छोटी सी उम्र में देश को अपनी कविताओं से चौकाने वाले व हमेशा देश की भलाई व देश के हित में कविताएं लिखने वाले राष्ट्रीय कवि अमित शर्मा जी लेकर आए हैं कुछ ऐसी पक्तियां जो आपके तन मन में देशभक्ति की एक नई भावना उजागर कर देगी।कवि अमित शर्मा जी का जन्म उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के एक छोटे से गांव सैनी में हुआ है। एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार में जन्मे अमित शर्मा ने देश-विदेश मे अपनी कविताओं का लोहा मनवाया है। बचपन से ही इन्हें कविता लिखने का बहुत शौक था और कविताओं के प्रति समर्पण भाव इन्हें यहां तक ले आया कि आज जिस मंच पर कवि अमित शर्मा होते हैं, वहां श्रोता झूमने पर मजबूर हो जाते है ।
कवि अमित शर्मा अध्यात्म और ओज कविता के सबसे युवा कवि है जिन्होंने सबसे कम आयु में हिंदी कविता को लेकर हिंदुस्तान के साथ साथ कई देशों में अपने शब्दों से लोगों को जागृत किया है । इनकी सारी कविताएं राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत और रोंगटे खड़े कर देने वाले वाली होती है। अमित शर्मा जी की शुरुआती पढ़ाई गांव के ही एक स्कूल में हूं हुई गाजियाबाद के श्री सनातन धर्म कॉलेज से इन्होंने इंटर पास किया उसके बाद होटल प्रबंधन की पढ़ाई करने गुडगांव चले गए । गाजियाबाद में इंटर की पढ़ाई करते समय ही इन्होंने पहली बार 2006 में पास के कस्बे दादरी में हो रहे कवि सम्मेलन में बतौर कवि अपनी एक कविता सुनाई, जिसको बहुत सराहा गया । लेकिन जब होटल प्रबंधन की पढ़ाई के लिए इनका गुड़गांव जाना हुआ तो कविता लेखन का कार्य बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ लेकिन कविता लेखन में इनकी रुचि कम नहीं हुई। 2010 में होटल प्रबंधन की पढ़ाई करने के बाद यह पुनः कविताओं में लग गए और दिल्ली के एक प्रतिष्ठित होटल संस्थान से मैनेजर की नौकरी छोड़ दी। कविताओं में अमित शर्मा जी को बहुत संघर्ष करना पड़ा लेकिन कहा जाता है "जहां चाह वहां राह"।
अमित शर्मा के गिनती आज हिंदुस्तान के सिद्ध प्रसिद्ध कवियों में होती है । आप इनकी कविताएं यूट्यूब, फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया पर भी सुन सकते हैं।
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Негізгі бет Kavi Sammelan देशभक्ति पर इससे अच्छी कविता नहीं सुनी होगी Amit Sharma Poet Sabras Night
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