कौन थी लक्ष्मणपुरा वाली माँ :अकथ कहानी | Part 12
अकथ कहानी : एक महायोगी का जीवन चरित By स्वामी भक्तिमणि जी
स्वामी विश्वात्मा बावराजी महाराज चंडीगढ़, भारत से हैं और ब्रह्मरिषि मिशन के प्रमुख संस्थापक हैं।18 वर्ष की आयु में उन्होंने हिमालय के महान अवधूत योगी, भगवान चंद्र मौली जी महाराज के चरणों में आत्मसमर्पण किया और उनसे दीक्षा प्राप्त की। उनके मार्गदर्शन में गुरुदेव ने विभिन्न योग साधनाएं कीं और उच्चतम आध्यात्मिक स्थितियों को प्राप्त किया।
✅अकथ कहानी Playlist : • ब्रह्मऋषि विश्वात्मा ब...
✅Disclaimer :
"इस कार्य के सभी कॉपीराइट अधिकार लेखिका स्वामी भक्तिमणि जी के पास सुरक्षित हैं। यह जीवनी उनके आदेशानुसार ही मैं रिकॉर्ड कर रहा हूँ। कृपया बिना अनुमति के इस जीवनी को कहीं भी प्रकाशित या उपयोग में न लाएं।"
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