6730
2 ай бұрын
विहारी, हरियाणा, राजस्थान,का किराये पर तो जनता वोट देगी तो देहरादून की तरह होगा? वोट किसको?
@ArvindKumar-re1em
2 ай бұрын
आप लोग अपने हिसाब से विशलेषण कर रहे हो,सबसे पहली बात, ये मैदानी ऐरिया की सीट है, जो यूपी से लगी है, इस विधानसभा में सबसे ज्यादा मुस्लिम ओर दलित है, दलित बसपा का कोर वोटर है, उसे विकास से कोई मतलब नहीं, मुस्लिम कांग्रेस का कोर वोटर है, उसकी तरफ से विकास जाये भाड़ में, अगर बसपा मुस्लिम को टिकट दे तो उसके जीतने के 90% चांस हो जाते हैं, अब आते हैं, इस सीट की दो मुख्य हिन्दू जातियों पर, जो गुजर ओर जाट है,अगर इन जातियों से भाजपा किसी एक जाति के कंडीडेट को खड़ा करे तो दूसरी जाति उसे वोट नहीं देगी, अब भाजपा को ऐसा कंडीडेट चाहिए जो दोनों बिरादरी ओर हिन्दूओ का वोट ले सके, करतार सिंह के जयंत से बडे अचछे संबंध है, जयत जाटों के नेता है, इस कारण दोनों बिरादरी एक ही पलेटफारम पर आ गयीहै , यहाँ की सभी रिश्तेदार पश्चिम यूपी में बसते है, इस सीट पर उतराखंड के बजाय यूपी का प्रभाव अधिक रहता है, तो कया भाजपा का कोई पहाड़ी नेता इस सीट को निकाल पायेगा, कभी नहीं, यहाँ जाट, गुजर ओर हिन्दू जातियाँ तो विकास के नाम पर वोट देती है, लेकिन मुस्लिम ओर दलित केवल अपनी पार्टी को, इसलिए भडाना का आना जरूरी था,
@shivanshubhai.....1719
2 ай бұрын
Uttarakhand ke log hi bjp ko vote de rahe hai isliye ab bhugto..........😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@binnynegi1283
2 ай бұрын
Up aur harayana ke logon ko uttrakhand me business real estate me thatha govt job me bhi bhi bahari logon kolane ke liye
@prafullarawat6496
2 ай бұрын
भारतीय संविधान की पांचवीं अनुसूची (Fifth Schedule of Indian Constitution) को उत्तराखंड राज्य में लागू किया जाना चाहिए और सभी गढ़वाली और कुमाऊंनी पहाड़ी लोगों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी Schedule Tribe (ST) Category में शामिल किया जाना चाहिए। पूरे भारत में सभी गढ़वाली और कुमाऊंनी पहाड़ी लोगों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में आरक्षण Schedule Tribe (ST) Category Reservation दिया जाना चाहिए। कृपया इन पोस्ट को पढ़ें और शेयर करें। Fifth Schedule of Indian Constitution should be implemented in Uttarakhand state and all the Grahwali and Kumaoni Pahari people should be included in Schedule Tribe (ST) Category . All Grahwali and Kumaoni Pahari People should be given in Schedule Tribe (ST) Category Reservation all over the India. Please read and share these posts.
@MaheshNaudiyal
2 ай бұрын
बहुत सुंदर विश्लेषण
@bhoopchandnegi9649
Ай бұрын
सही कहा आपने सभी हाई कमान के पिठ्ठठू है इनका अपना वजूद नही है
@sheetalkasana3373
2 ай бұрын
करतार सिंह इस देश का ही बाशिन्दा है भाई
@sunilbhadana407
2 ай бұрын
मंगलोर विधानसभा में गुर्जर जाट वोट ज्यादा है
@deoparaja
2 ай бұрын
सबकी नजर खनन पर ही टिकी है
@NarenderKhatanank
2 ай бұрын
Par karna nahi aata kese hota hai shikha ja ga Banda kismat banna ja ga uttarakhand 11:40 vasiyo k
@girishbinjola6689
2 ай бұрын
सभी जानते हैं कि सबसे ज्यादा अंधभक्त इसी उत्तराखंड में हैं
त्रिवेंद्र जी ने ही तो कहा था कि सहरानपुर को भी उत्तराखंड में मिला देना चाहिए....अब बड़ाना आ गया तो क्यों दिक्कत है...वो देशब्यापी नेता है...स्वागत करिए
@satishbawra2600
2 ай бұрын
Sunder
@pradeepkukreti9186
2 ай бұрын
सब फ्यूज हैं जनप्रतिनिधियों को अपना लेवल मालूम हैं इतना दम नहीं कि अन्य राज्यों के नेताओं की तरह विरोध दर्ज करा सकें 😌😌
@rockstarff5331
2 ай бұрын
BSP will win
@nareshdalmia4572
2 ай бұрын
भड़ाना के पास पैसे की कमी नहीं ही वो केवल गरीब जनता के भले के लिए हरिद्वार आ रहे है हरिद्वार के साधु संत हरियाणा में पूजे जाते है
@ksingh2823
2 ай бұрын
ये बन्दा हरियाणा के फरीदाबाद से है हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुका है मन्त्री रहते इसने खूब माल लूटा आज भी फरीदाबाद में काफ़ी सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर रखा है अब तैयारी हरिद्वार की है
@AnilTomer-wx2zy
2 ай бұрын
Vikaspuri se Avatar Singh Bhadana Avatar Singh Bhadana jindabad❤❤❤❤❤
@harishgaur4585
2 ай бұрын
बीजेपी के बुरे दिन फिर शुरू होने वाले हैं
@amritraj6383
2 ай бұрын
Uttarakhandi eska sahi answer vote se denge Jai Uttarakhand ki
@rajendrasinghrawat2240
2 ай бұрын
कुछ नहीं मूल निवास 1950 बहुत ज़रुरी भूकानून हिमाचल प्रदेश प्रावधान जितनी जल्दी हो सके लागू किया जाना चाहिए ताकि उत्तराखंड देवभूमि बनीं रहें
@kapilpatwal3854
2 ай бұрын
बीजेपी के दिन पूरे हो गए हैं और उत्तराखंड का यही दुर्भाग्य है कि नेता अपनी मनमर्जी से कुछ भी कर लें सब चलेगा
@sandeepkhatana695
2 ай бұрын
लोकतंत्र है।
@arawat6030
2 ай бұрын
Hum log kuch himanchal se bhi skhege
@VikramSingh-ff3lr
2 ай бұрын
Bhaar fenko in bahari netao ko uttrakhand se inki yaha koi jagah nahi hai apne state me jake lado chunav koi bhi muh uthake ara hai vidhayak banne...uttrakhand logo ko ab puri takat se bobby panwar or uttarakhand dal ko jitana hoga kese bhi chahe jo ho ....bus ab drama bht ho gaya
@AkashSingh-ix5rv
2 ай бұрын
इसी कारण तो इनका बाहर से किसी को लाना उत्तराखंड में चुनाव लड़ना फिर अपने आदमीलाना
@dhanaijivlogs3901
2 ай бұрын
कोई बात नही वैसे भी भड़ाना भी हार ही रहा है
@__-ep5gy
2 ай бұрын
हरियाणा के निरदलीय उमेश शर्मा भी तो है
@user-fb8mm3hf2b
2 ай бұрын
क्या उत्तराखंड की जनता बोर्ड बैंक के लिए ही रह गई
@matiyaliksm
2 ай бұрын
भाई साहब मुस्लिम उम्मीदवार से तो हिन्दू ही अच्छा है चाहे वो देश के किसी भी कोने से हो l
@anujbhati9481
2 ай бұрын
मंगलोर में बीजेपी किसी को भी टिकट दे दे लेकिन हार मिलेगी क्योंकि मुस्लिम और दलित वोट बैंक ज्यादा है
@luxmansinghrawat3059
2 ай бұрын
Yàhi uttrakhand ka durbhagya hai . Hamare esthaniy netao me etana dham nahi hai yahi karan hai jo bhi durbhagya purn ghatanae ghatit ho rahi hai ab nirnay voters ko karna hai voters per vishwas hai. You are right sir.
@shivkumarbio
2 ай бұрын
उत्तराखंड में कोई काबिल आदमी नही रहा?
@studyeverything5955
2 ай бұрын
Koi kahi se bhi chunav lad sakte h ye savidhan kahta h
@mukundtomar4436
2 ай бұрын
ये उत्तर प्रदेश हरियाणा सभी पार्टी से लड लिए फिर गायब हो गए
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